Buxar News: खाना बनाते समय फट गया कुकर, मां-बेटी गंभीर रूप से झुलसे; अस्पताल में भर्ती
बक्सर के नरबतपुर गांव में खाना बनाते समय प्रेशर कुकर फटने से पुष्पा देवी और उनकी बेटी सुंदरी कुमारी गंभीर रूप से झुलस गईं। घटना के बाद उन्हें चौसा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहाँ से उन्हें सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। स्थानीय लोगों ने घरेलू असावधानी को हादसे का कारण बताया और सुरक्षा उपायों पर जोर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

खाना बनाते समय फट गया कुकर
संवाद सहयोगी, चौसा (बक्सर)। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नरबतपुर गांव में रविवार को खाना बनाते समय बड़ा हादसा हो गया। रसोई में प्रेशर कुकर फटने से एक महिला और उसकी किशोरी बेटी गंभीर रूप से झुलस गईं।
घटना के बाद घर में अफरा-तफरी मच गई। परिजनों ने आनन-फानन में दोनों को चौसा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें नाजुक हालत में सदर अस्पताल बक्सर रेफर कर दिया गया।
घायलों की पहचान नरबतपुर निवासी धर्मेंद्र यादव की पत्नी पुष्पा देवी (40 वर्ष) और पुत्री सुंदरी कुमारी (15 वर्ष) के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, खाना बनाते समय अचानक कुकर तेज आवाज के साथ फट गया।
इससे गर्म दाल और भाप पुष्पा देवी के शरीर पर फैल गई, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गईं। रसोई में मौजूद उनकी बेटी सुंदरी भी झुलसकर घायल हो गई। परिवार ने बताया कि पुष्पा देवी की हालत चिंताजनक बनी हुई है, जबकि सुंदरी का इलाज जारी है। हादसे के बाद गांव में दहशत का माहौल है।
स्थानीय लोगों ने इसे घरेलू असावधानी का परिणाम बताया और रसोई में सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है। पुलिस ने मामले की जानकारी प्राप्त कर जांच शुरू कर दी है।
प्रेशर कुकर का इस्तेमाल करने में सावधानी है जरूरी
प्रेशर कुकर का सुरक्षित उपयोग घरेलू हादसों को रोकने के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसमें सबसे पहले गुणवत्तायुक्त और आइएसआइ मार्क वाला कुकर चुनना चाहिए। उपयोग से पहले गैस्केट, वेंट पाइप और सेफ्टी वाल्व की नियमित जांच करें कि वे साफ, लचीले और किसी तरह से जाम नहीं हों।
खाना पकाते समय पानी की उचित मात्रा डालें, कुकर को अधिक न भरें (आधे से दो-तिहाई तक), ढक्कन ठीक से बंद करें, आंच मध्यम रखें और सीटी आने के बाद गैस कम कर दें। पकने के बाद प्रेशर पूरी तरह रिलीज होने तक (प्राकृतिक या पानी डालकर) इंतजार करें। कभी जबरदस्ती न खोलें, और बच्चों को रसोई से दूर रखें।
नियमित रखरखाव से विस्फोट का खतरा न्यूनतम हो जाता है। अगर कभी मरम्मत कराने की जरूरत पड़े, तो अधिकृत दुकान में ही जाएं और ब्रांडेड उपकरण ही इस्तेमाल करें। खासकर सस्ते सेफ्टी वाल्व का इस्तेमाल करने से बचें।

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