Darbhanga News: लापता युवक की ऐसी हालत किसने की? सिर-धड़ अलग मिलने से हड़कंप
दरभंगा के हायाघाट में एक लापता युवक, गोलू कुमार सिंह का सिर और धड़ अलग-अलग स्थानों पर मिलने से सनसनी फैल गई है। गोलू 14 नवंबर को अपने मुर्गी फार्म से लापता हो गया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है, जबकि परिवार ने किसी भी विवाद से इनकार किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।

गोलू कुमार सिंह की फाइल फोटो । सौ. स्वजन
संवाद सहयोगी, जागरण, दरभंगा। समस्तीपुर जिले के वारिसनगर थाना क्षेत्र के भरवाड़ी किशनपुर बैकुंठ के विजेंद्र सिंह के पुत्र गोलू कुमार सिंह (26) का सिर हायाघाट के हथौड़ी के कैथला चौर में करेह नदी के किनारे से बरामद किया गया। इसके पूर्व 19 नवंबर को कैथला चौर से ही करीब दो सौ मीटर की दूरी पर गोलू का धड़ मिला था।
बताते हैं कि 14 नवंबर को अपने मुर्गी फार्म से गोलू लापता हुआ था। धड़ एवं सिर सड़ी-गली अवस्था में था। पुलिस ने डीएमसीएच के बाद शव स्वजन को सौंप दिया है। बड़े भाई लालू सिंह ने बताया कि गोलू का अपना मुर्गी फार्म भरवाड़ी गांव में था, जहां से वह 14 नवंबर को लापता हुआ था। इसकी लिखित सूचना स्वजन ने वारिसनगर थाना को दी थी।
चौकीदार रमेश कुमार दास ने बताया कि सिर की पहचान संभव नहीं हो सकी क्योंकि वह सड़ा-गला मिला, जबकि धड़ की पहचान हो चुकी थी। गोलू अविवाहित था और दो भाइयों व दो बहनों में सबसे छोटा था। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। स्वजन ने घटना के पीछे किसी विवाद से इन्कार किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद ही मौत कारण स्पष्ट हो सकेगा।
कमला नदी किनारे दफन शव की हुई पहचान
तारडीह/ दरभंगा। घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के जयदेवपट्टी और परडी के बीच कमला-बलान तटबंध के समीप बुधवार को मिट्टी में दफन मिले शव की पहचान सकतपुर थाना के कुर्सो मछैता पंचायत के पचाही गांव के जगदीश कामत के पुत्र नुनू कुमार (20) के रूप में हुई है।
गुरुवार को डीएमसीएच के पोस्टमार्टम कक्ष में शव की पहचान के साथ ही पिता जगदीश कामत ने एक आवेदन थाने को सौंपा। घनश्यामपुर थानाध्यक्ष ने डीएमसीएच अधीक्षक को पत्र लिखकर नुनू कुमार के शव को पोस्टमार्टम के बाद पिता जगदीश कामत के सिपुर्द करने का अनुरोध किया है।
पिता को शव सिपुर्द किए जाने की कार्यवाही शुरू की गई है। इधर, स्वजन ने बताया कि नुनू मानसिक रूप से अस्वस्थ चल रहा था। मंगलवार की शाम उसने कुर्सो हाट से जहरीला पदार्थ लाकर खा लिया। जिसके बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। स्वजन उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जा रहे थे। इस दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गई।
स्वजन ने उसे जयदेव पट्टी में कमला नदी के किनारे मिट्टी खोदकर दफना दिया। बुधवार की सुबह जंगली जानवरों द्वारा कब्र की मिट्टी खोद देने से शव का कुछ हिस्सा बाहर आ गया। अज्ञात शव मिलने की सूचना फैलते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
घनश्यामपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पिता जगदीश कामत ने बताया कि उनके दो पुत्र में नुनू छोटा था। मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के कारण पूर्व भी विषाक्त पदार्थ का सेवन कर चुका था। वह अविवाहित था।

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