ताप बिजली घर में नौकरी के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाड़ा
चौसा में बन रहे ताप बिजली घर में नौकरी का भरोसा दिला सैकड़ों युवकों से करोड़ों रुपये की ठगी कर ली गई है। इसके लिए बकायदा निर्माण कंपनी की फर्जी वेबसाइट ...और पढ़ें

बक्सर : चौसा में बन रहे ताप बिजली घर में नौकरी का भरोसा दिला सैकड़ों युवकों से करोड़ों रुपये की ठगी कर ली गई है। इसके लिए बकायदा निर्माण कंपनी की फर्जी वेबसाइट बनाई गई और उस पर विभिन्न पदों के लिए आवेदन मांगे गए। बाद में आवेदकों से मेडिकल के नामपर हजारों रुपये वसूल उन्हें वेबसाइट के माध्यम से नियुक्ति पत्र दे दिया गया। नियुक्ति पत्र लेकर जब आवेदक निर्माण कंपनी एलएंडटी के कार्यालय में पहुंचे तो अधिकारियों का माथा ठनका। अनन-फानन में पूरे मामले की जानकारी जिले के आरक्षी अधीक्षक उपेन्द्रनाथ वर्मा को दी गई है।
चौसा में दस हजार करोड़ रुपये की लागत से 1320 मेगावाट की क्षमता का थर्मल पॉवर का निर्माण हो रहा है। सतलज जल विद्युत निगम(एसजेवीएन) इसकी नोडल एजेंसी है और एलएंडटी कंसट्रक्शन कंपनी को आधारभूत ढांचा के निर्माण का ठेका दिया गया है। ठगों ने बेरोजगार युवकों को फंसाने के लिए एलएंडटी का फर्जी वेबसाइट बनाया और उस पर डेढ़ दर्जन पदों पर बहाली के विज्ञापन डाले गए। इस विज्ञापन के आधार पर यूपी के विभिन्न शहरों में आवेदन फॉर्म बेचे गए। खास बात यह है कि आवेदन भर कर उसी वेबसाइट पर ऑनलाइन जमा करना था। साइट पर हजारों युवकों ने अपने आवेदन पोस्ट किए और अधिकांश को उनके चयनित होने की जानकारी देते हुए उनके मेडिकल के नाम पर पैसा जमा कराए गए। इसके बाद साइट पर ही उनके नियुक्ति पत्र दे दिए गए। थर्मल पॉवर का काम अभी धरातल एक-दो प्रतिशत भी नहीं हुआ है और इस तरह का फर्जीवाड़ा सामने आने से निर्माण कार्य से जुड़े अधिकारियों के होश उड़ गए हैं। बताया जाता है कि रोज बड़ी संख्या में युवक फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर पहुंच रहे हैं। नियुक्ति पत्र में रिपोर्टिंग की जगह निर्माण स्थल चौसा को दिया गया है। वहां पहुंचने पर अभ्यर्थियों के खुद के ठगे जाने की जानकारी मिल रही है। बताया जाता है कि अबतक दो हजार से ज्यादा युवक ठगी के शिकार हो चुके हैं।
ऐसे हो रहा है फर्जीवाड़ा
फर्जीबाड़ा का शिकार चकिया धनसोई के संजीत कुमार ने बताया कि फॉर्म और किताब की दुकानों पर पंपलेट वेबसाइट पर आवेदन लेने के बाद उन्हें चयन की जानकारी दी गई और मेडिकल के लिए गोरखपुर बुला उसके नाम पर तीन हजार रुपये जमा कराए गए। इसके बाद उन्हें कहा गया कि नियुक्ति पत्र के लिए 12 हजार रुपये देने होंगे। हालांकि, उन्होंने कहा कि वे बक्सर के ही हैं, इसलिए नियुक्ति के बाद वहीं पैसा दे देंगे। वहीं, बाहर के अभ्यर्थियों से पहले ही पैसा लेकर नियुक्ति पत्र दिए गए। नियुक्ति पत्र में 19 हजार रुपये से 32 हजार रुपये तक के वेतन देने की बात कही गई है।
चेन्नई से संचालित हो रहा गिरोह
फर्जी साइट का संचालन चेन्नई से हो रहा है। जो पंपलेट बांटे गए हैं, उस पर अंशुमन सिंह नाम दिया गया है और खुद को वह लार्सन-टुब्रो का अधिकारी बता रहा है। इसी तरह गोरखपुर, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, बक्सर आदि में उसके एजेंट हैं जो बेरोजगार युवकों को यहां नौकरी दिलाने के नाम पर फांस रहे हैं। बताया जाता है कि सभी का का प्रति अभ्यर्थी कमीशन तय है। एलएण्डटी के अधिकारी ने बताया कि थर्मल पॉवर में अभी कोई बहाली नहीं हो रही है और कुछ लोगों द्वारा फर्जी नियुक्ति बांटे जाने की जानकारी मिली है। पूरे तथ्यों के साथ जानकारी देते हुए आरक्षी अधीक्षक से जांच का अनुरोध किया गया है।

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