राजद-कांग्रेस से लेकर जदयू-भाजपा तक... पुराने कार्यकर्ता हुए अनमोल, पाग-चादर ले खोज रहीं पार्टियां
चुनाव आते ही राजनीतिक दलों को अपने पुराने कार्यकर्ता याद आने लगे हैं। भाजपा और राजद जैसे दल वृद्ध और उपेक्षित कार्यकर्ताओं को सम्मानित कर रहे हैं। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जीवछ सहनी ने जनसंघ काल के कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया। वहीं राजद नेता डॉ. फराज फातमी ने भी पुराने कार्यकर्ताओं को सम्मानित कर उनसे सक्रिय होने की अपील की।

मुकेश कुमार श्रीवास्तव, दरभंगा। चुनावी मौसम आया तो भुला दिए गए पुराने कार्यकर्ता राजनीतिक दलों को याद आने लगे हैं। उनकी तलाश हो रही। मार्गदर्शन दाता और अभिभावक के रूप में मिथिला के पाग-चादर से सम्मानित किए जा रहे। इसका एकमात्र मकसद उनके अनुभवों का लाभ लेने के साथ वोट को सहेजना है।
वैसे तो हर दल यह कर रहे, लेकिन भाजपा और राजद को पुराने कार्यकर्ता ज्यादा याद आ रहे। ऐसे पुराने-अनुभवी कार्यकर्ता जो वृद्ध हो चुके हैं अथवा उपेक्षित होकर पार्टी से कट गए हैं, उनपर ज्यादा नजर है। इसके माध्यम से उन्हें संदेश दिया जा रहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को कभी नहीं भूलती।
उनके मार्गदर्शन में ही कार्यकर्ता और पदाधिकारी संगठन के लिए काम कर रहे और आगे भी करना चाहते हैं। इसी मकसद से पिछले सप्ताह भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जीवछ सहनी ने अपने आवास पर जनसंघ काल से जुड़े कार्यकर्ताओं को पाग और चादर से सम्मानित किया था। इसमें दिलावरपुर पंचायत के एक दर्जन पुराने कार्यकर्ता शामिल हुए थे।
सहनी कहते हैं, यह वोट के लिए नहीं, हर कार्यकर्ता को उचित सम्मान देने का कार्यक्रम है। भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्य नारायण मन्ना कहते हैं, सभी बूथों पर अभिभावक सम्मान कार्यक्रम हुआ था। इसका मकसद कार्यकर्ताओं को पार्टी से जोड़कर रखना और उनके अनुभव व मार्गदर्शन पर काम करना है।
दूसरी ओर, राजद नेता डॉ. फराज फातमी ने पिछले दिनों सिंहवाड़ा प्रखंड के अरई गांव में सिमरी के सरपंच अशोक पासवान, नंदू यादव, अजय पासवान समेत एक दर्जन पुराने कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया। उनसे पार्टी के लिए सक्रिय होने की अपील की।
फातमी कहते हैं कि जिन लोगों ने पार्टी की लंबे समय से सेवा की, उसकी नीतियों का प्रचार किया उनका सम्मान तो होना ही चाहिए।
वृद्ध कार्यकर्ताओं ने पेंशन राशि बढ़ाने की दी थी सलाह
जदयू जिलाध्यक्ष ईश्वर मंडल का कहना है कि पुराने वृद्ध कार्यकर्ताओं के लिए राजनीतिक सलाहकार समिति बनाई गई है। उनके साथ लगातार बैठक कर संगठन को मजबूत करने की सलाह ली जा रही। इसी बैठक से वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाने का प्रस्ताव आया था, जिसपर मुख्यमंत्री ने चार सौ की राशि को 11 सौ रुपये किया।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष दयानंद पासवान का कहना है कि वोटर अधिकार यात्रा से मिली कामयाबी के बाद पुराने कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अब तक दो हजार से अधिक वृद्ध कार्यकर्ताओं को जोड़ा गया है।
जनसंघ काल के कार्यकर्ता सागर कुमार भंडारी, बिक्को सहनी व कामेश्वर पंडित कहते हैं, प्रत्याशी को जिताने की बात हो अथवा संगठन को मजबूत करने की, बढ़कर काम करते थे। कभी-कभी तो कई-कई दिनों के बाद घर लौटते थे। पार्टी से सम्मान मिलना ही कार्यकर्ता की पहचान है।
मो. अशफाक कहते हैं, जनता दल से राजद तक का सफर तय किया। पार्टी के प्रचार के लिए पैदल और साइकिल से जनसंपर्क करते थे। अब तो इंटरनेट से प्रचार-प्रचार हो रहा।
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