Bihar News : आय से अधिक मामले में निगरानी की दरभंगा में तीन स्थानों पर छापेमारी
आय से अधिक संपत्ति मामले में योजना एवं विकास विभाग के सहायक अभियंता अंसारूल हक के दरभंगा स्थित तीन ठिकानों पर निगरानी टीम ने छापेमारी की। लहेरियासराय ...और पढ़ें

मंडलीय आयुक्त कार्यालय परिसर स्थित योजना एवं विकास विभाग कार्यालय के बाहर लगी निगरानी टीम की गाड़ी। जागरण
जागरण संवाददाता, दरभंगा। आय से अधिक की संपत्ति को लेकर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने योजना एवं विकास विभाग स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन के कार्यालय के डिवीजन वन में पदस्थापित कनीय अभियंता अंसारुल हक के दरभंगा में तीन एवं मधुबनी जिले के एक ठिकाने पर बुधवार की दोपहर में छापेमारी की।
जानकारी के अनुसार, कनीय अभियंता अंसारुल हक की बहन ने आय से अधिक की संपत्ति होने की शिकायत निगरानी से की थी। निगरानी की टीम ने लहेरियासराय थाना क्षेत्र के जमलपुरा मोहल्ला, भीगो नया टोला मस्जिद के नजदीक एवं आयुक्त कार्यालय के परिसर में योजना एवं विकास विभाग कार्यालय में छापेमारी की।
वहीं मधुबनी जिले के अंधरामठ थाला क्षेत्र के लदनिया पंचायत के परगना आलपुर में हरिराहा गांव स्थित पैतृक घर की तलाशी ली। हक के कार्यालय से कुछ भी बरामद नहीं हो पाया। भीगो स्थित आवास पर टीम पर टीम छापेमारी में जुटी रही। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के डीएसपी शशि शेखर चौधरी ने बताया कि कनीय अभियंता अंसारुल हक के खिलाफ उनकी बहन ने शिकायत की थी कि आय से कई गुणा अधिक संपत्ति अर्जित की है।
दरभंगा में दो जगह पर तीन मंजिला मकान बनाया है। वहीं गांव में भी जमीन की कई प्लाट खरीदे हुए हैं। गांव में भी पक्का मकान बनाया है। इसके बाद पटना स्थित निगरानी थाना में कांड संख्या 113/25 दर्ज किया गया। निगरानी कोर्ट के आदेश पर अलग-अलग टीम ने छापेमारी की। हालांकि कार्यालय एवं आवास पर अंसारुल हक नहीं मिले।
वे दो दिनों से छुट्टी पर हैं। किसी कार्य से वह दिल्ली गए हुए हैं। अंसारुल हक भीगो मोहल्ले स्थित आवास पर रहते हैं। कार्यालय से कुछ बरामद नहीं हुआ, लेकिन आवास से क्या बरामदगी हुई, फिलहाल इसकी जानकारी टीम ने नहीं दी है। कार्यालय में निगरानी विभाग के दरोगा और डीएसपी ने कागजात सहित कंप्यूटर की जांच की।
वहीं सहायक अभियंता मंजूर अहमद से भी निगरानी की टीम ने पूछताछ की। उनके द्वारा कनीय अभियंता से संबंधित कोई जानकारी नहीं दी गई। कार्यपालक अभियंता से भी निगरानी की टीम जानकारी ली है। कार्यालय में एक डीएसपी सहित चार अधिकारी पहुंचे थे। जबकि तीन अन्य टीम में अलग-अलग आठ से 10 अधिकारी शामिल थे।
सहायक अभियंता, कार्यपालक अभियंता से पूछताछ के बारे में उन्होंने कहा कि इनके अधीन कार्य कर रहे हैं इस वजह से उनसे भी जानकारी ली गई है। बताया जाता है कि कनीय अभियंता ने आय से अधिक एक करोड़ 46 लाख 95 हजार 530 रुपये की संपत्ति अर्जित की है। जो उनकी कुल आय से करीब 458.72 प्रतिशत अधिक है।
कनीय अभियंता अंसारुल हक इस विभाग में चार माह पूर्व हीं योगदान दिए हैं। इससे पहले किसी अन्य जिले में वे मनरेगा में कार्य कर रहे थे। इसके बाद योजना एवं विकास विभाग में नियुक्ति हुई है। बताया कि हक 2009 में कनीय अभियंता के रूप में विभाग की सेवा में आए थे।

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