Bihar News: बिहार के बक्सर में फिर बेपटरी हुई ट्रेन, मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतरे
बिहार के बक्सर में डुमरांव रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई है। मालगाड़ी के इंजन के बाद की दो बोगियां बेपटरी हुई हैं। ट्रेन के बेपटरी होने के कारण डाउन लाइन पर एक बार फिर परिचालन ठप्प हो गया है। इस हादसे के बाद नार्थ ईस्ट सीमांचल महानंदा समेत कई ट्रेनों का परिचालन ठप कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, बक्सर। बिहार के बक्सर में डुमरांव रेलवे स्टेशन के पास सोमवार की रात करीब 10 बजे एक पार्सल ट्रेन पटरी से उतर गई। यह हादसा तब हुआ, जब ट्रेन को लूप लाइन में ले जाया जा रहा था।
बता दें कि बीते बुधवार को नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस इंजन सहित सभी 23 कोच तब बेपटरी हो गए थे। इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई थी।
बेपटरी होने की तीसरी घटना
उस दिन से अबतक ट्रेन के बेपटरी होने की यह तीसरी घटना है। इसके पहले शुक्रवार की शाम रघुनाथपुर में ट्रायल रन के दौरान एक इंजन का पहिया पटरी से उतर गया था। इससे पहले आठ अक्टूबर को बक्सर रेलवे स्टेशन के मालगोदाम वाले ट्रैक पर मालगाड़ी का एक पहिया पटरी से उतर गया था।
डाउन लाइन का परिचालन रद्द
इस बार पार्सल ट्रेन के इंजन के ठीक पहले वाले कोच का एक पहिया बेपटरी हुआ है। इसके बाद डाउन लाइन में परिचालन ठप्प हो गया है। रेलवे के अधिकारी कोच को पटरी पर लाकर परिचालन बहाल करने की कोशिश में जुटे हैं।
सोमवार को ही शुरू हुआ था परिचालन
इस रेलखंड की डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन बीते छह दिनों से प्रभावित है। सोमवार की सुबह से काफी हद तक सुचारू हो गया था।
बीते बुधवार को नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन से गुजरते वक्त दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद यहां अप और डाउन दोनों ही मार्ग पर परिचालन बाधित हो गया था।
सोमवार को इन ट्रेनों का हुआ परिचालन
रविवार को आधी रात तक इस लाइन पर मेगा ब्लॉक लेकर मरम्मत का काम किया गया। इसके बाद सोमवार को लोकमान्य तिलक-पाटलिपुत्र, डिबरुगढ़ राजधानी, पटना राजधानी, संपूर्ण क्रांति, श्रमजीवी और पूर्वा एक्सप्रेस सहित बक्सर-आरा मार्ग से जाने वाली सभी ट्रेनों को अप के अलावा डाउन में भी निर्धारित रास्ते से ही चलाया गया।
हादसे के दिन से रद्द चल रही 15125-26 बनारस-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस का परिचालन भी सोमवार से शुरू कर दिया गया है।
नियंत्रित गति के साथ गुजारी जा रहीं ट्रेनें
फिलहाल सभी ट्रेनों को रघुनाथपुर स्टेशन के पास नियंत्रित गति सीमा में गुजारा जा रहा है। इस रेल मार्ग पर अधिकतम गति सीमा 130 किलोमीटर प्रति घंटे है, लेकिन दुर्घटनास्थल पर इसे प्राप्त करने में अभी समय लगेगा।
हादसे के बाद शुक्रवार की शाम से ही अप में परिचालन शुरू हो गया, लेकिन डाउन में तकनीकी खामियों की वजह से शनिवार को केवल एक मेमू और रविवार को तीन एक्सप्रेस सहित चार ट्रेनों का परिचालन ही इस मार्ग से हो सका था। आम और पर इस मार्ग में रोजाना औसतन 50-60 सवारी गाड़ियां एक तरफ से गुजरती हैं।
पंजाब और विभूति भी अब तय मार्ग से जाएंगी
वाराणसी जंक्शन पर पुनर्विकास कार्यों के चलते पिछले एक महीने से परिवर्तित मार्ग से चल रहीं विभूति एक्सप्रेस और पंजाब मेल ट्रेनें भी अब अपने निर्धारित रास्ते से ही पटना, आरा, बक्सर, डीडीयू और वाराणसी होकर जाने लगी हैं।
पंजाब मेल फिलहाल किउल से छपरा, सिवान होते हुए सीधे लखनऊ जा रही थी, वहीं विभूति एक्सप्रेस को किउल से छपरा, बलिया होकर वाराणसी भेजा जा रहा था।