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    Darbhanga News: आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए पोषण वाटिका निर्माण प्रशिक्षण शुरू

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 03:47 PM (IST)

    दरभंगा से आई खबर के अनुसार मधुबनी के लौकहा में मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारी में टेंट लगाते समय घायल हुए मजदूर की डीएमसीएच में मौत हो गई। मृतक दीपक दास दरभंगा जिले का रहने वाला था। परिजनों ने टेंट लगाने के दौरान लापरवाही का आरोप लगाया है। घटना के बाद पुलिस द्वारा मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार करने का भी आरोप है।

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    महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया पोषण अभियान। प्रतीकात्मक फोटो

    संवाद सहयोगी, जाले। आंगनबाड़ी सेविकाओं के लिए पोषण वाटिका निर्माण विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुक्रवार से कृषि विज्ञान केंद्र में प्रारम्भ हो गया। केंद्र के अध्यक्ष डॉ दिव्यांशु शेखर ने बताया कि सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जाता है।

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    महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया पोषण अभियान भारत का प्रमुख कार्यक्रम है। यह अभियान स्वस्थ आहार को बढ़ावा देने, आंगनवाड़ी और स्वास्थ्य कर्मियों की क्षमता को मजबूत करने और समुदाय की भागीदारी तक पर जोर देता है।

    पोषण अभियान जीवन के हर चरण में पोषण को महत्व देता है और एक समग्र दृष्टिकोण अपनाता है।अच्छा पोषण सिर्फ थाली में खाना भर नहीं है, बल्कि यह बच्चों में स्वास्थ्य विकास, सीखने की क्षमता और भविष्य के अवसरों की नींव रखता है। फिर भी भारत में लाखों बच्चे कुपोषण, कम लंबाई (स्टंटिंग), कमजोरी (वेस्टिंग) और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी जैसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।

    पोषण माह जागरूकता बढ़ाने, समाधान साझा करने और समुदायों को प्रेरित करने का एक अवसर है। कार्यक्रम के संचालिका गृह वैज्ञानिक डॉ . पूजा कुमारी ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जाले की 20 आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है।

    पोषण वाटिका से पोषण सुरक्षा का मतलब एक ऐसी योजना है जिसमें आंगनबाड़ी केंद्रों या घरों में फल, सब्जियां और अन्य पोषण युक्त खाद्य पदार्थ उगाए जाते हैं, ताकि बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अन्य लोगों को ताजा, जैविक और पौष्टिक भोजन मिल सके जो उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जरूरी है।

    यह योजना कुपोषण से लड़ने, आहार विविधता को बढ़ावा देने, स्थानीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और पोषण जागरूकता बढ़ाने में मदद करती है।

    कार्यक्रम के दौरान आंगनबाड़ी सेविकाओं में सब्जियों का पौधा तथा नेपियर ग्रास का भी वितरण किया गया। इं. निधि कुमारी ने पोषण वाटिका में उपयोग होने वाले छोटे-छोटे कृषि यंत्रों के बारे में महिलाओं को जानकारी दी।

    डॉ. चंदन कुमार ने पोषण वाटिका में जैविक उर्वरक का प्रयोग करने के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान केंद्र के अन्य कर्मी डॉ पूजा कुमारी, अमरंजय कुमार तथा अमन कुमार उपस्थित रहें।