Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बक्सर पुलिस की बड़ी कामयाबी... 2.75 करोड़ की हेरोइन बरामद, सुरक्षा पर उठ रहे सवाल

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 05:28 PM (IST)

    डुमरांव पुलिस ने दो बड़ी कार्यवाहियों में करोड़ों की हेरोइन जब्त की और पाँच तस्करों को गिरफ्तार किया। तस्करों में पिता-पुत्र और पति-पत्नी भी शामिल हैं। जाँच में पता चला कि नशे का कारोबार अब घरों तक फैल गया है। पुलिस के लिए चुनौती यह है कि तस्कर जमानत पर छूटकर फिर से धंधा शुरू कर देते हैं।

    Hero Image
    2.75 करोड़ की हेरोइन बरामदगी पुलिस की बड़ी कामयाबी

    संवाद सहयोगी, डुमरांव (बक्सर)। डुमरांव पुलिस ने 48 घंटे के भीतर नशीले पदार्थों के खिलाफ बड़ी कामयाबी हासिल की है। लगातार दो छापेमारियों में पुलिस ने दो किलो 540.6 ग्राम हेरोइन जब्त की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 2.75 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। इस कार्रवाई में पांच तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें पिता-पुत्र और पति-पत्नी तक शामिल हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हालांकि इस सफलता के बीच यह सवाल भी उठ खड़ा हुआ है कि इतनी बड़ी खेप यहां तक पहुंची कैसे, जबकि सीमावर्ती चौकियों पर चौकसी और नियमित जांच का दावा किया जाता है। जानकार सूत्रों का मजबूत दावा है कि अनुमंडल क्षेत्र के डुमरांव और कोरान सराय में हेरोइन तस्करों की पैठ काफी गहरी है। यहां कई ऐसे गिरोह सक्रिय हैं जो सीमाई इलाकों से नशीले पदार्थों की खेप लाकर स्थानीय स्तर पर फैला रहे हैं। और यही कारण है कि लगातार गिरफ्तारी और ड्रग्स बरामदगी होने के बावजूद बड़े नेटवर्क का पूरी तरह से सफाया नहीं हो पा रहा है।

    छोटे सुराग ने खोला बड़ा राज

    छापेमारी की शुरुआत नगर के दक्षिण टोला से हुई। यहां पुलिस ने राजेश राय उर्फ गोलू राय और उसके पिता उमेश राय को हिरासत में लिया। तलाशी में इनके पास से 5.5 ग्राम हेरोइन और 8,500 रुपए नकद मिले। पूछताछ में दोनों ने एकौनी निवासी नारायण उपाध्याय का नाम लिया। जब पुलिस ने नारायण उपाध्याय के घर छापा मारा, तो मामला और बड़ा हो गया।

    वहां से 2.256 किलोग्राम हेरोइन बरामद हुई। नारायण उपाध्याय और उसकी पत्नी कंचन देवी इस धंधे में सक्रिय पाए गए। पुलिस रिकॉर्ड बताता है कि नारायण पर पहले से ही एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के कई मुकदमे दर्ज हैं। इस खुलासे ने साफ कर दिया कि नशे का कारोबार अब घरों की चारदीवारी में भी पल रहा है और साधारण दिखने वाले परिवार करोड़ों के अवैध धंधे में लिप्त हो सकते हैं।

    कोरान सराय से पकड़ा गया दोबारा सक्रिय तस्कर

    पुलिस की दूसरी टीम ने कोरान सराय के रानीबाग निवासी पिंटू यादव उर्फ विवेक यादव को दबोचा। तलाशी में उसके पास से 229.1 ग्राम हेरोइन, 4.30 लाख रुपए नकद और पैकिंग सामग्री बरामद हुई। पिंटू यादव का आपराधिक इतिहास भी लंबा है और उस पर एनडीपीएस व आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं। साफ है कि गिरफ्तारी और जेल की सजा झेलने के बाद भी वह बाहर आते ही दोबारा उसी कारोबार में लौट आता था।

    क्यों बन रहा है डुमरांव और कोरान सराय नशे का गढ़?

    पिछले कुछ वर्षों में डुमरांव इलाके में एनडीपीएस एक्ट के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। जानकारों का कहना है कि गंगा के रास्ते और सीमावर्ती इलाकों की भौगोलिक स्थिति इस धंधे को पनाह देती है। छोटे कस्बों और गांवों के लोग बड़ी मछलियों के लिए ‘कोरियर’ की भूमिका निभाते हैं। इस बार की कार्रवाई से यह भी स्पष्ट हो गया कि नशे का जाल अब पारिवारिक स्तर तक पहुंच चुका है।

    पुलिस के लिए असली चुनौती

    भले ही पुलिस ने पांच कुख्यात तस्करों को जेल भेज दिया हो, लेकिन यह भी सच है कि गिरफ्तार तस्कर अक्सर जमानत पाकर बाहर आते हैं और फिर से वही धंधा शुरू कर देते हैं। सवाल यही है कि क्या केवल छापेमारी से इस जड़ को काटा जा सकता है? विशेषज्ञों का मानना है कि अदालतों में पुख्ता सबूत पेश कर इन तस्करों को सख्त सजा दिलाना ही असली जीत होगी। वरना नशे का यह कारोबार गिरफ्तारी के बावजूद खत्म नहीं होगा और लगातार नशे की गिरफ्त में फंसे रहेंगे।

    हेरोइन व स्मैक जैसे नशे के सौदागरों पर पुलिस की पैनी नजर है। तस्करों के खिलाफ अभियान चलाकर पुलिस के द्वारा गिरफ्तारी की लगातार प्रक्रिया चल रही है।

    पोलस्त कुमार, डीएसपी डुमरांव, बक्सर।