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    Bihar Rain News: मई में औसत से ज्यादा वर्षा, फिर भी किसानों के लिए सामने आई निराश करने वाली खबर!

    Updated: Wed, 04 Jun 2025 02:51 PM (IST)

    बक्सर में रोहिणी नक्षत्र में कम बारिश के बावजूद किसान धान की बुवाई में जुटे हैं। नहरों में पानी न होने से वे कृत्रिम संसाधनों का सहारा ले रहे हैं। कृषि विभाग के अनुसार मई में औसत वर्षा सामान्य से अधिक हुई है लेकिन यह धान के लिए पर्याप्त नहीं है। कुकुढ़ा और सोनपा के किसानों ने बताया कि वे ट्यूबवेल से सिंचाई कर रहे हैं।

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    मई में औसत से ज्यादा वर्षा, पर कृषकों के लिए पर्याप्त नहीं

    जागरण संवाददाता, बक्सर। रोहिणी नक्षत्र 25 मई से शुरू हो गया है, जो आठ जून तक चलेगा। इसके बाद मृगडाह या मृगशिरा नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा। रोहिणी नक्षत्र में वर्षा का होना किसान मानसून के लिए शुभ संकेत मानते हैं। इस दौरान जिले के कुछ प्रखंडों के भूभाग में हल्की वर्षा हुई है।

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    जिला कृषि कार्यालय के रिपोर्ट के मुताबिक मई में सामान्य वर्षापात का आंकड़ा 12.90 मिलीमीटर का है। इसके एवज में 35.44 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। लेकिन यह धान के बिचड़ा के लिए पर्याप्त नहीं हैं। इस कारण जिन किसानों ने धान बीज की बुआई प्रारंभ कर दी है, वे कृत्रिम संसाधनों के बुते कर रहे हैं।

    कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. देवकरण ने बताया कि फिलहाल पांच प्रतिशत किसानों ने ही बिचड़ा डाले हैं। बक्सर से गिरधारी अग्रवाल की रिपोर्ट।

    कैसे पूरा हो रहा बिचड़ा डाले जाने का कार्य

    खरीफ फसल को बोने का वक्त आ गया है। जिले के बिझौरा, जमुआंव, कुकुढा, खतिबा, अतरौना, हकीमपुर, उन्वास, लोधास आदि ग्रामीण इलाके के नहर के किनारे के खेतों में कई किसान धान का बिचड़ा डालना प्रारंभ कर दिए हैं।

    प्रकृति का साथ नहीं मिलने एवं नहरों में पानी की उपलब्धता न रहने के कारण किसान कृत्रिम संसाधनों का सहारा ले रहे हैं।

    क्या कह रहे किसान

    कुकुढ़ा निवासी किसान हरिकिशुन सिंह, सरोज चौधरी, गोरखनाथ सिंह आदि ने बताया कि कृषि के लिए रोहणी नक्षत्र बढ़िया माना जाता है।

    इस समय जो बीज तैयार होता है, उसमें कीड़े-मकोड़े कम लगते हैं। धान पुष्ट होता है। खखरी कम होता है। किसान के लिए यह बेहतर समय है, ऐसे में पानी उपलब्ध होना महत्वपूर्ण है। लेकिन वर्षा न होने एवं नहर में पानी न रहने से वे व्यक्तिगत ट्यूबवेल के सहारे इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं।

    यही बात बताते हुए सोनपा के किसान त्रिलोकी नाथ राम ने कहा कि उनके क्षेत्र में 60 प्रतिशत से ऊपर बिचड़ा डालने का काम पूरा कर लिया गया है।

    किस प्रखंड में कितनी हुई वर्षा (मई में)

    ब्रह्मपुर - 3.4

    बक्सर - 17.6

    चक्की - 53.8

    चौगाईं - 58.2

    चौसा - 21.4

    डुमरांव - 43.6

    केसठ - 59.0

    नवानगर - 45.0

    राजपुर - 20.0

    सिमरी - 35.4

    मई में वर्षापात का आंकड़ा

    सामान्य वर्षापात - 12.9 मिलीमीटर

    31 मई तक औसत वर्षापात - 35.44 मिलीमीटर

    विचलन प्रतिशत - 174.7