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    सतलोक आश्रम में रमैणी रीति से हुई दो जोड़ों की शादी

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 25 Feb 2019 01:16 AM (IST)

    सतलोक आश्रम नाम दान केंद्र शिवधारा के सौजन्य से रविवार को दो जोड़े अंतरजातीय दहेज मुक्त विवाह बंधन में बंधे।

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    सतलोक आश्रम में रमैणी रीति से हुई दो जोड़ों की शादी

    दरभंगा । सतलोक आश्रम नाम दान केंद्र शिवधारा के सौजन्य से रविवार को दो जोड़े अंतरजातीय दहेज मुक्त विवाह बंधन में बंधे। रमैणी रीति से विवाह कराया गया। इस शादी को आश्रम में उपस्थित संतों ने मात्र 17 मिनट में संपन्न कराया। शादी के दौरान संत रामपाल जी महाराज के उपदेश का जोड़ों से पालन करने का वचन लिया गया। इसमें नशा मुक्ति, दहेज मुक्ति, शोषण मुक्ति, मांसाहार मुक्ति, व्यभिचार मुक्ति आदि शामिल है। समारोह में दीक्षा प्राप्त भक्त मधुबनी जिला के बासोपट्टी थाना के पतौना निवासी रामचंद्र राम के पुत्र उमेश राम के साथ दरभंगा जिला के बहेड़ी थाना के लक्ष्मीपुर निवासी शशिनंदन पासवान की पुत्री दौलत कुमारी एवं दरभंगा जिला के कुशेश्वरस्थान थाना के मेंथा बेरो निवासी विनोद कुमार मांझी के पुत्र किशन मांझी के साथ सिमरी थाना के टेउआ निवासी भागनारायण राम की पुत्री कविता कुमारी की शादी कराई गई। दोनों जोड़ी की शादी में परिवार की रजामंदी थी। वहीं शादी समारोह में लड़का एवं लड़की के माता-पिता एवं सैकड़ों भक्त भी मौजूद थे। पूरे दिन भजन-कीर्तन एवं भंडारा का दौर चलता रहा। आश्रम के संचालक विनोद दास ने बताया कि इस आश्रम में प्रतिवर्ष समाज से भटके हुए लोग संत रामपाल जी महाराज के शरण में आते है। समाज के बंधन से हटकर अपनी मर्जी से दोनों पक्षों की रजामंदी से अंतर जातीय शादी का आयोजन कराया जाता है। मुख्य अतिथि मुख्य संचालक सेवादार दरभंगा निवासी विनोद दास ने संत रामपाल जी के उपदेश का पालन करने के लिए भक्तों से आग्रह किया। मौके पर नरेश दास, कैलाश दास, जय किशोर दास एवं अन्य भक्तजन मौजूद थे।

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