Darbhanga Airport New Terminal: नए टर्मिनल भवन के लिए 54 एकड़ भूमि की मिली NOC, निर्माण कार्य में आएगी तेजी
दरभंगा एयरपोर्ट के नए टर्मिनल (Darbhanga Airport New Terminal) भवन के लिए 54 एकड़ भूमि की एनओसी मिल गई है। सोमवार को सदर अंचलाधिकारी रणधीर कुमार ने स्थानीय एयरपोर्ट अथॉरिटी को भूमि संबंधी अनापत्ति प्रमाण पत्र सौंपा। निर्माण एजेंसी को गुणवत्ता पूर्ण काम के लिए दिशा-निर्देश दिए। अब न्यू टर्मिनल भवन के निर्माण कार्य में तेजी आने की उम्मीद है।

संवाद सहयोगी, दरभंगा। सदर अंचल के रानीपुर पंचायत के बासुदेवपुर मौजा में बन रहे नए दरभंगा एयरपोर्ट (Darbhanga Airport Update) के नए टर्मिनल भवन के लिए 54 एकड़ भूमि की एनओसी मिल गई है। सोमवार को सदर अंचलाधिकारी रणधीर कुमार ने स्थानीय एयरपोर्ट अथॉरिटी को भूमि संबंधी अनापत्ति प्रमाण पत्र सौंपा। सीओ ने एयरपोर्ट के निर्माणाधीन न्यू टर्मिनल भवन का जायजा लिया। निर्माण एजेंसी को गुणवत्ता पूर्ण काम के लिए दिशा-निर्देश दिए।
एयरपोर्ट के अधिकारियों के साथ नक्शा देखते हुए कार्यों का जायजा लिया। बता दें कि एयरपोर्ट के रनवे के लिए वर्ष 2021 में 20 एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई थी। वर्ष 2022 में न्यू टर्मिनल भवन के लिए 54 एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई थी। तब से इसकी एनओसी फंसी हुई थी। तमाम औपचारिकताओं के बाद इस भूमि का अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल गया है।
अब न्यू टर्मिनल भवन के निर्माण कार्य में तेजी आने की उम्मीद है। मौके पर परियोजना महाप्रबंधक अश्विनी कुमार, प्रबंधक नीरज प्रकाश, अहलूवालिया कंट्रक्शन के एजीएम गौतम साह, स्थानीय नेहरूजी, जितेश कुमार चौधरी, रंजीत कुमार, आशीष गुप्ता, अनीश कुमार आदि मौजूद रहे।
912 करोड़ की लागत से हो रहा निर्माण
दरभंगा एयरपोर्ट के 912 करोड़ की लागत से बनने वाले सिविल एन्क्लेव के निर्माण कार्य का शिलान्यास 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने वाराएासी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से किया था। अभी दरभंगा हवाई अड्डा भारतीय वायु सेना के अधीन है।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण 4.72 एकड़ भूमि पर एक अंतरिम सिविल एन्क्लेव संचालित करता है। इस सिविल एन्क्लेव में टर्मिनल भवन का 1400 वर्ग मीटर से 3361 वर्गमीटर का विस्तार किया जा रहा है। नवंबर 2020 में उड़ान योजना के तहत दरभंगा एयरपोर्ट की शुरुआत हुई थी।
मुख्य विशेषताएं-
- नए टर्मिनल भवन का प्रस्तावित क्षेत्रफल- 51,800 वर्ग मीटर
- व्यस्ततम समय में यात्री सेवा क्षमता- 3,000 यात्री
- वार्षिक सेवा क्षमता- 43 लाख यात्री
- चेक-इन काउंटर- 40
- सेल्फ चेक-इन कियोस्क- 14
- स्वचालित ट्रे-रिटीवल प्रणाली- 12
- डोर फ्रेम्ड मेटल डिटेक्टर- 30
- एयरोब्रिज- पांच
- आगमन हॉल में कन्वेयर बेल्ट- चार
- कोड-सी विमानों के लिए प्रस्तावित एप्रन- सात
- परियोजना लागत- 912 करोड़
परियोजना की संधारणीय विशेषताएं-
- थर्मल इन्सुलेशन और ऊर्जा दक्षता के लिए इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम।
- जीवंत और पर्यावरण अनुकूल प्रकाश के लिए एलईडी लाइटिंग की व्यवस्था।
- आरामदायक तापमान बनाए रखने के लिए गर्मी हस्तांतरण को कम करने के लिए ग्लेजिंग।
- अपशिष्ट शोधन संयंत्र लैंडस्केपिंग के लिए पुनर्नवीनीकरण जल का उपयोग
- टर्मिनल भवन में स्थानीय सौंदर्य, संस्कृति और संधारणीय डिजायन का संयोजन।
- क्षेत्रीय लोगों को परियोजना का लाभ।
- क्षेत्र की हवाई संपर्कता को बढ़ावा।
- पर्यटन, व्यापार और निवेश के अवसरों में वृद्धि।
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