Darbhanga News : महंगाई की मार या मुनाफे का मौका? सोने ने बदल दिया खरीदारी का ट्रेंड
दरभंगा में सोने की बढ़ती कीमतों ने ज्वैलरी बाजार में बदलाव ला दिया है। लोग अब 24 कैरेट के बजाय 14 कैरेट के गहनों को पसंद कर रहे हैं, क्योंकि यह सस्ता विकल्प है। कई ग्राहक पुराने गहनों को नया करा रहे हैं या बेचकर नए खरीद रहे हैं। सोने के दाम बढ़ने से खरीदारी का ट्रेंड बदल गया है।

ज्वेलर्स के दूकान पर आभूषण खरीदते ग्राहक। जागरण
जागरण संवाददाता, दरभंगा। सोने की कीमतों के कारण शादी-विवाह के सीजन में ज्वैलरी बाजार में बदलाव आया है। सोने की कीमतें बढ़ने से पारंपरिक 24 कैरेट के बजाय 14 कैरेट के गहनों की मांग बढ़ी है और ज्वैलर्स भी अब ऐसे गहने बना रहे हैं।
यह बदलाव ग्राहकों के लिए कम दाम में सोने के गहने खरीदने का एक तरीका है। ज्वैलर्स भी इस मांग को पूरा करने के लिए 14 कैरेट जैसे कम कैरेट के सोने के गहने बनाने लगे हैं। यह एक तरह का बाजार का बदलाव है, जहां ग्राहक अपनी बजट में रहने के लिए आभूषणों के विकल्प खोज रहे हैं। बिरौल प्रखंड के नारायणपुर गांव के गोपी रमण लाल दास बताते है कि भतीजी की शादी है।
सर्राफा बाजारों में सोने का भाव एक बार फिर आसमान पर पहुंच गया है। सोने की कीमत 1.25 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकार्ड पर पहुंच गया। पुराने गहने, सिक्के और अन्य पुराने आभूषण बेचकर नए गहने खरीद रहे हैं।
वहीं अमाही गांव के संतोष यादव कहते है कि बेटी की शादी है। सोने के दाम को देखते हुए 14 कैरेट का जेवर खरीद रहा हूं। आभूषण कारोबारी दगरू सेठ के प्रोपराइटर संतोष लाठ और सुहागन ज्वेलर्स के मंजय गुप्ता के अनुसार, सोने की कीमत रिकार्ड हाई लेवल पर है। इसके चलते लोग सोने के नए आभूषणों की खरीद करने से बच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शादी के सीजन के लिए करीब 80 प्रतिशत से अधिक ग्राहक गोल्ड की रिसाइकलिंग करवा रहे हैं। ग्राहक पुराने गहनों को ही नया करा रहे हैं। इसमें उन्हें केवल मेकिंग चार्ज का ही भुगतान करना पड़ रहा है। कई लोग पुराने गहनों को बेचकर नए गहने बनवा रहे हैं। जिनके पास सोने के सिक्के हैं वे बेच रहे हैं।
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सोने के पुराने गहनों की बिक्री पर लागत लगती कम :
ग्राहक पुराने गहने बेचते हैं, तो उन्हें कुछ कटौतियां का सामना करना पड़ता है। पुराने गहनों की बिक्री पर जीएसटी, बाजार मूल्य कटौती और मेकिंग चार्ज आदि माइनस किया जाता है, जिससे उन्हें मिलने वाले पैसे घट जाते हैं। नए गहने खरीदते समय, मेकिंग चार्ज 10 से 25 प्रतिशत तक हो सकता है। और जीएसटी तीन प्रतिशत का भुगतान करना पड़ता है।

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