डुमरांव में बालू के ट्रकों का आतंक, राजमार्ग पर लगा जाम; लोग हो रहे परेशान
डुमरांव-बिक्रमगंज राजमार्ग पर बालू से भरे ट्रकों के कारण लंबा जाम लग रहा है जिससे आम जनता परेशान है। स्कूल जाने वाले बच्चे मरीज और ट्रेन पकड़ने वाले लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से कई बार शिकायत की है लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है। लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे।

जागरण, बक्सर। डुमरांव-बिक्रमगंज राष्ट्रीय राजमार्ग-120 पर इन दिनों बालू लदे ट्रकों के वजह से जाम लगा रहता है। डुमरांव टीचर ट्रेनिंग स्कूल से कोरान सराय तक करीब 10 किलोमीटर तक सड़क के दोनों किनारे बेतरतीब तरीके से ट्रकों की लंबी कतारें लग जाती हैं।
यह सिलसिला बीते कई महीनों से जारी है, लेकिन हैरानी की बात है कि अब तक प्रशासन की नींद नहीं खुली है। शहर में सुबह आठ बजे से रात को 10 बजे तक नो एंट्री लागू रहने के कारण ट्रक चालक दोपहर से ही इस मार्ग को अस्थायी पार्किंग बना लेते हैं।
राजमार्ग पर ट्रकों के खड़े होने से सुबह और शाम के वक्त लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है। खासकर स्कूली बच्चे, रेलयात्रा करने वाले लोग और इलाज के लिए जाने वाले मरीज इस अघोषित जाम से सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।
हर दिन बिगड़ रही है व्यवस्था
शनिवार की सुबह शहर में ट्रकों की भरमार से कई स्थानों पर जाम की स्थिति बन गई। स्थानीय चौक रोड निवासी और फर्नीचर व्यवसायी रोहित कुमार ने बताया कि दर्जनों निजी स्कूलों की बसें जाम में फंस गईं, जिससे नन्हें-मुन्ने बच्चों को काफी परेशानी हुई।
जाम के चलते छूट गई ट्रेन
यही नहीं चौगाईं से रिजर्व ऑटो में सवार होकर आकांक्षा देवी व रोहित मिश्रा जनशताब्दी एक्सप्रेस पकड़ने निकले, लेकिन ट्रकों की कतार के कारण समय पर स्टेशन नहीं पहुंच सके और ट्रेन छूट गई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस समस्या की जानकारी कई बार जिला प्रशासन और संबंधित विभागों को दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। नागरिकों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे।
दवा व्यवसायी संजय दयाल, पंकज कुमार, मंगरू सिंह, अशोक प्रसाद और शिक्षक डॉ मनीष कुमार शशि सहित अन्य कई लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन, परिवहन विभाग और स्थानीय पुलिस को मिलकर इस गंभीर समस्या का स्थायी समाधान निकालना चाहिए, ताकि यह सड़क मार्ग सुचारू रूप से चालू रह सके।
डुमरांव जैसे शहर में ट्रैफिक व्यवस्था की यह स्थिति चिंताजनक है। यदि समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं, लोगों के आवागमन पर भी बुरा असर पड़ेगा।
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