नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर ठगी के आरोप, इसे सिद्ध करना दरभंगा पुलिस के लिए बड़ी चुनौती
दरभंगा के सिंहवाड़ा थाने में एक साथ तीन प्राथमिकी दर्ज होने से बिहार की राजनीति गरमा गई है। यू-ट्यूबर दिलीप सहनी की पिटाई के बाद मंत्री जीवेश कुमार और तेजस्वी यादव पर भी मामले दर्ज हुए हैं। तेजस्वी पर ठगी का आरोप लगा है जिसकी जांच पुलिस के लिए चुनौती है। राजद नेताओं ने पुलिस पर दबाव में काम करने का आरोप लगाया है।

जागरण संवाददाता, दरभंगा। सिंहवाड़ा थानाक्षेत्र के रामपट्टी निवासी यू-ट्यूबर दिलीप सहनी उर्फ दिवाकर की पिटाई से पूरे बिहार की राजनीति गरम हो गई है। एक तरफ जहां नगर विकास एवं आवास मंत्री जीवेश कुमार सहित तीन पर यू-ट्यूबर ने प्राथमिकी दर्ज कराई है तो दूसरी तरफ मंत्री के मीडिया एडवाइजर संजय कुमार पाल ने यू-ट्यूबर पर गंभीर आरोप के साथ कांड अंकित कराया है।
लेकिन, मामला यहीं नहीं रुका । सोमवार की देर शाम होते-होते तीसरी प्राथमिकी बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर दर्ज हो गई। हालांकि, यह मामला ठगी को लेकर है। सिंहवाड़ा निवासी गुड़िया देवी ने तेजस्वी सहित अन्य पर जो प्राथमिकी दर्ज कराई है, उसे सिद्ध करना पुलिस के लिए चुनौती है।
पीड़िता ने भी अपनी प्राथमिकी में कोई ऐसी जानकारी नहीं दी है, जिसे पुलिस अनुसंधान में केंद्र बिंदु बनाकर आगे बढ़ सके। पीड़िता के साथ ठगी की शिकार हुई अन्य महिलाओं का नाम व पता का प्राथमिकी में उल्लेख नहीं है। ना ही ठगी की कुल राशि की चर्चा है।
जिस गाड़ी से सवार होकर ठगी करने के लिए लोग आए थे उसका निबंधन नंबर भी नहीं बताया गया है। ऐसे में यह प्राथमिकी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल, थाने में सोमवार को जो प्राथमिकी दर्ज हुई, वह सभी पंक्तिबद्ध है।
यू-ट्यूबर की ओर से कांड संख्या 251/25, मंत्री की ओर से 252/25 और तेजस्वी सहित चार पर दर्ज कांड संख्या 253/25 है। वहीं तेजस्वी यादव पर दर्ज प्राथमिकी में ठगी की घटना को तीन से चार दिन पूर्व होने की बात कही गई है।
लेकिन, प्राथमिकी के लिए थाने में सोमवार को आवेदन दिया गया और इसे पल भर में दर्ज भी कर लिया गया। जबकि, यू-ट्यूबर की प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को थाना आना पड़ा।
इसी को लेकर राजद सहित आइएनडीआइए के नेता पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं। इसे मुद्दा बनाकर पुलिस पर दबाव में काम करने का आरोप लगा रहे हैं।
राजद प्रदेश महासचिव उमेश राय, पूर्व मेयर ओम प्रकाश खेड़िया, व्यवसायिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष विनोद साह, महानगर युवा राजद अध्यक्ष राकेश नायक, डा. कुमार गौरव, गंगा मंडल ने कहा है कि यू-ट्यूबर की मदद में उनके नेताओं की आवाज उठाने के कारण झूठी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
आवेदन को बिना जांच किए आनन-फानन में दर्ज किया गया है। जबकि, आम पीड़ितों के आवेदन की जांच के नाम पर कई दिनों तक टहलाया जाता है।
मामले को लेकर जो प्राथमिकी दर्ज की गई है, उसे लेकर अनुसंधान जारी है। बहुत जल्द सब कुछ साफ हो जाएगा।
जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी, एसएसपी, दरभंगा
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