पांच साल से जमे दारोगा हटेंगे: 2018 बैच के अधिकारियों का तबादला होगा, डीआईजी का आदेश
विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर यह कार्रवाई की जा रही है। डीआइजी ने स्पष्ट किया कि दो दिनों के भीतर तबादले को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। साथ में भोजपुर एसपी राज भी थे। डीआइजी ने मंगलवार को साइबर थाना और पुलिस केन्द्र ट्रेनिंग सेंटर का निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, आरा(भोजपुर)। शाहाबाद प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआइजी) सत्य प्रकाश ने कहा है कि एक ही जिले में पिछले पांच साल से जमे 2018 बैच के दारोगा एवं थानेदार हटाए जाएंगे। उन्हें एक जिले से दूसरे जिले में स्थानांतरित किया जाएगा। इसके लिए भोजपुर, बक्सर, रोहतास और कैमूर जिले से अफसरों की सूची मांगी गई है।
विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर यह कार्रवाई की जा रही है। डीआइजी ने स्पष्ट किया कि दो दिनों के भीतर तबादले को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। साथ में भोजपुर एसपी राज भी थे। डीआइजी ने मंगलवार को साइबर थाना और पुलिस केन्द्र ट्रेनिंग सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने एसपी को लंबित मामलों के शीघ्र निष्पादन, गंभीर कांडों में स्पीडी ट्रायल कराने और फरार आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि पुराने कांडों में तत्काल वारंट प्राप्त करने के लिए अदालत में अर्जी दी जाए। फरारी की स्थिति में कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की जाए और कुर्की के बाद चार्जशीट समर्पित कर केस को आगे बढ़ाया जाए। डीआइजी ने यह भी निर्देश दिया कि गंभीर कांडों में तेजी से कार्रवाई कर अपराधियों को सजा दिलाने की दिशा में काम हो। उन्होंने गुंडा परेड कराने और अपराधियों से बंधपत्र भरवाने पर भी जोर दिया, ताकि इलाके में कानून-व्यवस्था की स्थिति और मजबूत हो सके।
राज्य के बाहर के साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी को गठित करें टीम
डीआइजी ने साइबर थाना के निरीक्षण के क्रम में लंबित कांडों के शीघ्र निष्पादन एवं डिजिटल साक्ष्यों के वैज्ञानिक संकलन पर विशेष बल दिया। साथ ही एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों, इंटरनेट मीडिया से जुड़े मामलों तथा जिला व राज्य के बाहर से जुड़े लंबित 20 से 25 कांडों में साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए ठोस रणनीति अपनाने और गिरफ्तारी के लिए टीम गठित करने के निर्देश दिए।
डीआइजी ने विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों से संबंधित साइबर अपराधों में संवेदनशीलता बरतते हुए त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आम नागरिकों को साइबर अपराधों (जैसे– फिशिंग, ओटीपी फ्रॉड, सोशल मीडिया बुलिंग, डिजिटल अरेस्ट आदि) से बचाव हेतु सतर्क रहने की अपील की। लोगों से कहा गया कि अपना पासवर्ड साझा न करें, संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, बैंक संबंधी जानकारी गोपनीय रखें और इंटरनेट मीडिया अकाउंट को सुरक्षित बनाएं।
उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षु हाेंगे पुरस्कृत
डीआइजी सत्य प्रकाश ने नवीन पुलिस केंद्र, आरा में नव नियुक्त सिपाहियों के बुनियादी प्रशिक्षण का औचक निरीक्षण किया। प्रशिक्षण व्यवस्था और अनुशासन की बारीकी से समीक्षा की। बेहतर प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षुओं को चार समूहों में विभाजित किया गया है। निरीक्षण के दौरान बी और सी ग्रुप की परेड सर्वश्रेष्ठ पाई गई। डीआइजी ने घोषणा की कि इन समूहों के प्रशिक्षुओं को पुरस्कृत किया जाएगा।
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