दरभंगा-सीतामढ़ी रेलखंड पर जल्द दौड़ेगी इलेक्ट्रिक ट्रेन
समस्तीपुर-दरभंगा- जयनगर रेल खंड विद्युतीकरण कार्य पूरा होने के बाद अब 65 किमी दरभंगा-सीतामढ़ी रेलखंड के विद्युतीकरण कार्य का गुरुवार को सीआरएस ने निरीक्षण किया। अब जल्द ही उक्त रेलखंड पर बिजली इंजन से ट्रायल होगा।

दरभंगा । समस्तीपुर-दरभंगा- जयनगर रेल खंड विद्युतीकरण कार्य पूरा होने के बाद अब 65 किमी दरभंगा-सीतामढ़ी रेलखंड के विद्युतीकरण कार्य का गुरुवार को सीआरएस ने निरीक्षण किया। अब जल्द ही उक्त रेलखंड पर बिजली इंजन से ट्रायल होगा। ट्रायल सफल होने पर फरवरी के पहले सप्ताह से रेलखंड पर इलेक्ट्रिक इंजन ट्रेनें परिचालित होंगी। उक्त रेलखंड पर इलेक्ट्रिक इंजन ट्रेन परिचालित होने से समस्तीपुर-दरभंगा--जयनगर-सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेलखंड तक कहीं भी इंजन बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दरभंगा-सीतामढ़ी रेलखंड के विद्युतीकरण कार्य का रेल संरक्षा आयुक्त पूर्व सर्किल लतीफ खान द्वारा निरीक्षण किया गया। बता दें कि उक्त रेलखंड पर विद्युतीकरण कार्य संपन्न हो चुका है। सीआरएस द्वारा निरीक्षण के दौरान पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर के मंडल रेल प्रबंधक अशोक माहेश्वरी समेत अन्य रेलवे अधिकारी मौजूद थे। सीआरएस द्वारा दरभंगा-सीतामढ़ी रेलखंड के विद्युतीकरण कार्य का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया गया। सीआरएस स्पेशल सैलून से विद्युत इंजन के साथ निरीक्षण करने कमतौल रेलवे स्टेशन पहुंचे। सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर अन्य रेल अधिकारियों के साथ स्टेशन परिसर का मुआयना करते हुए कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इधर कमतौल स्टेशन पर डीआरएम अशोक माहेश्वरी से जगदीश साह ने रेलवे परिसर में आवंटित दुकान के किराया में संशोधन करने की मांग की। जिसपर डीआरएम ने स्पष्ट रूप से कहा कि किराया का भुगतान करें या दुकान को खाली कर दें, इसमें कोई संशोधन की गुंजाइश नहीं है। स्थानीय अशेश्वर प्रसाद आ•ाद ने बड़ी लाइन बनाने के क्रम में स्टेशन के पूरब रेलवे द्वारा पूल नंबर 16 को बंद कर देने से रेल लाइन के उत्तरी भाग में जलजमाव की समस्या बनी रहने की बात कही। इसपर डीआरएम ने निरीक्षण के बाद समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया। -
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।