परिंदों को 'तालीम' नहीं दी जाती उड़ने की
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रंजीत कुमार पांडेय, डुमराव (बक्सर) : 'परिंदों को तालीम नहीं दी जाती उड़ानों की, वो तो खुद ही छू लेते है बुलंदियां आसमानों की..' कुछ इसी अंदाज में स्थानीय राज हाई स्कूल में दोनों पैरों से नि:शक्त छात्रा इंटर की परीक्षा दे रही है। काफी परेशानियां झेलने के बाद यह छात्रा परीक्षा केन्द्र तक पहुंच रही है।
अनुमंडल के सिमरी गाव निवासी राजदयाल यादव की पुत्री सुनीता कुमारी सिमरी कॉलेज की छात्रा है। छात्रा के तेज तर्रार दिमाग एवं लिखावट देखकर वीक्षक भी उससे प्रभावित हैं। सुनीता पढ़ लिखकर शिक्षक बनना चाहती है। महिला सशक्तिकरण की बात को तहे दिल से स्वीकार करती है। सुनिता ने 'दैनिक जागरण' को बताया की दस साल पहले अचानक पोलियो की शिकार बन गई। पिछले साल ही उसकी शादी हुई, लेकिन उसने शिक्षा का दामन नहीं छोड़ा। सुनीता बताती हैं कि शिक्षक बन वह गरीब व नि:शक्त बच्चों की प्रेरणा बनना चाहतीं हैं। परीक्षा नियंत्रक प्रमोद कुमार श्रीवास्तव एवं व्याख्याता डा.मनीष कुमार 'शशि' ने बताया कि ऐसे छात्र छात्राओं को उच्चा शिक्षा के लिए सरकार को सहयोग करना चाहिये।
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शांतिपूर्ण माहौल में हुई परीक्षा
डुमराव (बक्सर) : काफी चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था के बीच इंटर की परीक्षा बुधवार को अनुमंडल मुख्यालय के सभी परीक्षा केन्द्रों पर शातिपूर्ण माहौल में हुई। इस दौरान किसी भी परीक्षार्थियों के निष्कासन की सूचना नहीं हैं। सभी परीक्षा केन्द्रों पर दोनों पालियों में कुल 1131 परीक्षार्थियों ने भाग लिया। डी.के.कॉलेज के केन्द्रा धीक्षक डा.जवाहर लाल, सुमित्रा कॉलेज की प्राचार्या डा.शोभा सिंह एवं राज हाई स्कूल के परीक्षा नियंत्रक प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस दौरान कदाचार के आरोप में किसी के निष्कासन की सूचना नहीं है।

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