बहू के अंतिम संस्कार के बाद तालाब में नहाने गए चौकीदार की डूबने से मौत, गांव में पसरा मातम
डुमरांव के लाखनडिहरा गांव में चौकीदार नंदजी यादव की तालाब में डूबने से मृत्यु हो गई। वह अपने भाई की बहू के दाह संस्कार के बाद घटका जलार्पण करने गए थे। नहाते समय वे गहराई का अंदाजा नहीं लगा पाए और डूब गए। अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गांव में शोक की लहर है।

संवाद सहयोगी, डुमरांव (बक्सर)। रविवार की सुबह थाना क्षेत्र के लाखनडिहरा गांव में दर्दनाक हादसे से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया।
स्थानीय निवासी और डुमरांव थाना में कार्यरत चौकीदार नंदजी यादव (58 वर्ष) की तालाब में डूबने से मौत हो गई। यह घटना तब हुई, जब वे अपने परिवार के साथ एक दिन पहले स्वर्गीय हुई भाई की बहू के दाह संस्कार के बाद घटका जलार्पण करने गांव के शिव मंदिर तालाब पहुंचे थे।
स्वजन के अनुसार नंदजी यादव तालाब में नहाने के लिए उतरे थे। शायद उन्हें पानी की गहराई और उसमें मौजूद खतरे का अंदाजा नहीं हो पाया और देखते ही देखते वे गहराई में डूबने लगे।
तालाब से कुछ दूरी पर बैठे परिवार के लोगों को जब तक उनकी हालत का अहसास हुआ, तब तक देर हो चुकी थी। चीख-पुकार मच गई। आस-पास के ग्रामीण और परिजन दौड़े, किसी तरह उन्हें पानी से बाहर निकाला गया और आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही डुमरांव थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। प्रभारी थानाध्यक्ष संजीत शर्मा ने बताया कि आवश्यक विधिक प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
एक ही परिवार में लगातार दो-दो मौतों ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया है। जहां एक ओर बहू के असमय निधन का शोक अभी थमा नहीं था, वहीं अब नंदजी यादव की आकस्मिक मृत्यु ने दुख की परत और गहरी कर दी है।
गांव के लोग चौकीदार नंदजी यादव को एक कर्तव्यनिष्ठ, मिलनसार और जिम्मेदार इंसान के रूप में जानते थे। उनकी इस प्रकार हुई मौत ने न केवल उनके परिवार को, बल्कि पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। एक ही दिन में दो त्रासदियां झेल रहे परिवार को देख हर कोई संवेदना प्रकट कर रहा है।
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