ज्वेलरी दुकान से 2 किलो चांदी चोरी करने वाले यूपी के 7 शातिर बदमाश गिरफ्तार, हथियार और जेवर बरामद
दरभंगा पुलिस ने जमालपुर थाना क्षेत्र के किरतपुर बाजार में एक ज्वेलरी की दुकान से 12 दिसंबर को चोरी हुए दो किलो चांदी के जेवर के साथ सात बदमाशों को गिर ...और पढ़ें

यूपी के 7 शातिर बदमाश गिरफ्तार
संवाद सहयोगी, बिरौल (दरभंगा)। पुलिस ने जमालपुर थाना के किरतपुर बाजार की ज्वेलरी दुकान से 12 दिसंबर को चुराए गए दो किलो चांदी के जेवर के साथ सात बदमाशों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से दो देसी पिस्टल एवं पांच कारतूस की बरामदगी हुई है।
गिरफ्तार बदमाशों में शाहजहांपुर जिले के नगोई थाना के छह एवं हाथरस जिला के सौंपे थाना के एक हैं। पुलिस इनकी निशानदेही पर आगे की कार्रवाई कर रही है। ग्रामीण एसपी आलोक बिरौल थाना परिसर में शनिवार को यह जानकारी दी।
सुबह करीब 4:20 बजे मिली थी जानकारी
उन्होंने बताया कि शुक्रवार की अहले सुबह करीब 4:20 बजे घनश्यामपुर थानाध्यक्ष को सूचना मिली कि जमालपुर थाना क्षेत्र के किरतपुर बाजार में चोरी की घटना को अंजाम देकर छह-सात संदिग्ध व्यक्ति घनश्यामपुर थाना अंतर्गत ग्राम दोहथा की ओर भाग रहे हैं।
सूचना मिलते ही घनश्यामपुर थानाध्यक्ष दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस वाहन को देखते ही संदिग्ध इधर-उधर भागने लगे। अफरा-तफरी के बीच शोर होने पर ग्रामीण भी जग गए और पुलिस के साथ मिलकर पीछा शुरू किया। इसी दौरान एक संदिग्ध ने पुलिस पर एक राउंड फायरिंग की।
ग्रामीणों के सहयोग से घेराबंदी
हालांकि इस घटना में किसी प्रकार की जान-माल की क्षति नहीं हुई। इसके बाद पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से घेराबंदी कर कुल सात संदिग्धों को मौके पर ही पकड़ लिया।
इनकी पहचान उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के नगाई थाना के ईशापुर झाला के हुकुम सिंह के पुत्र बुद्धपाल सिंह (65), स्व.ओमकार के पुत्र बीर सिंह (30), स्व. दुलार के पुत्र प्रसादी (55), बलरामपुर के स्व.थोमा राम के पुत्र धर्मपाल (25), स्व. राम सिंह के पुत्र सेवा सिंह (32), स्व. नारायण सिंह के पुत्र मंगल सिंह उर्फ मउ और हाथरस जिले के सौंपे थाना के मेहराबाग निवासी ओमप्रकाश के पुत्र कन्हैया लाल (34) के रूप में हुई है।
हथियार और जेवरात बरामद
इनके पास से हथियार, कारतूस जेवरात के अलावा मोबाइल फोन,ताला व शटर तोड़ने में प्रयुक्त औजार, मनोज ज्वेलर्स की बैग एवं रसीद बुक बरामद किया। पूछताछ में बदमाशों ने स्वीकार किया कि बरामद ज्वेलरी जमालपुर थाना क्षेत्र के किरतपुर बाजार स्थित मनोज ज्वेलर्स से चोरी की गई थी।
इनकी निशानदेही पर पुलिस ने किरतपुर बाजार से चोरी गई चांदी जैसी ज्वेलरी व अन्य सामान भी बरामद कर लिया है। इसके अलावा अभियुक्तों ने जिले के बहेड़ा, बहेड़ी और लहेरियासराय थाना क्षेत्रों में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम देने की बात कबूल की है।
अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा
गिरफ्तार प्रसादी के विरुद्ध बरेली के इज्जतनगर थाना में कांड संख्या 677/22, धारा 395/397/412 भादवि दर्ज है। अभियुक्त बीर सिंह के विरुद्ध पीलीभित के बिलसांडा थाना में कांड संख्या 32/20, धारा 3/25(ए) आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज है। अन्य अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
ग्रामीण एसपी आलोक कुमार ने बताया कि पूछताछ के क्रम में आरोपियों के मोबाइल लोकेशन का तकनीकी विश्लेषण किया गया। जिससे यह स्पष्ट हुआ कि ये सभी समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत रामभद्रपुर स्टेशन के आसपास रहते थे। ये लोग खानाबदोश जीवनशैली में झुग्गी-झोपड़ियों में रहते हुए अलग-अलग स्थानों पर घूम-घूमकर रेकी करते थे। इनके साथ कुछ महिलाएं भी रहती थी।
राष्ट्रीय स्तर पर घटनाओं को अंजाम देते थे
यूपी पुलिस से मिली जानकारी में बताया गया कि गिरफ्तार किए सभी बदमाश राष्ट्रीय स्तर पर घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं। इस गिरोह के विरुद्ध कई मामले बिहार,यूपी समेत अन्य राज्यों में दर्ज है।
सुनियोजित तरीके से चोरी की घटनाओं को अंजाम
ग्रामीण एसपी ने बताया कि यह गिरोह पहले उन इलाकों को चिह्नित करता है, जहां पुलिस की गश्ती कम होती है। इसके बाद रात्रि में सुनियोजित तरीके से चोरी की घटनाओं को अंजाम देता है। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आई है कि इन लोगों ने बहेड़ी थाना क्षेत्र के माया चौक, समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर समेत अन्य इलाकों में भी चोरी की घटनाएं की हैं।
इनकी निशानदेही पर कल्याणपुर थाना क्षेत्र में छापेमारी के दौरान चोरी किए गए भारी मात्रा में गहनों की बरामदगी की गई है। इन गहनों की सुरक्षा के लिए एक व्यक्ति को प्रतिनिधि के रूप में तैनात किया गया था, जिसे स्थानीय पुलिस ने हथियार के साथ गिरफ्तार किया है।
पेशेवर तरीके से काम करता था गिरोह
यह गिरोह पूरी तरह पेशेवर तरीके से काम करता था। ये लोग केवल रात में ही नहीं, बल्कि दिन में भी लोगों को टारगेट करते थे और फिर रात्रि में घटना को अंजाम देते थे। अब तक की जांच में यह भी सामने आई है कि अक्सर ऐसे खानाबदोश लोगों को गरीब और कमजोर समझकर नजरअंदाज कर दिया जाता था, लेकिन अब पुलिस इस विषय पर पूरी तरह सतर्क हो गई है।
उन्होंने बताया कि जिले के सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि जो लोग खानाबदोश तरीके से रह रहे हैं, उन पर विशेष नजर रखें, उनके बारे में विस्तृत जानकारी जुटाएं और आसपास के लोगों को भी सतर्क करें। साथ ही सीमावर्ती जिलों और अन्य जिलों के थानों को भी सूचित किया गया है, ताकि दूसरे जिलों या राज्यों से आने वाले ऐसे संदिग्ध लोगों पर निगरानी रखी जा सके।
गांव के लोगों ने किया मदद
ग्रामीण एसपी ने दोहथा गांव के ग्रामीणों की सराहना करते हुए कहा कि जिस तरह से गांव के लोगों ने साहस दिखाते हुए अपराधी को पकड़ने में पुलिस का सहयोग किया, वह सराहनीय है।
उन्होंने कहा कि ऐसे ग्रामीण धन्यवाद के पात्र हैं और उन्हें चिन्हित कर प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। साथ ही उन्हें पुलिस मित्र के रूप में सम्मान दिया जाएगा।
ग्रामीण एसपी द्वारा छापेमारी गठित टीम में बिरौल एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी,बेनीपुर एसडीपीओ बीके झा, बिरौल थानाध्यक्ष चन्द्रमणि, सर्किल इंस्पेक्टर महफूज आलम,बहेड़ा थानाध्यक्ष हरिद्वार शर्मा समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे।

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