दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में मर्ज हुआ बिहार ग्रामीण बैंक
एक जनवरी से मध्य बिहार ग्रामीण बैंक का नाम बदलकर दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक कर दिया गया। इस फैसले के साथ ही बिहार ग्रामीण बैंक को दक्षिण बिहार ग्रामीण ...और पढ़ें

बक्सर । एक जनवरी से मध्य बिहार ग्रामीण बैंक का नाम बदलकर दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक कर दिया गया। इस फैसले के साथ ही बिहार ग्रामीण बैंक को दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के अंदर मर्ज कर दिया गया। इस नए परिवर्तन के बाद अब दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक अपनी 1078 शाखाओं के साथ देश का सबसे बड़ा ग्रामीण बैंक बन गया। इसको लेकर सभी ग्रामीण बैंकों को खूब सजाया गया था।
इसकी जानकारी देते क्षेत्रीय प्रबंधक योगेंद्रनाथ ¨सह ने बताया कि सबसे पहले यह भोजपुर रोहतास ग्रामीण बैंक के नाम से जाना जाता था। जिसमें मगध ग्रामीण बैंक और पाटलीपुत्र ग्रामीण बैंक के समाहित होने के बाद इसका नामकरण मध्य बिहार ग्रामीण बैंक कर दिया गया था। जबकि अब बिहार ग्रामीण बैंक के मर्ज कर दिए जाने के बाद इसका नाम बदलकर दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक कर दिया गया। इस नई व्यस्था के बाद अब प्रदेश में केवल दो ग्रामीण बैंक उत्तर बिहार तथा दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक रह गए हैं। साथ ही 1078 शाखाओं के साथ दक्षिण बिहार देश का सबसे बड़ा ग्रामीण बैंक बन गया। मौके पर गोलम्बर शाखा के प्रबंधक सह आफिसर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रणवीर आनंद ने बेहतर सेवा देने की कटिबद्धता के साथ बताया कि इस नई व्यस्था के बाद एक ही जीएम सभी 1078 शाखाओं पर नियंत्रण करेंगे वहीं बैंक के खर्च में भी भारी कमी आएगी। तो दूसरी ओर कई बैंकों के एक साथ मिल जाने के बाद अब बैंक की पूंजी भी बढ़ जाएगी। जिससे अधिक से अधिक विकास योजनाओं का संचालन करने में सुविधा रहेगी। साथ ही अधिक से अधिक लोगों को योजनाओं का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि अब दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के अंतर्गत राज्य के बीस जिले शामिल हो जाएंगे। जिनमें भोजपुर, बक्सर, रोहतास, कैमूर, गया, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, पटना, नालंदा, समस्तीपुर, बेगुसराय, खगड़िया, भागलपुर, मुंगेर, बांका, जमुई, लखीसराय और शेखपुरा शामिल हो गए। इस अवसर पर ग्रामीण बैंक की तमाम शाखाओं को खूब सजाया गया था।

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