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    श्रीराम की 11 लाख दीयों वाली तस्‍वीर, बिहार के बक्‍सर में सनातन संस्‍कृति समागम; अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन आज

    By Jagran NewsEdited By: Shubh Narayan Pathak
    Updated: Tue, 08 Nov 2022 10:43 AM (IST)

    बिहार के बक्सर में सनातन संस्कृति समागम का हुआ शुभारंभ अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन आज। आज अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन के मुख्य अतिथि होंगे राष्ट्रीय स् ...और पढ़ें

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    बिहार के बक्‍सर में हो रहा सनातन संस्‍कृति समागम। जागरण

    जागरण संवाददाता, बक्सर। श्रीराम कर्मभूमि न्यास के बैनर तले बक्सर के अहिल्या धाम अहिरौली में सोमवार को सनातन संस्कृति समागम का शुभारंभ हुआ। पद्म विभूषण जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज एवं केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे समेत अन्य गणमान्य लोगों ने व्यास गद्दी का पूजन कर कार्यक्रम का श्रीगणेश किया। इसके साथ ही 11 लाख दीयों से बनाई गई प्रभु श्रीराम की कलाकृति की दीप वर्तिकाओं की ज्योति से अहिल्याधाम जगमग हो उठा। 

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    मोहन भागवत होंगे मुख्‍य अतिथि 

    समागम के अंतर्गत मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन का आयोजन होगा। इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत मुख्य अतिथि होंगे। वह सोमवार की देर शाम पटना पहुंच गए हैं। सोमवार को कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान पद्म विभूषण जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि भगवान श्रीराम का अभ्युदय अयोध्या में जरूर हुआ, लेकिन उनकी विजय यात्रा की शुरुआत बक्सर से हुई।

    ये भी पढ़ें, धर्म सम्‍मेलन में इंडोनेशिया के बाली से बक्‍सर पहुंचे रामभक्त, बोले- हमारी हर गली में मंदिर, रामायण खून में

    बक्‍सर से शुरू हुई श्रीराम की विजय यात्रा 

    रामभद्राचार्य जी ने कहा कि बक्सर की भूमि बड़ी दिव्य है। यहां कथा कहना परम सौभाग्य की बात है। जगद्गुरू ने श्रीराम कथा में बक्सर की दिव्यता से अवगत करा श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने कहा कि यहां भगवान श्रीराम ने गुरु विश्वामित्र के शस्त्र व शास्त्र का ज्ञान लिया और ताड़का का वध कर राक्षसों का आतंकराज खत्म करने की शुरुआत कर दी थी। रामभद्राचार्य जी महाराज ने भोजपुरी में भगवान श्रीराम के कई प्रसंग व भजन भी सुनाए। 

    बक्‍सर को विश्‍व पटल पर स्‍थापित करना मकसद 

    वहीं, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने अहिल्या धाम की महत्ता व समागम के उद्देश्यों की विस्तृत चर्चा की। कहा, हर भारतीय के मन मंदिर में प्रभु श्रीराम के चरित्र को स्थापित करना और बक्सर के सांस्कृतिक व आध्यात्मिक महत्व को विश्व पटल पर स्थापित करना समागम का उद्देश्य है। उन्होंने नारा लगाया ‘मुझमें राम’, तो दर्शकों ने हाथ उठाकर कहा ‘जय श्रीराम’।

    संत समागम में आ रहे कई बड़े संत 

    इस दौरान भारत माता की जय व वंदे मातरम का उद्घोष भी किया गया। मंत्री ने मंच से घोषणा की कि समागम में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री जी महाराज व ऋषिकेश के चिदानंद महाराज सहित अन्य पीठाधीश्वरों के दर्शन व आशीर्वाद बक्सरवासियों समेत श्रद्धालुओं को मिलेंगे।

    प्रतिदिन होगी रामकथा व गंगा महाआरती

    15 नवंबर तक चलने वाले इस समागम में भाजपा शासित नौ राज्यों के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री, राज्यपाल व उपराज्यपाल तथा कई केंद्रीय मंत्री अलग-अलग तिथियों को आएंगे। लगभग 100 एकड़ क्षेत्र में अहिल्या धाम बसाया गया है। 10 हजार लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है। प्रतिदिन रामकथा व भागवत पाठ समेत गंगा महाआरती होगी। 

    संघ प्रमुख मोहन भागवत पहुंचे पटना

    बक्सर में श्रीराम कर्मभूमि न्यास के बैनर तले संत संसद अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन व सनातन संस्कृति समागम का आयोजन हो रहा है। इसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए संत महात्मा श्रीराम के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। संत सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेने के लिए सोमवार की शाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत पटना पहुंचे। रात्रि विश्राम राजेंद्र नगर स्थित विजय निकेतन में किया। वह मंगलवार को बक्सर जाएंगे।

    15 नवंबर तक चलेगा आयोजन 

    भगवान श्रीराम की प्रथम कर्मभूमि सिद्धाश्रम बक्सर में यह आयोजन 15 नवंबर तक पांच आयामों में सम्पन्न होगा। इस योजना के तहत यज्ञ संस्कृति की आदि भूमि सिद्धाश्रम बक्सर में श्री लक्ष्मी नारायण वैदिक महायज्ञ, श्री रामकथा ज्ञान यज्ञ, श्री भागवत कथा ज्ञान यज्ञ, पुरुषार्थ चतुष्टय श्रीराम प्रज्ञा ज्ञान यज्ञ (अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी) एवं श्री राम लोकमंथन ज्ञानोत्सव का आयोजन प्रस्तावित है। इसमें जगतगुरु रामभद्राचार्य जी श्रीरामकथा कहेंगे, वहीं जगत्गुरु अनन्ताचार्य जी द्वारा श्रीमद्भागवत कथा कही जाएगी।