बक्सर में किसानों की बढ़ी मुश्किलें, धान खरीद के लक्ष्य में सरकार ने की कटौती
बक्सर के किसानों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं क्योंकि सरकार ने धान खरीद के लक्ष्य में कटौती कर दी है। इससे किसानों को अपनी फसल बेचने में परेशानी हो रही ...और पढ़ें
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किसानों से धान खरीद के लक्ष्य में सरकार ने की कटौती। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, बक्सर। किसानों से धान खरीद के लक्ष्य में सरकार ने इस बार बड़ी कटौती की है, जिससे जिले के किसानों की चिंता बढ़ गई है। पिछले वर्ष बक्सर जिले के लिए धान खरीद का लक्ष्य एक लाख 77 हजार 229 मीट्रिक टन निर्धारित किया गया था, लेकिन इस वर्ष इसे घटाकर एक लाख 28 हजार 796 मीट्रिक टन कर दिया गया है। लक्ष्य में करीब 48 हजार मीट्रिक टन की कटौती से साफ है कि सरकारी खरीद का दायरा इस बार सीमित रहेगा।
सरकार के इस फैसले का सीधा असर जिले के पैक्सों (प्राथमिक कृषि साख समितियों) पर पड़ेगा। पैक्सों के माध्यम से होने वाली धान खरीद में कमी आएगी, जिससे कई किसानों को सरकारी दर पर धान बेचने का मौका नहीं मिल पाएगा।
मजबूरन किसानों को खुले बाजार का रुख करना पड़ेगा, जहां इस समय धान का मूल्य न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम चल रहा है। इस साल मौसम की मार ने भी किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कहीं अनियमित वर्षा तो कहीं सूखे जैसी स्थिति के कारण फसल की पैदावार प्रभावित हुई है।
ऊपर से लागत मूल्य में लगातार बढ़ोतरी होने से किसान पहले ही आर्थिक दबाव में हैं। ऐसे में सरकारी खरीद लक्ष्य में कटौती ने उनकी परेशानी और बढ़ा दी है। किसानों का कहना है कि यदि खरीद का लक्ष्य कम रहेगा तो छोटे और सीमांत किसानों को सबसे अधिक नुकसान होगा।
पैक्सों में सीमित खरीद होने से उन्हें अपना धान औने-पौने दाम पर बिचौलियों को बेचना पड़ेगा। किसान संगठनों ने सरकार से मांग की है कि खरीद लक्ष्य पर पुनर्विचार किया जाए और अधिक से अधिक धान की सरकारी खरीद सुनिश्चित की जाए, ताकि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके। जिला सहकारिता पदाधिकारी चंद्रमा राम ने बताया कि इस बार एक लाख 28 हजार टन धान खरीद का लक्ष्य मिला है।

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