Bihar News: बिहार के सरकारी स्कूलों में इस साल 72 दिनों की छुट्टी, लेकिन 'ईद' की छुट्टियों के लिए रखी शर्त
Bihar School News शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के लिए अवकाश कैलेंडर-2025 जारी किया है। इसके अनुसार महापुरुषों की जयंती पर स्कूल बंद रहेंगे। गर्मी की छुट्टी 2 से 21 जून तक और ठंड की छुट्टी 25 से 31 दिसंबर तक होगी। साल में स्कूल 72 दिन बंद रहेंगे। वहीं ईद की छुट्टी चांद दिखने के बाद निर्धारित की जाएगी।
संवाद सहयोगी, केसठ(बक्सर)। Bihar Government School: शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों का अवकाश कैलेंडर- 2025 जारी कर दिया गया है। विभाग ने राजकीय, राजकीयकृत, परियोजना, उत्क्रमित प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों तथा संस्कृत, उर्दू और मदरसा विद्यालय के लिए अवकाश कैलेंडर जारी कर दिया है। कैलेंडर के अनुसार महापुरुषों की जयंती पर स्कूल बंद रहेंगे।
गर्मी की छुट्टी के साथ ठंड की भी छुट्टी दी गई है। 25 दिसंबर से 31 दिसंबर तक ठंड की छुट्टी यानी स्कूल बंद रहेंगे। वहीं गर्मी की छुट्टी दो से 21 जून तक होगी। रक्षाबंधन पर भी स्कूल बंद रहेंगे। साल में स्कूल 72 दिन बंद रहेंगे
ईद की छुट्टी चांद देखने के बाद होगी निर्धारित
ईद की छुट्टी चांद दिखने के बाद निर्धारित की जाएगी। स्कूलों में वार्षिक उत्सव, गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती समारोह मनाई जाएगी। इस दौरान सभी बच्चे और टीचर स्कूल में उपस्थित रहेंगे।
बच्चों को दिए जाएंगे होमवर्क
कार्यक्रम के आयोजन के बाद स्कूलों में छुट्टी होगी। कैलेंडर के अनुसार गर्मी की छुट्टी, ठंड की छुट्टी, दशहरा और दीपावली की छुट्टी के दौरान बच्चों को होम वर्क दिए जाएंगे। शिक्षकों को अनिवार्य रूप से होम वर्क देना होगा। स्कूल खुलने के बाद टीचर का यह दायित्व होगा कि होम वर्क का मूल्यांकन करे।
पटना जिले में 5100 नियोजित शिक्षक हुए विशिष्ट शिक्षक
पटना जिले में 5100 नियोजित शिक्षक बुधवार (एक जनवरी) से विभिन्न स्कूलों विशिष्ट शिक्षक के रूप में योगदान करना शुरू कर दिया है। शिक्षकों के योगदान की अंतिम तिथि सात जनवरी है।
जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से जारी पत्र में कहा गया है जिस दिन विशिष्ट स्कूल में योगदान करेंगे उसी दिन से वेतन अनुमान्य होगा।
प्रधानाध्यापक अपनी उपस्थिति में शिक्षकों को योगदान कराएंगे। निर्धारित तिथि में ही शिक्षकों को योगदान करना है। जिस दिन विशिष्ट शिक्षक योगदान करेंगे उनके योगदान की तिथि सहित अन्य महत्वपूर्ण चीजों को साफ्टवेयर पर अपलोड करना होगा।
जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है वे इन शिक्षकों का नाम साफ्टवेयर पर आवश्यक रूप से अपलोड करना सुनिश्चित करेंगे।
अपलोड नहीं करने की स्थिति में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पर कार्रवाई की जा सकती है। जिन शिक्षकों के नियुक्ति पत्र में डिजिटल हस्ताक्षर किन्हीं कारणों से छूट गया वे भी संबंधित स्कूल में योगदान करेंगे।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) राजकमल ने बताया कि सात जनवरी तक विशिष्ट शिक्षकों को हर हाल में योगदान दे देना है।
जो महिला नियोजित शिक्षक, वर्तमान में नियोजन इकाई द्वारा स्वीकृत मातृत्व अवकाश का उपभोग कर रही है और विशिष्ट शिक्षक के रूप में चयनित है वे विशेष परिस्थिति में सात जनवरी के बाद भी योगदान कर सकती है। ऐसे शिक्षकों को योगदान की तिथि से विशिष्ट शिक्षक का वेतन अनुमान्य होगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।