JDU विधायक का चचेरा भाई निकला शराब कारोबारी: वाटर प्लांट में पानी की जगह मिली सिर्फ शराब, मचा हड़कंप
जानकारी मिली कि प्रकाश ने तीन साल पहले अपने घर के बगल में वाटर प्लांट लगाया था जो सिर्फ दिखावे के लिए था। इस आड़ में शराब की बिक्री करता था। छापेमारी ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, कुशेश्वरस्थान: कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र के रामपुर रौता गांव से जदयू विधायक अमन भूषण हजारी के चचेरे भाई के वाटर प्लांट से शराब की बड़ी खेप की बरामद होने से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। पुलिस गुरुवार शाम से ही आरोपी प्रकाश भूषण हजारी की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। हालांकि, अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है।
पुलिस सूत्रों अनुसार, विधायक अमन भूषण हजारी का चचेरा भाई प्रकाश भूषण हजारी लंबे समय से शराब का कारोबार कर रहा था, लेकिन ऊंची पहुंच के कारण स्थानीय पुलिस उस पर हाथ डालने से परहेज कर रही थी। साल 2019 में शराब से भरे ट्रक को पुलिस ने जब्त किया था। जांच में प्रकाश का नाम सामने आया। पुलिस ने उसके एक चाचा को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी, जिसे बाद में छोड़ दिया गया।
वाटर प्लांट में पानी नहीं सिर्फ शराब मिली
हालांकि, वरिष्ठ अधिकारियों को बार-बार प्रकाश की ओर से शराब की बिक्री करने की सूचना मिल रही थी। हर बार स्थानीय पुलिस मामले को दबाने की कोशिश करती थी। आखिर में जिला पुलिस की टीम ने गुरुवार की शाम प्रकाश के वाटर प्लांट में छापेमारी की, जहां पानी की जगह सिर्फ शराब पाई गई। दृश्य देख पुलिस अधिकारी भी दंग रह गए। कार्रवाई के बाद स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
जानकारी मिली कि प्रकाश ने तीन साल पहले अपने घर के बगल में वाटर प्लांट लगाया था, जो सिर्फ दिखावे के लिए था। इस आड़ में शराब की बिक्री करता था। छापेमारी के दौरान वाटर प्लांट से 180 एमएल की 960 बोतलें विदेशी शराब जब्त की गई। हालांकि, रात्रि होने का फायदा उठाकर प्रकाश फरार हो गया। इसके बाद बिरौल एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी के नेतृत्व में कई ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
विधायक बोले- भाई से नहीं है कोई संबंध
थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। फरार धंधेबाज प्रकाश भूषण हजारी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। उधर, विधायक अमन भूषण हजारी ने बताया कि उनका चचेरे भाई से कोई संबंध नहीं है। उनके चाचा 40 वर्ष पूर्व से पैतृक संपत्ति का बंटवारा कर अलग हो गए थे। चचेरे भाई अथवा उसके कारोबार से उनका दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है। बता दें कि फरार आरोपित प्रकाश भूषण हजारी हाल के दिनों कुशेश्वरस्थान नगर पंचायत के मुख्य पार्षद के पद पर चुनाव लड़ा था, जिसमें सफलता नहीं मिली।

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