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    NH-120: डुमरांव बाजार में वाहनों का प्रवेश बंद; कब तक रहेगी ऐसी स्‍थ‍ित‍ि? क‍िस रास्‍ते का कर सकते हैं उपयोग, जानें

    By Anil Ojha Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Sun, 21 Dec 2025 04:50 PM (IST)

    Buxar News: बिहार के डुमरांव बाजार में एनएच-120 पर वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। इससे बाजार में यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई है। प्रशासन ने वा ...और पढ़ें

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    राष्ट्रीय राजमार्ग 120 पर शहरी क्षेत्र में मरम्मत के लिए खड़ा किया गया अवरोध। जागरण

    संवाद सहयोगी, डुमरांव (बक्सर)। NH 120 Repairing: बिहारशरीफ-डुमरांव राष्ट्रीय राजमार्ग-120 के बहुप्रतीक्षित मरम्मत कार्य को लेकर एक बार फिर मुख्य बाजार क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।

    प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि 14 जनवरी तक सड़क मरम्मत का कार्य हर हाल में पूरा कराया जाएगा। रविवार दोपहर नया थाना और गुरु ट्रेनिंग स्कूल के पास पत्थर रखकर यातायात बंद कर दिया गया, जिससे बाजार क्षेत्र में किसी भी प्रकार के वाहन का प्रवेश प्रतिबंधित हो गया।

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    गौरतलब है कि सितंबर माह में भी इसी सड़क पर मरम्मत के नाम पर वाहनों का परिचालन रोका गया था। मां डुमरेजनी मंदिर के प्रवेश द्वार से पुराना भोजपुर तक करीब 5.2 किलोमीटर जर्जर सड़क के जीर्णोद्धार के लिए लगभग 1.30 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली थी।

    टेंडर के बाद संवेदक ने काम शुरू किया, लेकिन त्योहारों के मौसम में व्यापारियों के विरोध के चलते कार्य रोक दिया गया। इसके बाद संवेदक ने कुल स्वीकृत कार्य का मात्र 25 प्रतिशत काम कर उसे अधूरा छोड़ दिया। 

    चुनावी मुद्दा भी बना अधूरा निर्माण

    अधूरे कार्य के कारण सड़क की हालत और खराब हो गई, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। प्रशासन ने संवेदक के खिलाफ प्राथमिकी भी कराई, लेकिन लंबे समय तक कोई ठोस परिणाम नहीं निकला।

    सड़क की बदहाली चुनावी मुद्दा भी बनी। अब स्थानीय विधायक राहुल कुमार सिंह की पहल और प्रशासनिक दबाव के बाद मरम्मत कार्य फिर से शुरू कराया गया है।

    एसडीएम राकेश कुमार ने बताया कि मरम्मत अवधि में भारी वाहनों को एनएच-922 होते हुए बिहिया-जगदीशपुर मार्ग से डायवर्ट किया गया है, जबकि छोटे वाहनों के लिए टेढ़की पुल से कृषि विश्वविद्यालय होकर वैकल्पिक मार्ग तय किया गया है।

    एसडीएम ने कहा कि इस बार कार्य की कड़ी निगरानी होगी और लापरवाही बरतने पर निर्माण एजेंसी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि काम समय पर और गुणवत्ता के साथ पूरा कराया जाए, ताकि वर्षों पुरानी इस समस्या का स्थायी समाधान हो सके।