पानी को तरसते घर, खेतों में नल-जल योजना से हो रहा सिंचाई; कोईलवर में पेयजल संकट से परेशान ग्रामीण
कोईलवर के चंदा पंचायत में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत पांच वर्ष पूर्व स्थापित नल-जल योजना ग्रामीणों के लिए कागजी साबित हो रही है। योजना के तहत ...और पढ़ें

खेतों में नल-जल योजना से हो रहा सिंचाई
नीरज कुमार, कोईलवर(आरा)। प्रखंड के चंदा पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या दस (बड़का चंदा) में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत पांच वर्ष पूर्व स्थापित नल-जल योजना ग्रामीणों के लिए अब तक महज कागजी साबित हो रही है।
योजना के तहत वार्ड के तीन सौ से अधिक घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाने का दावा किया गया था, लेकिन हकीकत यह है कि आज तक किसी भी घर में नल से एक बूंद पानी नहीं पहुंच पाया है। इससे वार्डवासी गंभीर पेयजल संकट से जूझ रहे हैं।
कई घरों के सामने नल टैप लगाए
दैनिक जागरण के अभियान ''जागरण आपके द्वार'' कार्यक्रम में ग्रामीणों ने पाइप लाइन से पानी नहीं मिलने को प्रमुखता से उठाया। ग्रामीण जितेंद्र, सीता देवी, रवि सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि चंदा पंचायत के वार्ड दस में सबमर्सिबल पंप लगाया गया था और कई घरों के सामने नल टैप भी लगाए गए थे।
लोगों को उम्मीद थी कि अब उन्हें साफ और शुद्ध पेयजल मिलेगा, लेकिन पांच वर्ष बीत जाने के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। समय के साथ पाइपलाइन जगह-जगह से फट गई और पूरी व्यवस्था बदहाल हो गई। ग्रामीणों का आरोप है कि नल-जल योजना केवल कागजों में संचालित हो रही है।
दो साल पहले पंप का मोटर चोरी
दो वर्ष पूर्व सबमर्सिबल पंप का मोटर चोरी हो गया था। बाद में नया मोटर लगाया गया, लेकिन इसके बावजूद वार्ड में जलापूर्ति शुरू नहीं हो सकी। वर्तमान हालात यह हैं कि योजना के नल से कुछ लोग खेतों में पटवन कर रहे हैं, जबकि आम ग्रामीण पीने के पानी के लिए हैंडपंप, कुआं और दूर-दराज के अन्य स्रोतों पर निर्भर रहने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने बताया कि योजना की न तो नियमित निगरानी हो रही है और न ही इसकी मरम्मत पर ध्यान दिया जा रहा है। संबंधित विभाग और पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा समस्या की अनदेखी की जा रही है।
दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग
ग्रामीणों ने बताया कि जल्द ही नल-जल योजना को दुरुस्त कर जलापूर्ति शुरू नहीं की गई, तो वे आंदोलन करने को विवश होंगे। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और पीएचईडी विभाग से योजना की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई तथा जल्द से जल्द नियमित जलापूर्ति बहाल कराने की मांग की है।
नल जल के लिए पाइप लाइन बिछा दिया गया है, लेकिन पांच वर्षों से पानी की एक बूंद नहीं मिला।- माना देवी, ग्रामीण
घर के पास नल टैप लगा हुआ है, लेकिन अब तक पानी नहीं मिला। पास के चापाकल से पानी लाते है।- अशोक राय, ग्रामीण
पांच साल पहले जलापूर्ति के लिए ब्लू पाइप लाइन बिछाया गया था जो अब फट खराब हो गया है।- जितेंद्र यादव, ग्रामीण
गर्मी के दिनों में घरों में लगा चापाकल सुख जाता है, जिससे पानी की काफी किल्लत होती है।- समीर राय, ग्रामीण

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