प्रमाणपत्र लाइए; शादी के बीच पहुंची बक्सर पुलिस ने क्यों कर दी ये मांग? मची अफरातफरी
बक्सर में एक शादी समारोह में पुलिस के पहुंचने से अफरातफरी मच गई। पुलिस ने नाबालिगों की शादी की सूचना मिलने पर दूल्हा-दुल्हन से प्रमाणपत्र दिखाने की मांग की। प्रमाणपत्र दिखाने के बाद, उनके बालिग होने की पुष्टि होने पर शादी की रस्मों को पूरा करने की अनुमति दी गई, जिससे माहौल शांत हुआ।

शादी समारोह में पुलिस की कार्रवाई से खलल। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, बक्सर। शुभ लग्न मुहूर्त शुरू होते ही स्थानीय रामरेखाघाट पर दूर-दूर से शादी संपन्न कराने के लिए वर और वधू पक्ष पहुंचने लगे हैं।
यहां लग्न के दिन रौनक पसरी रहती है। मंगल गीतों के बीच हंसी-ठिठोली और मंत्रोच्चार की आवाज गूंजती रहती है। उत्सवी माहौल रहता है।
रामरेखा घाट पर पहुंच गई पुलिस
रविवार को भी यहां वर-वधू पक्ष के लोग पहुंचे थे। शादी की तैयारियां हो रही थीं, इसी बीच वहां पुलिस पहुंच गई। इससे अफरातफरी मच गई।
मामला तब बिगड़ा जब पुलिस शादी रोकवाते हुए दोनों पक्ष को थाने पर ले आई। दरअसल किसी ने पुलिस को सूचना दे दी कि रामरेखाघाट पर एक मकान के अंदर बाल विवाह की तैयारी चल रही है।
सूचना मिलते ही प्रभारी थानाध्यक्ष विकास कुमार के नेतृत्व में दल बल के साथ पुलिस मौके पर पहुंच गई और शादी समारोह रोकवा दिया।
दोनों पक्षों को थाने ले गई पुलिस
तत्काल पुलिस ने कन्या की उम्र का प्रमाणपत्र मांगा जिसे तत्काल वे लोग नहीं दिखा सके, फिर क्या था, पुलिस ने बिना सोचे-समझे शादी रोकवा दी।
दोनों पक्षों के लोगों को लेकर थाने पहुंच गई। थाना आने के बाद दोनों पक्ष के लोगों से पुलिस पूछताछ करती रही और इस बीच कन्या पक्ष का एक आदमी लड़की का जन्म प्रमाण पत्र लाने चला गया।
दिनभर की अफरातफरी में बीत गया शुभ मुहूर्त
शाम में प्रमाण पत्र आने के बाद जब पुलिस संतुष्ट हुई तब जाकर दोनों पक्ष को थाने से मुक्त किया। इस दौरान पूरा दिन बर्बाद होने के साथ ही शादी का शुभ मुहूर्त भी निकल गया।
हालांकि, इसके बाद आनन फानन में किसी तरह शादी संपन्न कराई गई। प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रमाण पत्र में लड़की की उम्र 19 वर्ष देखने के बाद सभी को मुक्त कर दिया गया।
लोगों का कहना था कि गलत सूचना की वजह से दोनों परिवारों को काफी परेशानी हुई।

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