सुरक्षा व्यवस्था को ठेंगा: नाथ मंदिर परिसर से बेशकीमती चंदन के दो पेड़ चोरी, प्रशासनिक सुरक्षा पर उठे सवाल
बिहार के बक्सर जिले में स्थित नाथ मंदिर परिसर से सुरक्षा व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए बेशकीमती चंदन के दो पेड़ चोरी हो गए। इस घटना ने मंदिर की प्रशासन ...और पढ़ें

चंदन के दो पेड़ काटकर चोर फरार
जागरण संवाददाता, बक्सर। जिले में चोरी की एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जिसने प्रशासनिक सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। चोरों ने किसी सुनसान या आम स्थान को नहीं, बल्कि अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) के सरकारी आवास से सटे नाथ मंदिर परिसर को अपना निशाना बनाया। यहां से करीब 50 साल पुराने मलयागिरी प्रजाति के बेशकीमती चंदन के दो पेड़ काटकर चोर फरार हो गए।
विशेष बात यह है कि यह नाथ मंदिर उसी नाथ संप्रदाय से जुड़ा है, जिससे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी संबंध रहा है। योगी आदित्यनाथ कई बार इस मंदिर में आ चुके हैं, जिससे परिसर की धार्मिक और ऐतिहासिक महत्ता और बढ़ जाती है। बावजूद इसके, चोरों ने पूरी तैयारी और सटीक योजना के साथ इस वारदात को अंजाम दिया।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि चोरों ने एसडीओ के छुट्टी पर बाहर रहने का फायदा उठाया। एसडीओ आवास की पिछली बाउंड्री वॉल पर चोरों के घुसने के स्पष्ट निशान मिले हैं। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि चोरों ने पहले से इलाके की रेकी की थी और सुरक्षा की खामियों को भांपकर ही वारदात को अंजाम दिया।
घटनास्थल से एसडीओ आवास की रस्सा-सीढ़ी भी बरामद हुई है। आशंका है कि इसी रस्सा-सीढ़ी के सहारे चोर दीवार फांदकर नाथ मंदिर परिसर में दाखिल हुए और वहां लगे चंदन के पेड़ों को काटकर ले गए। चोरी गए दोनों चंदन के पेड़ लगभग 25 फीट लंबे बताए जा रहे हैं। इनकी प्रजाति मलयागिरी है, जो अपने औषधीय गुणों और उच्च गुणवत्ता के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में अत्यंत महंगी मानी जाती है।
नाथ अखाड़ा से जुड़े लोगों का कहना है कि इतने भारी-भरकम और मूल्यवान पेड़ों का इस तरह चोरी हो जाना स्थानीय पुलिस और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। उनका आरोप है कि यदि मंदिर परिसर और आसपास नियमित निगरानी होती, तो इतनी बड़ी वारदात संभव नहीं थी।
घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। साथ ही फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है, जो घटनास्थल से तकनीकी साक्ष्य जुटा रही है। प्रशासन इस बात की भी जांच कर रहा है कि कहीं इस चोरी में किसी अंदरूनी व्यक्ति की भूमिका तो नहीं है।
फिलहाल पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने, आसपास के लोगों से पूछताछ और संभावित तस्करी नेटवर्क की कड़ियां जोड़ने में जुटी है। इस घटना ने न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती भी खड़ी कर दी है।

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