नौवीं के छात्र नहीं जानते वृत्त व व्यास में अंतर
डीपीओ के निरीक्षण के दौरान सरकारी स्कूलों की कुवयवस्था तो उजागर हुई ही, शिक्षा के गिरते स्तर का भी पता चला। नौंवी कक्षा के विद्यार्थियों को वृत और व्यास का अंतर भी नहीं मालूम है।
बक्सर [जेएनएन]। सरकारी शिक्षा का हाल किस कदर बेहाल है, इसका खुलासा बुधवार को निमेज हाईस्कूल निरीक्षण में पहुंचे जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना विनायक पांडेय द्वारा बच्चों से पूछे गए सवालों से हुआ। स्वच्छता की जांच में ब्रह्मपुर पहुंचे डीपीओ द्वारा विद्यालय के निरीक्षण में व्यवस्था की कलई खुल गई। वहां कुल 17 शिक्षकों में आठ शिक्षक भी अनुपस्थित पाए गए। इस दौरान डीपीओ ने सभी की हाजिरी काट दी और उनका एक दिन का वेतन रोक दिया।
निरीक्षण में विद्यालय पहुंचे डीपीओ ने वहां फाइलों को भी खंगाला। उन्होंने बताया कि एक साथ 8 शिक्षकों के अवकाश पर रहने के बाबत जब उन्होंने हेडमास्टर से आवेदन मांगा तो हेडमास्टर ने फोन पर शिक्षकों द्वारा अवकाश लिए जाने की बात कही। इस पर डीपीओ ने सभी की हाजिरी काट दी। उन्होंने बताया कि इस मामले में सभी अनुपस्थित शिक्षकों व हेडमास्टर से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
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बहरहाल, हास्यास्पद स्थिति यह कि जब डीपीओ ने बच्चों के ज्ञान के स्तर को टटोलना चाहा तो वहां भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी। डीपीओ ने बताया कि जब उन्होंने बच्चों से वृत्त और व्यास का अंतर पूछा तो वे कुछ नहीं बता पाए।
यही नहीं, बच्चे हाउस और होम का अंतर भी बच्चे नहीं बता पाए। इस क्रम में उन्होंने बच्चों से इलेक्ट्रान व न्यूट्रान के बारे में जानने का प्रयास किया लेकिन इस पर भी बच्चे बगले झांकते नजर आए। और तो और जब उन्होंने एक बच्चे से पूछा कि मैं कल घर जाउंगा..इसका अंग्रेजी में ट्रांसलेशन कैसे होगा तो बच्चे का जवाब था..आई शैल गो हाउस।
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