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    बक्सर में गंगा पुल का निर्माण शुरू, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा बिहार

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 10:46 PM (IST)

    बक्सर में गंगा नदी पर 368 करोड़ की लागत से तीन लेन के पुल का निर्माण शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री ने इस परियोजना का शिलान्यास किया। यह पुल बक्सर को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के भरौली से जोड़ेगा और पश्चिमी बिहार को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तक सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। 

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    भरौली छोर पर निर्माणाधीन फोरलेन ग्रीनफील्ड हाईवे और उसके किनारे बना पुल निर्माण कंपनी का परिसर। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, बक्सर। जिला मुख्यालय में गंगा नदी पर तीसरे पुल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। यह पुल बिहार के बक्सर शहर को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के भरौली कस्बे को जोड़ेगा।

    लगभग 368 करोड़ की परियोजना का शिलान्यास बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया था। तीन लेन का यह पुल, पश्चिमी बिहार के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तक पहुंचने का एक सीधा और उच्च-क्षमता वाला वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा।

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    इससे क्षेत्रीय व्यापार, यात्री परिवहन और लाजिस्टिक्स को गति मिलेगी। नया पुल बक्सर-पटना फोरलेन एनएच 922 को पूर्वांंचल एक्सप्रेस वे निर्बाध संपर्क प्रदान करेगा। पुल के दूसरे छोर पर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तक भरौली-करीमुद्दीनपुर फोरलेन ग्रीनफील्ड हाइवे का निर्माण कुछ महीनों में पूरा होने वाला है।

    इस तरह से यह पुल बक्सर-भागलपुर हाई स्पीड कॉरिडोर को उत्तर प्रदेश के अलग-अलग एक्सप्रेसवे से जोड़ने में मददगार बनेगा।

    यह नया 3.2 किलोमीटर लंबा पुल पुराने वीर कुंवर सिंह सेतु पर से दबाव कम करेगा। वर्तमान में, बक्सर से भरौली के बीच दो-दो लेन के दो पुल हैं। इनमें एक पुल काफी पुराना और कमजोर हो चला है। इसे केवल हल्के वाहनों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

    दूसरा पुल हर प्रकार के वाहन के लिए है। लेकिन इस पर वाहनों के अधिक दबाव के कारण कई बार जाम जैसी स्थिति बन जाती है। मौजूदा दोनों पुल एक-दूसरे से सटे हैं और तीसरा भी इसी जगह बन रहा है।

    पुल निर्माण कंपनी ने यहां अपना एक परिसर पहले ही स्थापित कर लिया था। वर्षा का सिलसिला थमते ही निर्माण संबंधी प्रारंभिक प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

    भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पटना कार्यालय की देखरेख में बनाए जा रहे इस पुल में कुल 40 खंभे होंगे। इनमें से 8 खंभे नदी के गर्भ में स्थापित किए जाएंगे, जबकि शेष 32 खंभों का निर्माण जमीन पर किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के भरौली छोर पर यातायात प्रबंधन को सुगम बनाने के लिए एक विशेष संरचना का निर्माण किया जा रहा है।

    यहां दो किलोमीटर लंबे एलिवेटेड रोड और भरौली गोलंबर पर एलिवेटेड रोटरी का निर्माण किया जाएगा। यह रोटरी न केवल यातायात को विभिन्न दिशाओं में मोड़ने में सहायक होगी, बल्कि यह एक्सप्रेसवे की ओर जाने वाले वाहनों को बिना किसी रुकावट के उच्च गति बनाए रखने में भी मदद करेगी।

    पुल निर्माण कंपनी ने कार्य भरौली छोर से ही शुरू किया है। भरौली से करीमुद्दीनपुर के बीच बन रहे नए फोरलेन ग्रीनफील्ड हाइवे की ओर से कंपनी ने एलिवेटेड रोड के खंभे लगाने के लिए ड्रिलिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

    भरौली छोर पर ही कंपनी ने अपना कैंप कार्यालय भी बनाया है। जाहिर है कि निर्माण उसी दिशा से शुरू होगा। दरअसल बक्सर छोर पर जगह की उपलब्धता में परेशानी आ रही है।

    लागत और फंडिंग मॉडल का विवरण

    इस महत्वपूर्ण परियोजना की कुल अनुमानित लागत लगभग 368 करोड़ रुपए है। इसका निर्माण हाइब्रिड एन्युइटी मोड में हो रहा है। इस व्यवस्था के तहत, ठेकेदार को निर्माण के दौरान सरकारी सहायता प्रदान की जाती है और निर्माण पूरा होने के बाद सरकार द्वारा एक निश्चित वार्षिक भुगतान (एन्युइटी) किया जाता है।

    निर्माण कार्य का जिम्मा एएससी इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा गया है। गुणवत्ता नियंत्रण और परियोजना की प्रगति की स्वतंत्र निगरानी के लिए, चैतन्य प्रोजेक्ट्स कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड और इनफिनिट सिविल साल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (संयुक्त उद्यम) को स्वतंत्र इंजीनियर के रूप में नियुक्त किया गया है।

    • 09 जनवरी 2025 को वर्क ऑर्डर जारी
    • 28 फरवरी 2025 को अनुबंध पर हस्ताक्षर
    • 30 मई 2025 को प्रधानमंत्री ने किया शिलान्यास
    • 19 फरवरी 2028 है कार्य समाप्ति की लक्षित तिथि