पैसेंजर ट्रेनों पर कोरोना की अब भी मार, कट गए गांव के बाजार
बक्सर। कोरोना का असर अब काफी कम हो चुका है। स्कूल से लेकर बाजार तक खुल रहे हैं लेकिन पैसेंजर ट्रेन अबतक पटरी पर नहीं आई है। लंबी दूरी की एक्सप्रेस और मेल ट्रेने तो चल रहीं हैं लेकिन पैसेंजर ट्रेनों के नहीं चलने से ग्रामीण क्षेत्रों के लोकल बाजार बुरी तरह से प्रभावित हैं।

बक्सर। कोरोना का असर अब काफी कम हो चुका है। स्कूल से लेकर बाजार तक खुल रहे हैं, लेकिन पैसेंजर ट्रेन अबतक पटरी पर नहीं आई है। लंबी दूरी की एक्सप्रेस और मेल ट्रेने तो चल रहीं हैं, लेकिन पैसेंजर ट्रेनों के नहीं चलने से ग्रामीण क्षेत्रों के लोकल बाजार बुरी तरह से प्रभावित हैं। वहीं आफिस आने जाने वाले दैनिक यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मासिक टिकट कटने और लोकल ट्रेन नहीं चलने से लोग मजबूरी में एक्सप्रेस ट्रेनों मे सफर कर रहे हैं, जिससे इन ट्रेनों में भारी भीड़ हो रही है।
पटना और पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन के बीच पहले प्रतिदिन अप में 10 और डाउन में भी 10 पैसेंजर ट्रेन चलती थी। इसमें से एक ट्रेन पटना से वाराणसी तथा एक बक्सर से वाराणसी तक जाती थी। इसके अतिरिक्त पटना से डीडीयू तक जाने वाली तीन ट्रेनें, पटना से बक्सर के बीच एक, फतुहा से बक्सर के बीच एक तथा रघुनाथपुर से बक्सर के बीच एक और बक्सर से डीडीयू के बीच एक ट्रेन चला करती थी फिलहाल सुबह में डीडीयू से पटना के लिए दो सवारी गाड़ी और पटना से डीडीयू तक जाने के लिए एक सवारी ट्रेन का परिचालन हो रहा है। अभी भी अप में 7 और डाउन में 7 पैसेंजर ट्रेन बंद है।
ट्रेनों का परिचालन बंद होने से स्टेशनों के समीप वाले बाजार की हालत खराब है। विशेषकर बक्सर-आरा रेल खंड के दक्षिणी इलाके के गांव के लोगों को यातायात का प्रमुख साधन ट्रेन ही है। ट्रेनों का परिचालन बाधित होने से कई तरह से लोग परेशानियों का सामना कर रहे हैं। बक्सर से भी पटना और डीडीयू तथा वाराणसी जाने वाली दैनिक यात्रियों को खासी फजीहत झेलनी पड़ रही है।
दुग्ध उत्पादों एवं हरी सब्जियों का बाजार भी प्रभावित, बीमारों व छात्रों का छिना सहारा :दुग्ध उत्पादों एवं हरी सब्जियों का भी बा•ार प्रभावित हो गया है। धरहरा की गोभी, टमाटर, शिमला मिर्च आरा व पटना आसानी से पैसेंजर ट्रेनों से पहुंच जाती थी जो अब रुक गयी है। बरुना का छेना आरा तक जाता था वह भी नहीं जा पा रहा है। आरा-बक्सर रोड के दक्षिण और रेल लाइन के उत्तर के बीमारों व छात्रों के लिए ट्रेन ही सहारा थी। यहाँ तक कि न्यायालय आने वाले 70 फीसदी पक्षकार ट्रेन से ही मुकदमा लड़ते थे और ब्रह्मपुर, टुड़ीगंज, डुमरांव से अधिवक्ता भी बक्सर आते जाते थे उनका भी पेशा प्रभावित हुआ है। बक्सर नगर के व्यवसायियों का कहना है कि ट्रेनों के परिचालन में कमी के कारण माल ढुलाई किराया भी ज्यादा देना पड़ रहा है जो कहीं ना कहीं व्यवसाय पर प्रभाव डाल रहा है। पूर्व में चलने वाली ट्रेनों की सूची व समय
गाड़ी संख्या समय कहाँ से कहाँ गाड़ी संख्या समय
63232 अप 4:00 बक्सर से डीडीयू 63238 डाउन 22:00
63229 अप 6:15 बक्सर से वाराणसी 63230 डाउन 22:00
63233 अप 8:35 पटना से वाराणसी 63226 डाउन 19:10
63227 अप 10:50 पटना डीडीयू 63264 डाउन 9:40
63225 अप 16:30 पटना डीडीयू 63234 डाउन 12: 00
63263 अप 19: 10 पटना बक्सर 63232 डाउन 7:15
63231 अप 23: 45 फतुहा बक्सर 63262 डाउन 4: 55
63231 अप 22:35 पटना डीडीयू 63228 डाउन 17:15 03601अप 14:00 बक्सर डीडीयू 03602 डाउन 12:45
03219 अप 14: 50 रघुनाथपुर बक्सर 03220 डाउन15:15
वर्तमान में चलने वाली ट्रेनें: गाड़ी संख्या समय कहां से कहां 03263 डाउन 4: 45 डीडीयू पटना
03230 डाउन 17: 15 डीडीयू पटना
03229 अप 10: 50 पटना डीडीयू
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