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    पुणे से बिहार लौटना हुआ मुश्किल! सुपौल विस्तार ने छीनी आरा-दानापुर की सीटें

    Updated: Wed, 19 Nov 2025 12:34 PM (IST)

    पुणे से बिहार लौटने वाले यात्रियों के लिए परेशानी बढ़ गई है, क्योंकि दानापुर-पुणे एक्सप्रेस का विस्तार सुपौल तक हो गया है। इससे आरा और दानापुर जैसे स्टेशनों के लिए जनरल कोटा में सीटें कम हो गई हैं, जिससे यात्रियों को कंफर्म टिकट मिलने में दिक्कत हो रही है। यात्रियों ने नई ट्रेन चलाने की मांग की है।

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    पुणे से बिहार लौटना हुआ मुश्किल

    जागरण संवाददाता, आरा। पुणे से आरा, बक्सर और दानापुर लौटने वाले यात्रियों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। दानापुर–पुणे एक्सप्रेस (12149/12150) के सुपौल तक विस्तार के बाद स्थिति ऐसी हो गई है कि अब नियमित यात्रियों को महीनों पहले भी कंफर्म टिकट मिलना लगभग असंभव हो गया है। 

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    त्योहारी सीजन के बाद शुरू हुए लगन में यात्रियों की भारी भीड़ लौटने लगी है, मगर जनरल कोटा में भारी कटौती ने समस्या को और गहरा दिया है। पहले जहां पुणे से आरा और आसपास के स्टेशनों के लिए स्लीपर क्लास में 185 से अधिक और थर्ड एसी में 168 सीटें जनरल कोटा के तहत मिल जाया करती थीं, वहीं अब सुपौल विस्तार के बाद इन सीटों को पूल्ड कोटा में समाहित कर दिया गया है। 

    जनरल कोटा केवल 45 सीटों तक सीमित

    इस बदलाव का सीधा असर बिहार लौटने वाले यात्रियों पर पड़ा है। नए प्रावधान के तहत स्लीपर क्लास में जनरल कोटा केवल 45 सीटों तक सीमित रह गया है, जबकि थर्ड एसी में यह संख्या घटकर मात्र 36 रह गई है। 

    ऐसे में पुणे से दानापुर सेक्शन तक सभी श्रेणियों में अगले दो महीनों तक लंबी वेटिंग चल रही है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि जहां एक ओर आरा, बक्सर, दानापुर और पटना जैसे प्रमुख स्टेशनों के लिए सीटें लगभग खत्म हो चुकी हैं, वहीं बरौनी से सुपौल के बीच के स्टेशनों के लिए बड़ी मात्रा में सीटें उपलब्ध हैं। 

    सुपौल या बरौनी तक के लिए टिकट

    इसका खामियाजा सीधा-सीधा उन यात्रियों को उठाना पड़ रहा है जो पुणे से बिहार के मध्य और पश्चिमी जिलों में लौटते हैं। उन्हें मजबूरन सुपौल या बरौनी तक के लिए टिकट कटवाना पड़ रहा है, जिससे यात्रा में अतिरिक्त किराया और अधिक समय दोनों ही जुड़ जाते हैं। 

    यात्रियों में राजेश कुमार कहना है कि सुपौल विस्तार के बाद रेलवे प्रबंधन ने दानापुर, पटना, आरा-जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों के जनरल कोटा को हटा देना तत्परता में लिया गया निर्णय है, जिसने हजारों नियमित यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है। जो लोग नौकरी, पढ़ाई या छोटे-मोटे रोजगार के सिलसिले में आए दिन इस रूट पर सफर करते हैं, वे टिकट की कमी से सबसे अधिक प्रभावित हैं। 

    नई ट्रेन चलाने की मांग

    दूसरी ओर स्थानीय यात्री संगठनों ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया है। आरा जंक्शन रेल फैन क्लब ने दानापुर–पुणे के बीच एक नई दैनिक ट्रेन चलाने या फिर इस रूट पर अमृत भारत एसी एक्सप्रेस की शुरुआत करने की मांग की है, ताकि बिहार के मध्य और पश्चिमी जिलों के यात्रियों को सुविधाजनक, तेज और सुनिश्चित यात्रा विकल्प मिल सके। 

    संगठन का कहना है कि मांग और भीड़ के अनुपात में इस रूट पर एक अतिरिक्त ट्रेन अब अत्यंत आवश्यक हो गई है। यात्रियों की बढ़ती परेशानी और लगातार बनी हुई वेटिंग से स्पष्ट है कि दानापुर–पुणे रूट पर त्वरित समाधान की आवश्यकता है। यदि रेलवे समय रहते कदम नहीं उठाता, तो आने वाले महीनों में यात्रियों की समस्या और भी विकराल हो सकती है।