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    Tejashwi Yadav : तेजस्वी की 250 से अधिक सभाओं का दिखा असर, इस सीट पर BJP को मात देने के साथ बना लिया सबसे अलग रिकॉर्ड

    Updated: Thu, 06 Jun 2024 11:33 AM (IST)

    बिहार की एक लोकसभा सीट पर भाजपा को 38.02 प्रतिशत मत मिले हैं जबकि 2019 में 47.93 प्रतिशत मत मिले थे। वहीं इस मामले में राजद ने पहली बार रिकॉर्ड कायम किया है। इसके पहले वर्ष 1999 में राजद ने सर्वाधिक 37.22 प्रतिशत मत हासिल किए थे। तब राजद के शिवानंद तिवारी भाजपा के लालमुनि चौबे से चुनाव हारे थे।

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    बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव। फोटो- जागरण

    शुभ नारायण पाठक, बक्सर। Bihar Politics In Hindi लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत भाजपा का वोट शेयर इस बार बीते चुनाव के मुकाबले 10 प्रतिशत तक कम हो गया है। वहीं राजद को बीते लोकसभा चुनाव की अपेक्षा पांच प्रतिशत की बढ़त है। बसपा का वोट शेयर भी दो प्रतिशत बढ़ा है।

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    इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा को 38.02 प्रतिशत मत मिले हैं, जबकि 2019 में 47.93 प्रतिशत मत मिले थे। इसी तरह राजद को इस बार 40.82 प्रतिशत मत मिले हैं, जो पिछली बार केवल 36.01 प्रतिशत थे। राजद ने पहली बार 40 प्रतिशत से अधिक मत लाकर अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

    1999 में राजद को मिले थे इतने वोट

    इसके पहले वर्ष 1999 में राजद ने सर्वाधिक 37.22 प्रतिशत मत हासिल किए थे। तब राजद के शिवानंद तिवारी भाजपा के लालमुनि चौबे से चुनाव हारे थे। नवनिर्वाचित सांसद सुधाकर के पिता जगदानंद सिंह भी इस सीट से तीन बार चुनाव लड़े और दो बार जीते, लेकिन उन्हें अधिकतम 36 प्रतिशत मत ही मिले थे। हालांकि, 2009 में वह केवल 21.27 प्रतिशत मत पाकर ही चौतरफा मुकाबले में जीत गए थे।

    बक्सर में समाजवादियों को तीसरी बार मिली जीत 

    Bihar News बक्सर सीट का मिजाज ज्यादातर राष्ट्रीय दलों के समर्थन में रहा।   शुरुआत के दो चुनावों में यहां निर्दलीय महाराजा कमल सिंह जीते, लेकिन इसके बाद पहले कांग्रेस और बाद में भारतीय जनता पार्टी को यहां लंबे समय तक प्रतिनिधित्व का मौका मिला है। बीच में दो-दो दफे समाजवादियों और वामपंथियों को भी मौका जरूर मिला है।

    1977 की इंदिरा विरोधी लहर में बक्सर से भारतीय लोक दल के रामानंद तिवारी जीते थे। 2009 में राष्ट्रीय जनता दल के जगदानंद सिंह चौतरफा और बेहद नजदीकी मुकाबले में बाजी मार ले गए थे।

    भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के तेज नारायण सिंह को 1989 और 1991 में दो बार यहां से जीते। यही कालखंड बक्सर में कांग्रेस के पतन और भाजपा के उत्थान का काल साबित हुआ।

    वर्षवार लोकसभा चुनावों में मत प्रतिशत

    वर्ष - कांग्रेस - भाजपा - भाकपा - राजद

    1967 - 33.25 - 00 - 20.91 - 00

    1971 - 39.34 - 00 - 17.27 - 00

    1 977 - 18.78 - 00 - 13.54 - 00

    1980 - 37.82 - 00 - 28.87 - 00

    1984 - 46.26 - 12.78 - 33.86 - 00

    1989 - 25.73 - 32.06 - 38.89 - 00

    1991 - 20.67 - 29.75 - 41.44 - 00

    1996 - 1.20 - 45.34 - 34.45 - 00

    1998 - 1.29 - 41.05 - 14.34 - 28.09

    1999 - 00 - 39.15 - 11.27 - 37.22

    2004 - 00 - 31.73 - 1.79 - 20.56

    2009 - 3.65 - 20.91 - 00 - 21.27

    2014 - 00 - 35.88 - 00 - 20.99

    2019 - 00 - 47.93 - 00 - 36.01

    2024 - 00 - 38.02 - 00 - 40.82

    कब कौन कितने मतों से जीता

    2024 - राजद - 30091

    2019 - भाजपा - 11760 9

    2014 - भाजपा - 1323 38

    2009 - राजद - 2238

    2004 - भाजपा - 54866

    1999 - भाजपा - 11606

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