एसआईआर के बहाने अन्य मुद्दों का एजेंडा भी तय कर गए राहुल-तेजस्वी
सभा स्थल के गेट पर लगे मुख्य बैनर में लिखा था आज बीजेपी वोट चोरी कर रही है कल राशन पेंशन और आरक्षण सब बंद होगा वक्त है आवाज उठाइए भविष्य बचाइए। दरअसल बबुरा से आरा में प्रवेश करने के बाद रमना मैदान तक 28 किलोमीटर की यात्रा में नारे वोट चोरी के लग रहे थे लेकिन नेताओं का फोकस बेरोजगारी और असमानता को भी मुद्दा बनाने पर था।

कंचन किशोर, आरा(भोजपुर)। मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण अभियान को लेकर आक्रामक कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मतदाता अधिकार यात्रा शनिवार को आरा में थी। साथ में तेजस्वी यादव, दीपंकर भट्टाचार्या, मुकेश साहनी और महागठबंधन में एकता प्रदर्शित करने के लिए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव भी पहुंचे थे।
सभा स्थल के गेट पर लगे मुख्य बैनर में लिखा था, ''आज बीजेपी वोट चोरी कर रही है, कल राशन, पेंशन और आरक्षण सब बंद होगा, वक्त है, आवाज उठाइए, भविष्य बचाइए''। दरअसल, बबुरा से आरा में प्रवेश करने के बाद रमना मैदान तक 28 किलोमीटर की यात्रा में नारे ''वोट चोरी'' के लग रहे थे, लेकिन नेताओं का फोकस बेरोजगारी और असमानता को भी मुद्दा बनाने पर था। यह उनके भाषणों में भी दिख रहा था।
राहुल गांधी अपने भाषण में चुनाव आयोग के विशेष पुनरीक्षण अभियान पर कम बोले और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ज्यादा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार अडाणी और अंबानी जैसे लोग चला रहे हैं और गरीबों का हक मारा जा रहा है, लेकिन अपने भाषण में उन्होंने नीतीश कुमार का नाम तक नहीं लिया। वहीं, तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला और महागठबंधन की योजनाओं को ही चुनाव के समय बिहार में लागू करने का उनपर आरोप लगाया।
अखिलेश यादव ने अपने भाषण में बिहार में चुनाव के बाद तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने पर जोर दिया। आरा में यात्रा की तैयारी बीते कई दिनों से हो रही थी। चुनाव से ठीक पहले महागठबंधन के सभी बड़े नेताओं का जिले में आगमन की अहमियत सभी घटक दल समझ रहे थे और पूरी ताकत झोंके हुए थे। इसका असर यात्रा में दिखा।
राजनीतिक विश्लेषक अमरेन्द्र राजेश कहते हैं कि लोकसभा चुनाव के दौरान ''संविधान खतरे में'' जैसे नारे का प्रयोग कर आईएनडीआईए खास वर्ग तक पहुंच बनाने में सफल रहा, अब विशेष पुनरीक्षण को वोट चोरी से जोड़ उन मतदाताओं तक पहुंचने की कवायद हो रही है।
दो विधानसभा की यात्रा में नेता साध गए जिले की सातों सीट
आरा में मतदाता अधिकार यात्रा बड़हरा और आरा सदर विधानसभा क्षेत्र से गुजरी। 2020 के विधानसभा चुनाव में जिले की सात सीटों में से केवल इन्हीं दोनों सीटों पर महागठबंधन को हार मिली थी और भाजपा जीती थी। यात्रा में इन दोनों सीटों का ही चुनाव महागठबंधन की रणनीति का भी हिस्सा बताया जा रहा है।
हालांकि, यात्रा भले ही दो विधानसभा सीटों तक सीमित रही, लेकिन इसका गहरा संदेश आरा संसदीय क्षेत्र की सभी सात विधानसभा सीटों पर देने का प्रयास किया गया। सभी सीटों पर घटक दलों के टिकट दावेदारों ने भीड़ को जुटाने और अपने नेता के नजर में आने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी।
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