Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Train Accident: हादसे के दो दिन बाद रेलवे ने किया नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस का ट्रायल रन, देखिए वीडियो

    बिहार के दानापुर मंडल में आरा-बक्सर के बीच बुधवार की रात नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के दो दिन बाद भारतीय रेलवे ने इसका ट्रायल रन किया है। इसको लेकर एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में लोगों की भीड़ नजर आ रही है। इनमें से कुछ स्थानीय लोग हैं तो कुछ बहाली कार्य कर रहे हैं।

    By Jagran NewsEdited By: Aysha SheikhUpdated: Fri, 13 Oct 2023 10:02 PM (IST)
    Hero Image
    Bihar Train Accident: दो दिन बाद भारतीय रेलवे ने किया ट्रायल रन, देखिए वीडियो

    जागरण संवाददाता, ब्रह्मपुर (बक्सर)। Bihar Train Accident बिहार में बक्सर के रघुनाथपुर में नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस दुर्घटना के तीसरे दिन शुक्रवार को अप लाइन पर यातायात बहाल कर दी गई। वहीं, क्षतिग्रस्त डाउन लाइन को परिचालन योग्य बना दिया गया है। इस लाइन पर डीजल इंजन चालित मालगाड़ी का ट्रायल रन किया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शाम में रेलवे ने मालगाड़ी परिचालन का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर जारी कर सूचना दी। युद्ध स्तर पर जारी कार्य को देख संभावना है कि देर रात या शनिवार की सुबह तक इस लाइन पर भी यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा।

    दुर्घटनाग्रस्त बोगियां हटाई गईं

    इससे पहले, पटरी से दुर्घटनाग्रस्त बोगियों को हटा कर अप लाइन को दुरुस्त कर लिया गया। अप लाइन में दुर्घटना के 36 घंटे बाद पैसेंजर ट्रेन का परिचालन शुरू हो गया है। बिजली के टूटे हुए पोल और तार को ठीक करने में तकनीकी टीम जुटी हुई है। ओवरहेड तार जुड़ने के बाद विद्युत चालित इंजन की ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा।

    नॉर्त ईस्ट एक्सप्रेस हादसा

    बुधवार को 128 किमी प्रति घंटे की गति में रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के बेपटरी होने से डाउन लाइन की मेन तथा लूप लाइन की दोनों पटरियां उखड़ गईं थीं। इस लाइन के दोनों किनारे प्लेटफार्म नंबर तीन और चार भी कई जगह टूट गए थे। बिजली के तार और पोल भी टूट गए थे।

    सबसे पहले दुर्घटनाग्रस्त नार्थ ईस्ट ट्रेन की बोगियों को ठीक कर पटरी से हटाया गया और इसके बाद मेन और लूप लाइन को परिचालन योग्य बनाने के लिए कई जगह पटरियों को बदला गया। दुर्घटनास्थल पर बड़ी संख्या में श्रमिकों के अलावा कई आधुनिक मशीनों से कार्य कराया जा रहा है। अभियंता निगरानी कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने अधिकृत बयान देने से इन्कार कर दिया।