दरभंगा एयरपोर्ट पर अक्टूबर में नई उड़ान, यात्रियों की भीड़ बनी इतिहास
दरभंगा एयरपोर्ट ने अक्टूबर में यात्री आवागमन का नया रिकॉर्ड बनाया। 76,189 यात्रियों ने 522 विमानों से दिल्ली, मुंबई समेत कई शहरों की यात्रा की। दीपावली और छठ में यात्रियों की संख्या बढ़ी, जिससे एयरलाइंस को अच्छा राजस्व मिला। विंटर शेड्यूल में विमानों की कमी और बेंगलुरु उड़ान सेवा बंद होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है।

दरभंगा एयरपोर्ट। फाइल फोटो
संवाद सहयोगी, जागरण-दरभंगा। यात्री और विमानों के आवागमन के मामले में अक्टूबर माह दरभंगा एयरपोर्ट के लिए ऐतिहासिक रहा। पहली बार यहां से बड़ी संख्या में लोगों ने दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे शहरों के बीच हवाई सफर किया है। अक्टूबर माह यात्रियों और विमानों के आवाजाही में पिछले सभी रिकार्ड टूटे हैं। 522 विमानों से 76,189 यात्रियों ने दरभंगा एयरपोर्ट से दिल्ली और मुंबई सहित विभिन्न हवाई मार्ग पर यात्रा पूरी की है। सबसे अधिक यात्रियों ने दिल्ली और मुंबई हवाई मार्ग पर यात्रा कर अपने गंतव्य पर रवाना हुए हैं।
दीपावली और छठ महापर्व के दौरान यहां उड़ान भरने वाली सभी एयरलाइंस कंपनियों ने अच्छा राजस्व हासिल किया है। एयरपोर्ट निदेशक नावेद नजीम के अनुसार, दीपावली और छठ महापर्व के दौरान यहां से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और बेंगलुरु हवाई मार्ग पर लोगों ने बड़ी संख्या में यात्रा की है। इसमें सबसे अधिक संख्या में लोग विभिन्न शहरों से दरभंगा तक के लिए पहुंचे हैं। वहीं जाने वाले यात्रियों की संख्या कम रही है। आने वाले विमान में सभी सीटें फुल चली है। त्योहार पर एयरपोर्ट पर यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था, पार्किंग , चेकिंग काउंटर, व्हील चेयर्स सहित सभी आवश्यक सुविधाएं एयरलाइंस कंपनियों की ओर बढ़ा दी गई थी। बता दें कि दरभंगा एयरपोर्ट की शुरुआत आठ नवंबर 2020 को उड़ान योजना के तहत हुई। एयरपोर्ट के शुरुआत के पांच वर्षों के बाद एयरपोर्ट से एक महीने में यहां से पहली बार 76,189 यात्रियों विभिन्न शहरों के बीच हवाई सफर किया।
दीपावली और छठ महापर्व के दौरान विमान में सभी सीटें रही फुल
जानकारी के अनुसार, दीपावली और छठ महापर्व के दौरान दरभंगा एयरपोर्ट से आने एवं जाने वाले करीब सभी सीटें फुल रही हैं। 25 अक्टूबर को पुराने सभी रिकार्ड को पीछे छोड़ कर 20 विमानों से 3335 यात्रियों ने विभिन्न शहरों के लिए हवाई सफर कर अबतक नया रिकार्ड बनाया। विमान में सीट फुल चलने की वजह से दिल्ली और मुंबई हवाई मार्ग का किराए में अप्रत्याशित वृद्धि रही। इस दौरान मुंबई से दरभंगा तक का हवाई किराया 35 हजार तक पहुंच गया था।
नए विंटर शेड्यूल में विमान की संख्या में आई कमी
नए विंटर शेड्यूल में दरभंगा एयरपोर्ट से विमानों में कमी आने की वजह से यात्रियों की संख्या में काफी ज्यादा गिरावट आ गई है। दीपावली और छठ महापर्व के दौरान यहां से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और बेंगलुरु हवाई मार्ग पर रोजाना 20 से 22 विमानों के उड़ान होने से बड़ी संख्या यात्री हवाई सफर का लाभ ले रहे थें। किंतु विंटर शेड्यूल में विमानों की संख्या कम किए जाने की वजह से यात्रियों की संख्या आधी हो गई है। इससे एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़ से गुलजार रहने वाले दरभंगा एयरपोर्ट इन दिनों नदारद दिख रहे हैं।
बेंगलुरु की उड़ान सेवा बंद होने से बढ़ी यात्रियों की परेशानी
दरभंगा और बेंगलुरु हवाई मार्ग पर 26 अक्टूबर से अचानक उड़ान सेवा बंद किए जाने की वजह से स्पाइसजेट कंपनी ने त्योहार पर आए लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। दीपावली और छठ महापर्व के दौरान बेंगलुरु से घर लौटे यात्रियों को वापसी में कोई विकल्प नहीं है। दरभंगा से बेंगलुरु तक के लिए सीधी फ्लाइट उपलब्ध नहीं होने से अब गंतव्य तक लौटने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोग कनेक्टिंग फ्लाइट में दो- तीन गुणा किराया चुकाकर सफर कर रहे हैं तो कुछ पटना एयरपोर्ट के लिए रुख करने लगे हैं। जो यात्री पहले से टिकट खरीद चुके हैं, वे अब भी उड़ान शुरू होने की प्रतीक्षा में हैं।

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