आरा में व्यापारियों की बल्ले-बल्ले, गोटेदार लहंगा और तसक की साड़ी महिलाओं की पहली पसंद; जमकर हो रही खरीदारी
आरा के बाजार तीज के लिए सज गए हैं। महिलाओं में गोटेदार लहंगा तसक और सिल्क की साड़ियों की मांग बढ़ गई है। युवतियां डिजाइनर लहंगा पसंद कर रही हैं जबकि शादीशुदा महिलाएं बनारसी साड़ियों को पसंद कर रही हैं। सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों पर भी भीड़ है। दुकानदारों का कहना है कि त्योहारों की वजह से बाजार में रौनक है और ग्राहकों में उत्साह है।
जागरण संवाददाता, आरा। तीज का पर्व आते ही शहर के बाजारों में रौनक बढ़ गई है। खासकर महिलाओं के परिधान, गोटेदार लहंगा, तसक और सिल्क की साड़ियों की जबरदस्त डिमांड देखी जा रही है।
तीज पर्व को लेकर महिलाएं नई साड़ी, गहना और श्रृंगार का सामान खरीदने के लिए बाजार का रुख कर रही हैं। आरा शहर की कई दुकानों पर ब्रांडेड साड़ी का एक से एक कलेक्शन आ गया है।
शहर समेत ग्रमीण के कई प्रतिष्ठानों पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है। दुकानदारों का कहना है कि इस बार गोटेदार लहंगा, तसक साड़ी, डोला सिल्क और नीलम कॉटन की खूब बिक्री हो रही है। खासकर युवतियों के बीच डिजाइनर लहंगा और हल्की कढ़ाई वाली सिल्क साड़ियों की मांग बढ़ी है।
वहीं, शादीशुदा महिलाओं के बीच परंपरागत लक्ष्मीपति साड़ी और जरीदार बनारसी पैटर्न की साड़ी सबसे ज्यादा बिक रही है। दुकानों पर कई नए ब्रांड और आकर्षक डिजाइन की रेंज उपलब्ध कराई गई है।
'सास-बहू के झगड़े सब दूर करो लफड़े'
लल्लू भाई दुकानदार ने हंसते हुए बताया कि इस बार उनका एक स्लोगन ग्राहकों को खूब भा रहा है 'सास-बहू के झगड़े सब दूर करो लफड़े'। यह मजेदार स्लोगन न सिर्फ ग्राहकों को आकर्षित कर रहा है, बल्कि महिलाओं को हंसी-मजाक के बीच पसंद की साड़ी चुनने का मौका भी दे रहा है।
नागरमल, एनएस मॉल के आलोक बेरिया ने बताया कि तीज पर महिलाएं खासकर लाल, हरा और पीला रंग की साड़ियों की मांग ज्यादा करती हैं। इन रंगों को तीज का प्रतीक माना जाता है और महिलाएं पूजा के दिन इन्हीं रंगों की साड़ी पहनना शुभ समझती हैं।
वहीं, युवतियों के बीच पेस्टल शेड और फ्लोरल प्रिंट वाली साड़ियां ट्रेंड में हैं। लल्लू भाई साड़ी वाले के संचालक संजय सरॉनगी ने कहा कि इस बार डोला सिल्क और बाइक सिल्क की मांग पिछले साल से दोगुनी हो गई है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि यह कपड़ा हल्का, आरामदायक और त्यौहार पर पहनने के लिए उपयुक्त होता है।
उन्होंने बताया कि तीज पर महिलाएं श्रृंगार से लेकर वस्त्रों तक परंपरा और आधुनिकता का संगम चाहती हैं। यही कारण है कि डिजाइनर कॉटन साड़ी और हल्के कढ़ाई वाले लहंगे की खरीदारी बढ़ रही है।
सौंदर्य प्रसाधन के दुकानदार की चांदी
इधर, सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों पर भी खासा रौनक देखने को मिल रही है। बिंदी, चूड़ी, नेलपॉलिश, सिंदूर और हेयर एक्सेसरीज की बिक्री में तेजी आई है। तीज के मौके पर महिलाएं व्रत के साथ-साथ अपने सौंदर्य और श्रृंगार पर विशेष ध्यान देती हैं।
बाजार की रौनक से व्यापारियों को राहत
ग्राहकों में संगीता, अनिता, पूजा, रानी कहना है कि तीज सिर्फ व्रत और पूजा का पर्व नहीं है, बल्कि यह परिवार और रिश्तों में खुशी और रंग भरने का अवसर है। इसी कारण महिलाएं उत्साह से साड़ी और लहंगे खरीद रही हैं।
एक ग्राहक ने कहा कि तीज पर नई साड़ी पहनकर श्रृंगार करना ही अलग आनंद देता है। बाजार में इतनी सारी रेंज देखकर मन करता है सब खरीद लें। दूसरी ओर, दुकानदारों का मानना है कि त्योहारों पर बाजार की रौनक व्यापारियों के लिए राहत लाती है। पिछले कुछ महीनों में मंदी से प्रभावित कारोबार अब तेजी पकड़ रहा है।
तीज के बाद दुर्गापूजा, छठ जैसे बड़े पर्व आने वाले हैं, जिससे बाजार में और अधिक तेजी की उम्मीद है। इस तरह आरा शहर का बाजार तीज के अवसर पर पूरी तरह सज चुका है।
दुकानों में नई-नई साड़ियों की रेंज, चमकदार लहंगे और सौंदर्य प्रसाधनों की भरमार है। ग्राहक भी पूरे उत्साह से खरीदारी कर रहे हैं। तीज का पर्व महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान और दुकानदारों के कारोबार में रौनक दोनों लेकर आया है।
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