भोजपुर में जेल से ही चुनाव जीत गए जगदीशपुर के दो उम्मीदवार
भोजपुर जिले के जगदीशपुर प्रखंड का चुनाव परिणाम काफी चौंकाने वाला रहा।
आरा। भोजपुर जिले के जगदीशपुर प्रखंड का चुनाव परिणाम काफी चौंकाने वाला रहा। जेल में बंद दो उम्मीदवार जिला परिषद एवं मुखिया पद पर निर्वाचित हो गए। सियरूआं पंचायत से मुखिया पद से निर्वाचित उमेश कुमार अप्रैल से ही जेल में बंद हैं। जेल से ही जाकर नामांकन किया और अंतत जीत भी दर्ज की। उमेश को 1322 मत तथा प्रतिद्वंदी सुनील कुमार को 1208 वोट मिले। करीब 114 मतों से जीत हासिल की। जगदीशपुर थाना क्षेत्र के सियरूआ गांव में घटित नारद महतो हत्याकांड में पुलिस ने सियरूआ पंचायत के निवर्तमान मुखिया उमेश पासवान तथा दूसरे आरोपित दीपक कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। हालांकि, काफी हंगामा भी हुआ था। इसी तरह जगदीशपुर जिला परिषद क्षेत्र संख्या-6 से निर्वाचित मो. मुस्लिम 11 सितंबर से ही जेल में बंद है। पूर्व प्रमुख रहे मो. मुस्लिम ने जेल से ही नामांकन किया। निर्वाचित मो. मुस्लिम को 6644 मत मिले। जबकि, प्रतिद्वंदी पिटू सिंह को 5180 ही मिल सके। करीब 1464 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। 10 सितंबर को तीयर थाना पुलिस ने अरैला फार्म हाउस पर छापेमारी कर मो. मुस्लिम व पुत्र मो.मन्नान को पकड़ा था। छापेमारी के दौरान पुलिस को उसके फार्म और घर से एक रेगुलर बंदूक, लोहे एवं लकड़ी का बना देसी राइफल बट, लोहे व एल्यूमीनियम से बना एक बट, एक एयर गन, तीन मैगजीन, एक दूरबीन, एक पंच फाइटर, बंदूक साफ करने वाला दो गज, तीन फूलथू, आठ गोली, एक खोखा, बारह बोर का एक छर्रा और 12 बोर की दो बुलेट बरामद की थी। एक अल्टो कार भी जब्त की गई थी।
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कहीं खुशी तो कहीं दिखा गम का माहौल
संवाद सहयोगी, जगदीशपुर : जगदीशपुर प्रखंड में पंचायत चुनाव का परिणाम घोषित होने के बाद कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल देखा गया। जिन उम्मीदवारों को इस चुनाव में जीत हासिल हुई है, उनके खेमे में होली व दिवाली जैसा जश्न मनाया जा रहा है। वहीं हारने वाले उम्मीदवारों के खेमे में गम व उदासी छायी है। परसिया पंचायत से लगातार तीसरी बार कामयाबी मिलने पर मुखिया धर्मेन्द्र चौबे के गांव में उत्सव का माहौल देखा गया। दलीपपुर पंचायत से पैक्स अध्यक्ष अंटू सिंह की पत्नी पिकी देवी चुनाव जीती है। पिकी देवी की जीत की घोषणा होते ही आरा हित नारायण क्षत्रिय स्कूल के प्रवेश द्वार पर जमे उनके समर्थक झूम उठे। वहीं से शुरू जश्न का देर रात तक दलीपपुर गांव में भी जारी रहा। यहीं स्थिति बभनियाव से मुखिया चुनी गई नंदिता देवी के खेमे में देखी गई। बभनियाव में जश्न जैसा माहौल था। दावा पंचायत में मुखिया के पद पर दूसरी बार कब्जा के बाद सुषुमलता कुशवाहा के गांव दावां में उनके समर्थकों व परिवार में दिवाली जैसा ²श्य देखने को मिला। उनके समर्थक पटाखे फोड़ते व अबीर-गुलाल उड़ाते नजर आए। यह दौर चुनाव परिणाम आने से लेकर अबतक जारी है ठीक यहीं स्थिति हरिगांव पंचायत में बिजय शंकर चौबे उर्फ टुन्ना चौबे के गांव में समर्थकों की रही। पहली बार मुखिया बनने की खुशी घर परिवार में साफ देखी जा रही है। दूसरी ओर 10 वर्षों से यहां मुखिया पद पर काबिज रहे राजीव सिह, संयोग सिंह के खेमे में उदासी छायी है। उतरदाहा से मुखिया का चुनाव हारने वाले विजय ठाकुर काफी उदास नजर आए। कौरा मे पूर्व मुखिया फुलपतिया देवी, बभनियाव मे ललिता देवी,हरदिया मे उषा देवी,बिमवा मे गीता देवी व ककीला से जमील अख्तर उर्फ टिल्लू खान के खेमे में भी उदासी देखी गई।बसौना से चुनावी दंगल में मात खाए निवर्तमान मुखिया मुन्ना राम के खेमे में मातम जैसा माहौल दिखा।दलीपपुर पंचायत से चुनाव हारी इंद्रासना देवी के समर्थक भी निराश दिखाई दिए। नव निर्वाचित जन प्रतिनिधियों के खेमे में शनिवार को नाश्ता, पानी व मुंह मीठा कराने का सिलसिला घोषणा के बाद से ही चलता रहा।
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