PM मोदी ने विशाखा से पूछा- बिहार और तमिलनाडु में अंतर कैसे, सासाराम की बेटी ने रख दी अपने 'Mann ki Baat'
बिहार के सासाराम निवासी विशाखा सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से मन की बात कार्यक्रम के 101वें एपिसोड में बात की। विशाखा ने कहा कि जिस आत्मीयता और सरल भाषा में पीएम मोदी ने उनके साथ बातचीत की उनका आत्मविश्वास और भी अधिक बढ़ गया है।
दरभंगा, जागरण संवाददाता। भारत सरकार की युवा संगम योजना देश के युवाओं के व्यक्तित्व में नया निखार उत्पन्न कर रही है। इस योजना से राष्ट्रीय एकता, अखंडता के साथ-सथ सामाजिक, सांस्कृतिक और भाषाई एकता का ताना-बाना भी बुना जा रहा है।
अलग-अलग संस्कृति और परिवेश में रहने वाले युवा एक दूसरे से न केवल अपना अनुभव साझा कर रहे हैं, बल्कि इस अनुभव के बल पर अपने करियर को नई उड़ान देने का भी प्रयास कर रहे हैं।
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के 101वें एपिसोड में दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा विशाखा ने कुछ इसी प्रकार अपने भाव व्यक्त किए। बिहार के सासाराम निवासी विशाखा ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि वह कैसे युवा संगठन के मंच से जुड़ सकी।
प्रधानमंत्री ने भी उन्हें युवा संगठन के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इस योजना के तहत देश के विभिन्न राज्यों के 12000 युवा अंतरराज्यीय समागम के तहत अलग-अलग प्रांतों में जाकर वहां की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक शैली से न केवल परिचित हो रहे हैं, बल्कि उन्हें अपने अनुभव को विस्तार देने के लिए इतना बड़ा मंच मिल गया है , जिसके बल पर वह अपने भविष्य को संवारने के लिए अब एक नए नजरिए से सोचने लगे हैं।
कंप्यूटर साइंस की द्वितीय वर्ष की छात्रा विशाखा ने प्रधानमंत्री मोदी की जिज्ञासा पर बताया कि तमिलनाडु में उन्हें दो ऐसे अनुभव मिले, जिसे वह जीवन भर याद रखेंगी। इसमें विशाखा ने पहले इसरो की प्रयोगशाला के भ्रमण की चर्चा की। कंप्यूटर साइंस की छात्रा जब इसरो की प्रयोगशाला में गई तो स्वभाविक है कि वहां सैटेलाइट, रॉकेट निर्माण की ओर उनका ध्यान गया।
पीएम ने विशाखा से की तमिलनाडु पर चर्चा
तमिलनाडु भ्रमण के दौरान वहां के राज्यपाल से भेंट करने का अनुभव भी विशाखा को जीवन भर गौरवान्वित करता रहेगा। इतनी छोटी सी आयु में इतना बड़ा अनुभव निश्चित रूप से विशाखा को आसमान की बुलंदियों को छूने के लिए हमेशा प्रेरित करता रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे पूछा कि बिहार के लोगों के खाने का ढंग अलग है और तमिलनाडु के लोगों का अलग है। ऐसे में उनका अनुभन कैसा रहा। इसपर विशाखा ने तमिलनाडु की संस्कृति को अपने लिए ऐतिहासिक बताते हुए वहां के भोजन को अत्यधिक पौष्टिक बताया।
पीएम से बात कर बढ़ा आत्मविश्वास
मन की बात में प्रधानमंत्री से बात कर विशाखा ने कहा कि जिस आत्मीयता के साथ और सरल भाषा में पीएम मोदी ने उनके साथ बातचीत की, उससे उनका आत्मविश्वास और भी अधिक बढ़ गया है। यही उनके जीवन की अब तक की सबसे बड़ी पूंजी है।
वहीं, मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री से बात करने पर दरभंगा इंजीनियरिंग कालेज के प्राचार्य डा. संदीप तिवारी, डा. आशुतोष नारायण, डा. रमण कुमार झा, डा. अनामिका, डा. अनुपमा, डा. पूजा, दीपक कुमार चौधरी, अजीत कुमार गुप्ता, नीतीश कुमार, अखिलेश कुमार, श्याम सुंदर चौधरी समेत शिवम कुमार झा, आशीष कुमार, आनंद मोहन, शिवानी नेहा भारद्धाज, स्वात, अफजल भी शामिल हैं।