शराब तस्करी पकड़ने गई टीम पर पथराव, कथित मारपीट में महिला की मौत, FIR दर्ज
बिहार के भोजपुर जिले के अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के पिटरो गांव में अवैध शराब की बरामदगी को लेकर छापेमारी करने गई उत्पाद विभाग की टीम से झड़प हो गई। छा ...और पढ़ें

शराब तस्करी पकड़ने गई टीम पर पथराव
जागरण टीम, आरा/पीरो। जिले के अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के पिटरो गांव के अनुसूचित जाति टोला में अवैध शराब की बरामदगी को लेकर गुरुवार की देर शाम छापेमारी करने गई उत्पाद विभाग की टीम से झड़प हो गई। छापेमारी के दौरान कथित रूप से पिटाई किए जाने से एक महिला की मौत हो गई।
मृतका 40 वर्षीय दुर्गावती देवी पिटरो गांव निवासी विनोद राम की पत्नी थी। शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल, आरा में कराया गया। इधर, महिला की मौत को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा।
तीन घंटे तक जाम कर विरोध-प्रदर्शन
आक्रोशित लोगों ने शव के साथ पीरो–अगिआंव बाजार मुख्य पथ को करीब तीन घंटे तक जाम कर विरोध-प्रदर्शन किया। महिलाएं भी सड़क पर आ गई थी, जिससे यातायात पूरी तरह ठप रहा।
सूचना मिलते ही पीरो एएसपी कृष्णा कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद सड़क जाम हट सका। उन्होंने बताया कि मृतका के पति विनोद राम के बयान पर उत्पाद विभाग की टीम पर तत्काल प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
छापेमारी टीम पर ईंट-पत्थर से हमला
इधर, उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त रजनीश कुमार ने कहा कि टीम जब देर शाम छापेमारी के लिए गई थी तो ईट-पत्थर से हमला किया गया था। टीम पर मारपीट किए जाने का आरोप गलत है।
बताया जा रहा कि गुरुवार की देर शाम अवैध शराब की बरामदगी को लेकर उत्पाद विभाग की टीम पिटरो गांव में छापेमारी करने गई थी। इस दौरान कथित रूप से करीब आधा दर्जन महिलाओं के साथ मारपीट करने एवं दो बाइक समेत घरेलू सामान को भी तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त किए जाने का आरोप है।
घायल दुर्गावती देवी की मौत
बाद में गंभीर रूप से घायल दुर्गावती देवी की मौत हो गई। कथित रूप से मारपीट में स्व. राजकुमार की पत्नी मोतीझारो देवी, अरूण राम की पत्नी गायत्री देवी और अक्षय कुमार की पत्नी सविता देवी के जख्मी होने की बात बताई जा रही हैं।
इधर, सड़क जाम के दौरान जिला पार्षद सदस्य दुदुन सिंह और स्थानीय मुखिया संतोष राम भी पहुंचे और पीड़ित परिवार को तुरंत मुआवजा देने की मांग की।
पांच माह पूर्व भी उत्पाद विभाग की छापेमारी में हुई मौत को लेकर हुआ था हंगामा
मालूम हो कि 13 जुलाई 2025 को शाहपुर के वार्ड तीन में अवैध शराब को लेकर छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर हमला किया गया था, जिसके बाद सैप जवान की फायरिंग में सुशील यादव की मौत हो गई थी।
जिसके बाद गुस्साए लोगों ने सैप जवान को बंधक बनाकर पिटाई की थी। करीब छह-सात घंटे तक हो-हंगामा किया गया था। बाद में मृतक के स्वजन के बयान पर उत्पाद विभाग टीम पर प्राथमिकी हुई थी। इसके बाद सैप जवान ने भी प्राथमिकी कराई थी।

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