Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दरभंगा में धूमधाम से मनाया गया जूड़ शीतल का त्योहार

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 16 Apr 2022 12:38 AM (IST)

    जिले में शुक्रवार को धूमधाम से जुड़ शीतल का त्योहार मनाया गया। जुड़ शीतल के दिन घर के बड़े बुजुर्ग अपने से छोटे उम्र के सदस्यों के माथे पर अहले सुबह से ही बासी जल डाल कर उन्हें शीतल रहने का आशीर्वाद देते रहे।

    Hero Image
    दरभंगा में धूमधाम से मनाया गया जूड़ शीतल का त्योहार

    दरभंगा । जिले में शुक्रवार को धूमधाम से जुड़ शीतल का त्योहार मनाया गया। जुड़ शीतल के दिन घर के बड़े बुजुर्ग अपने से छोटे उम्र के सदस्यों के माथे पर अहले सुबह से ही बासी जल डाल कर उन्हें शीतल रहने का आशीर्वाद देते रहे। जुड़ शीतल के दिन घर के दरवाजे एवं आंगन में बासी जल का छिड़काव किया गया। साथ ही घरों में तरह-तरह के व्यंजन बनाए गए। इस दौरान लोगों ने तालाबों एवं सरोवरों में डुबकी लगाकर पूजा अर्चना की।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बेनीपुर में शिव पार्वती की आकर्षक झांकी निकाली गई बेनीपुर : अनुमंडलीय क्षेत्र में शुक्रवार को जुड शीतल त्योहार हर्षोल्लास वातावरण में मनाया गया। अहले सुबह से ही बुजुर्ग महिलाओं द्वारा बासी पानी से अपने अपने घरों के बच्चों को जुराया। बच्चों ने भी अपने अपने दादी एवं मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। लोगों ने पानी से अपने अपने बगीचा के पेड़-पौधों को भी जुराया। बच्चों द्वारा शिव पार्वती की आकर्षक झांकी भी निकाली गई। समाज के खुशहाली की प्रार्थना केवटी : प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को सौहार्दपूर्ण माहौल में जूड़ शीतल त्योहार मनाया गया। बुजुर्ग महिलाओं ने बासी पानी से अपने - अपने घरों के बच्चों को जुराया। भगवान से परिवार और समाज की खुशहाली की प्रार्थना की।

    -------------- कादो-पानी खेलकर जुड़ शीतल मनाया कुशेश्वरस्थान : हरिनगर गांव में कादो-पानी खेलकर जुड़ शीतल मनाया। लोगों ने एक दूसरे को कादो-पानी लगाकर गांव में चले आ रहे वर्षों पुरानी परंपरा को कायम रखा। इस अवसर पर शिव पार्वती विवाह महोत्सव की आकर्षक झाकियां भी निकाली गई। गांव में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

    ---------

    जुड़ शीतल पर कुश्ती का हुआ आयोजन कमतौल : क्षेत्र के विभिन्न अखाड़ों के युवकों ने जुड़-शीतल के अवसर पर कुश्ती खेल में भाग लिया। सभी ने खेल के बाद कादो-पानी खेलकर जुड़ शीलत का त्योहार मनाया। वहीं अहले सुबह से ही बुजुर्ग महिलाओं ने बासी पानी से अपने अपने बच्चों को जुराया। ----------------------