Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Buxar Election 2025: धरी रह गई 'भावी' विधायकों की उम्मीदें, जनता ने एक-एक वोट के लिए तरसाया

    Updated: Wed, 19 Nov 2025 05:22 PM (IST)

    बक्सर विधानसभा चुनाव में कई उम्मीदवारों को निराशा हाथ लगी। 15 में से 7 प्रत्याशी 3300 वोटों के अंदर ही सिमट गए। 'भावी' विधायक घोषित करने वाले भी संघर्ष करते दिखे, नोटा ने भी कई उम्मीदवारों से ज्यादा वोट पाए। किसान समाज पार्टी के पंकज कुमार पांडेय को 500 से भी कम वोट मिले। कई उम्मीदवारों को एक-एक वोट के लिए तरसना पड़ा। बक्सर चुनाव में जनता ने कई प्रत्याशियों को चौंकाया।

    Hero Image

    राजेश तिवारी, बक्सर। इस बार के विधानसभा चुनाव ने प्रत्याशियों को कई रंग दिखाए। बक्सर विधानसभा में तो कई उम्मीदवार ऐसे थे, जो विधानसभा स्तर पर जनता की नुमाइंदगी करने के लिए मैदान में कूद पड़े लेकिन दुर्भाग्य कि ऐसे उम्मीदवार एक हजार वोट भी हासिल नही कर पाए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बक्सर विधानसभा में ऐसे एक या दो नहीं, कुल 15 उम्मीदवारों में सात प्रत्याशी ऐसे निकले, जिन्हें गिनती के वोट मिले। ये कुल 3300 वोट के अंदर ही सिमट कर रह गए। स्थिति यह रही कि किसी ने चार अंक की संख्या को स्पर्श नहीं किया। और तो और चुनाव से पहले चौक-चौराहों पर खुद को 'भावी' विधायक घोषित करने वालों ने तो ऐसी मुंह की खाई कि बूथों पर दो अंकों की संख्या छूने के लिए भी उन्हें संघर्ष करना पड़ा।

    किसी बूथ पर 100 वोट लाना तो इनके लिए सपना सरीखा रहा, ये 346 में से किसी बूथ पर 50 वोट भी नहीं ला सके। नोटा भी इन पर भारी रहा और किसी से दो गुना तो किसी से तीन गुणा अधिक वोट प्राप्त किया।

    बूथवार मिले आंकड़ों पर गौर करें तो इक्का-दुक्का बूथ पर ही किसी-किसी उम्मीदवार को 10 से अधिक वोट मिले अन्यथा कई जगह उन्हें एक वोट के लिए भी तरसना पड़ गया। विजेता-उप विजेता उम्मीदवारों ने किसी एक बूथ पर जितना मत प्राप्त किया निर्दलीय कई प्रत्याशियों को कुल उतने वोट भी नहीं मिले।

    किसान समाज पार्टी एस के उम्मीदवार पंकज कुमार पांडेय को ही लें, इन्हें पूरे विधानसभा में 486 वोट मिले। इनको किसी बूथ पर 10 लोगों ने भी समर्थन नहीं दिया। इनको एक बूथ पर अधिकतम सात वोट मिले। इसी तरह विनोद कुमार सिंह को 359, विशेश्वर चौहान को 346, ओमजी कुमार को 409, नीतू कुमारी को 374, प्रमिला देवी को 568 तथा सोहन गाेंड को 782 वोट मिले।

    विनोद कुमार सिंह का भी कमोवेश यही हाल रहा, लेकिन दो मतदान केंद्रों क्रमश: 195 एवं 196 पर उन्हें 49 एवं 40 वोट मिले। विशेश्वर चौहान दो अंक का वोट पाने के लिए भी तरस गए। उन्हें एक बूथ पर अधिकतम पांच वोट मिले।

    ओमजी कुमार ने चुनाव से पहले खुद को भावी विधायक घोषित कर दिया था। पर्व त्योहार में चौक-चौराहों पर जनता को शुभकामना देने वाले इनके पोस्टर में ये खुद को भावी विधायक के तौर पर पेश कर रहे थे लेकिन जनता ने इन्हें वोट के लिए ऐसा तरसाया कि किसी एक बूथ पर इन्हें 50 वोट भी नहीं मिले। ओमजी को 45, 46 एवं 47 नंबर बूथ पर 12, 14 एवं 42 वोट मिले।

    नीतू कुमारी का प्रदर्शन भी ऐसा रहा कि उन्हें केवल एक बूथ पर 14 वोट मिले। प्रमिला देवी भी इसी श्रेणी की उम्मीदवार रहीं। उन्हें एक बूथ पर अधिकतम 21 मत मिले। इसका अलावा अन्य बूथों पर उन्होंने इक्का-दुक्का वोट ही हासिल किया। सोहन गोड़ ने कई बूथों पर दो अंकों की संख्या में वोट हासिल किए लेकिन वह भी चार अंकों की संख्या को नहीं छू सके। उन्हें कुल 782 मत ही प्राप्त हुए।