River Cruise Tour: बक्सर और पटना से गुजरेगी विश्व की सबसे लंबी रिवर क्रूज यात्रा, दो देश की सैर करेंगे टूरिस्ट
दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज यात्रा बक्सर और पटना से होकर गुजरेगी। यह वाराणसी से शुरू होकर कोलकाता ढाका गुवाहाटी के रास्ते डिब्रूगढ़ तक का सफर पूरा करेगी। भारत में बने अब तक के सबसे बड़े रिवर शिप से पर्यटक दो देशों का सफर करेंगे।
शुभ नारायण पाठक, बक्सर। राष्ट्रीय जलमार्ग-1 एक बार फिर पर्यटकों की गतिविधियों से गुलजार होने वाला है। प्रयागराज-हल्दिया जलमार्ग से होते हुए करीब 3200 किलोमीटर दूरी तय करने वाली दुनिया की सबसे लंबी और रोमांचक रिवर क्रूज यात्रा अगले महीने शुरू होने वाली है। करीब 50 दिनों की इस यात्रा का साक्षी बक्सर भी बनेगा। वाराणसी से शुरू होने वाली यह यात्रा केवल भारत ही नहीं, बल्कि बांग्लादेश की नदियों से भी होकर गुजरेगी। गंगा के तट से शुरू होने के बाद 27 नदियों से होकर गुजरने वाली यह यात्रा ब्रह्मपुत्र के किनारे बसे पूर्वोत्तर भारत के शहर डिब्रूगढ़ तक जाएगी। बिहार में इस यात्रा का पहला पड़ाव बक्सर ही होगा।
बिहार में बक्सर के अलावा यह यात्रा सारण के डोरीगंज और चिरांद, पटना, मोकामा, बेगूसराय के सिमरिया, मुंगेर, सुल्तानगंज, बटेश्वरस्थान होते हुए मुर्शिदाबाद होते हुए पश्चिम बंगाल में दाखिल होगी। इसके बाद ढाका और गुवाहाटी होते हुए डिब्रुगढ़ पहुंचेगी। इस टूर पैकेज की शुरुआत यूं तो 10 जनवरी से होगी, लेकिन रिवर क्रूज 13 जनवरी को वाराणसी से प्रस्थान करेगा। इन तीन जिलों में पर्यटक वाराणसी के ही अलग-अलग स्थलों की सैर करेंगे। बक्सर में क्रूज का आगमन 14 जनवरी को होगा। 15 को डोरीगंज, 16 को पटना में यात्रा का पड़ाव होगा। पटना में पर्यटकों को भ्रमण का पूरा मौका मिलेगा। यहां से यात्रा 18 जनवरी को आगे के लिए प्रस्थान करेगी। 19 को सिमरिया, 20 को मुंगेर, 21 को सुल्तानगंज में यात्रा का पड़ाव होगा।
65 मीटर लंबे गंगा विलास से होगी यात्रा
यह यात्रा 65 मीटर लंबे रिवर क्रूज गंगा विलास से होगी। यह शिप गंगा में हाल के दिनों में गुजरने वाले दूसरे परिवहन यानों की अपेक्षा बड़ा और काफी आलीशान है। इसकी चौड़ाई लगभग 13 मीटर है। इसे भारत में बना सबसे बड़ा रिवर शिप बताया जा रहा है। इसमें पर्यटकों के लिए बेहतरीन सुइट, बाथरूम, शावर, कनवर्टिबल बेड, फ्रेंच बॉलकनी, एलईडी टीवी, सेफ समेत आधुनिक जीवन रक्षक प्रणाली भी होगी। ट्रिप में 40 सीट वाले रेस्टोरेंट की व्यवस्था है। इसमें सन डेक और स्पा भी है। यहां बफे में कॉन्टीनेंटल और इंडियन डिशेज सर्व की जाएंगी।
बक्सर से दो बार गुजरेगी ये शानदार शिप
बक्सर सहित बिहार के तमाम निर्धारित पड़ावों से यह शिप दो बार गुजरेगी। दरअसल, इस यात्रा की शुरुआत भले वाराणसी से होनी है, लेकिन गंगा विलास शिप का बेस कोलकाता में है। यात्रा शुरू करने के लिए कोलकाता से यह शिप वाराणसी के लिए रवाना हो चुकी है। एक जनवरी को इसे पटना और चार जनवरी को बक्सर पहुंचना है। इसके लिए इस यात्रा को आयोजित करने वाली कंपनी हेरिटेज रिवर जर्नी प्राइवेट लिमिटेड ने भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण को सभी संबंधित पड़ावों पर जेटी की व्यवस्था करने के लिए पत्र लिखा है।
रोमांचक होगी यात्रा
- 50 दिनों में पूरा होगी ये रोमांचक यात्रा
- 3200 किलोमीटर लंबा होगा ये सफर
- 27 नदियों से गुजरेंगे पर्यटक
- 65 मीटर लंबा है एमवी गंगा विलास
- 13 मीटर है इस शिप की चौड़ाई
- 40 लोगों के बैठने लायक रेस्टोरेंट
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।