सिय-पिय मिलन महोत्सव का आगाज आज, देशभर से जुटे साधु-संत
महर्षि श्री खाकी बाबा के 48वें निर्वाण दिवस के अवसर पर दस दिनों तक आयोजित होने वाले सिय-पिय मिलन।
बक्सर। महर्षि श्री खाकी बाबा के 48वें निर्वाण दिवस के अवसर पर दस दिनों तक आयोजित होने वाले सिय-पिय मिलन महोत्सव का भव्य आगाज गुरूवार को अपराह्न 3 बजे से शुरू होने जा रहा है। विश्वस्तरीय इस आयोजन मे भाग लेने के लिए देश के कोने-कोने से संतों व महात्माओं का आगमन एक दिन पहले से ही शुरू हो गया है।
तय कार्यक्रमों के तहत श्रीराम चरितमानस का सामूहिक नवाह पारायण नित्य प्रतिदिन प्रात: 6 से 9 बजे के बीच आयोजित होगा। सुबह 9 से अपराह्न 12 बजे तक प्रतिदिन वृंदावन की विश्वविख्यात रास मंडली ब्रज कोकिला छोटे ठाकुर हरिवल्लभ शर्मा के निर्देशन में श्री कृष्णलीला का आयोजन होगा। अपराह्न 2 से 3 बजे के बीच झांकी व पदगायन का आयोजन मिथिला के विश्वनाथ शुक्ला उर्फ श्रृंगारी जी के द्वारा किया जाएगा। अपराह्न 3 बजे से संध्या 7 बजे तक प्रतिदिन श्री भक्तमाल कथा का आयोजन किया जाएगा जिसमें श्री मलूक पीठाधीश्वर जगदगुरू राजेंद्र देवाचार्य जी महाराज के द्वारा भागवत कथा की अमृत वर्षा का आनंद उठाएंगे। संध्या 7 बजे से 9 बजे तक विद्वजनों से समागम के अलावा आचार्य एवं संतों द्वारा हितोपदेश, कथा, कीर्तन व प्रवचन दिए जाएंगे। जबकि, रात्रि 9 से 12 बजे तक नित्य रामलीला का आयोजन संपन्न होगा।
आयोजन में पंच गंगा घाट वाराणसी के जगदगुरू श्री रामानन्दाचार्य श्री रामनरेशाचार्य जी महाराज, ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरू श्री शंकराचार्य स्वामी श्री वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज, भानपुरा पीठाधीश्वर जगदगुरू श्री शंकराचार्य श्री दिव्यानन्द तीर्थ जी महाराज, वृन्दावन से श्री मन्मनाथ गौड़ेश्वर वैष्णवाचार्य श्री पुण्डरीक गोस्वामी जी महाराज, अयोध्या से पधारे श्री संपन्न श्री मैथिली रमण शरण जी महाराज, विश्व विख्यात भागवत व रामायण के व्यास श्री रमेश भाई ओझा जी, खन्दवा से श्री संपन्न श्री ब्रम्हस्वरूप जी महाराज, श्री किशोरी जी के लाडले एवं मामाजी के प्रिय भांजे परम पूज्य संत श्री मुरारी बापू समेत अनेक ख्याति प्राप्त संत पधारेंगे।
आठ बीघा में बना विशाल पंडाल
नया बाजार स्थित श्री सीताराम विवाह आश्रम में आज से शुरू होने वाले विशाल महोत्सव के लिए विशाल वाटर प्रूफ पंडाल तैयार किया गया है। आश्रम के महंत राजारामशरण दास जी महाराज ने बताया कि कार्यक्रम में देश विदेश के हजारों श्रद्धालु भाग लेने हर साल आते हैं। जिसको देखते हुए लगभग आठ बिघे में विशाल पंडाल तैयार किया गया है। इतना बड़ा पंडाल यहां मिलना संभव नही था। लिहाजा बाहर से पंडाल मंगाया गया है। जो पूरी तरह से वाटर प्रूफ होने के कारण इस पर भारी वर्षा का भी कोई असर नही होगा। इसके अलावा देश के कोने-कोने से आने वाले हजारों साधू संतों के ठहरने के लिए अलग से छोटी-छोटी सैकड़ों रेवटियां लगाई गई हैं।
-सुरक्षा के कड़े इंतजाम
सीताराम विवाह महोत्सव के विश्व प्रसिद्ध आयोजन को देखते हुए आश्रम से लेकर आयोजन स्थल तक चारों तरफ श्रद्धालुओं की सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। पूरे आयोजन के दौरान यहां जगह-जगह पर पुलिस बल के जवानों के साथ आश्रम के परिकर और स्थानीय कार्यकर्ता बराबर सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करते रहेंगे। जिससे बाहर से आने वाले किसी भी श्रद्धालु को किसी प्रकार की शिकायत का मौका नही मिले।
पहले दिन से ही विशाल भंडारा का आयोजन
गुरुवार से शुरू होने वाले इस विशाल आयोजन के लिए विशाल भंडारा की भी तैयारी की गई है। जहां सैकड़ों की संख्या में लगे कारीगर दिन-रात लोगों के भोजन की व्यवस्था में पहले ही दिन से लगे रहेंगे। हर साल आयोजन के प्रथम दिन से ही संचालित हाने वाला भंडारा कार्यक्रम के समापन के बाद भी जब तक सभी श्रद्धालु यहां से चले नही जाएंगे तब तक लगातार निर्वाध रूप से जारी रहेगा। जिसमें किसी के प्रवेश पर कोई रोक नही रहता है। इस मौके पर प्रतिदिन हजारों लोगों को भंडारा में प्रसाद ग्रहण कराने की व्यवस्था की गई है। वही महाभंडारा के दिन लगभग एक लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। जिसके लिए सारी तैयारियां पहले ही पूरी कर ली गई है।
झूले और स्टॉलों से पटे कार्यक्रम स्थल
दस दिनों तक चलने वाले इस महा आयोजन में एक मेला के समान दृश्य दिखाई देता है। जहां बच्चों के मनोरंजन के भी भरपूर इंतजाम किए गए हैं। इस अवसर पर कार्यक्रम स्थल के बाहर ही दर्जनों प्रकार के झूले और अन्य प्रकार के खेल की व्यवस्था पहले ही दिन से तैयार हो गई है। जहां बच्चों का जमावड़ा कार्यक्रम शुरू होने के पहले से ही लगना शुरू हो गया है। इसके अलावा चाट, पकौड़े, चाय और नाश्ता आदि की भी पचासों दुकाने यहां कार्यक्रम शुरू होने के पहले से ही संचालित होने लगी हैं। जहां हर प्रकार के खाद्य पदार्थ और चटपटी खाने की वस्तुएं मौजूद हैं।
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