Muzaffarpur News: मंगलामुखी से महिला बनी सोनी की रहस्यमय बनी गुमशुदगी, कहीं हत्या तो नहीं
हनुमाननगर के माधोपुर गांव से मंगलामुखी से महिला बनी सोनी की गुमशुदगी चर्चा में है। कुछ लोगों का कहना है कि दौलत के लिए उसकी हत्या कर दी गई। सोनी के पास एक करोड़ रुपये और 25 भर सोना था जिसे हड़पने का आरोप उसके पति और परिवार पर लगा है। पुलिस चकमेहसी में मिले अज्ञात शव की शिनाख्त करने में जुटी है और मामले की जांच कर रही है।
संवाद सहयोगी, हनुमाननगर। मोरो थानाक्षेत्र के माधोपुर गांव से मंगलामुखी से महिला बनी ब्याहता सोनी की रहस्यमय गुमशुदगी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। कुछ लोगों का कहना है कि दौलत हड़पने के बाद उसकी हत्या कर शव को ठिकाना लगा दिया गया है।
उधर, कुछ लोगों का कहना है कि दो मई 2025 को समस्तीपुर जिला के चकमेहसी थानाक्षेत्र के नामापुर पंचायत के रसलपुर बघला गांव स्थित गोदाईपट्टी बागमती घाट से एक अज्ञात महिला का शव बरामद किया गया है। हो सकता है कि वह शव मंगलामुखी से महिला बनी ब्याहता सोनी की हो।
दरअसल, घटना स्थल सीमावर्ती क्षेत्र है। जहां हाथ-पैर बंधा महिला के शव को एक एक पालीथीन में बांधकर फेंक दिया गया था। उसके शरीर पर गहरे जख्म के निशान मिले थे।
उधर, चकमेहसी पुलिस ने बताया कि हत्या के बाद महिला के शव को नदी में ठिकाना लगा दिया गया। ऐसे में मोरो थाने की पुलिस चकमेहसी थाने से संपर्क कर अज्ञात महिला के शव की तस्वीर मंगाने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
बता दें कि नेपाल के सिरहा जिले की रहने वाली दसनी देवी ने मोरो थाना में आवेदन देकर अपनी बहन सोनी देवी की हत्या की आशंका जताई है।
थानाध्यक्ष को दी लिखित तहरीर में सूचिका दसनी ने अंकित किया है कि मंगलामुखी सोनी के पास एक करोड़ रुपये नकदी और 25 भर सोना के आभूषण थे। जिसे उसका पति भारतेंदु कुमार, ससुर महेश मिश्रा, देवर सुभाष कुमार, देवरानी और दो चाचा ने मिलकर हड़प लिया है और उनकी बहन की हत्या कर शव को ठिकाना लगा दिया है।
थानाध्यक्ष पायल भारती ने दसनी देवी के आवेदन पत्र पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुटी है। बताया कि चकमेहसी से बरामद शव के शिनाख्त के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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