Patna-Sasaram Highway: भोजपुर के किसानों के लिए 'गेम चेंजर' बनेगी ग्रीन फील्ड सड़क, होंगे ये बड़े फायदे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मई को बिक्रमगंज में पटना-सासाराम हाईवे 119-ए का शिलान्यास करेंगे जिससे भोजपुर के किसानों को लाभ होगा। धान मोटे अनाज और सब्जियों को उचित मूल्य मिलेगा जिससे किसानों की आय बढ़ेगी। ग्रीनफील्ड हाईवे से चावल निर्यात में सुविधा होगी और सब्जी किसानों को बेहतर दाम मिलेंगे। जिले में कृषि उत्पादन और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
राणा अमरेश सिंह, आरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिक्रमगंज में 30 मई का कार्यक्रम भोजपुर के किसानों के लिए उम्मीद की किरण लेकर आया है। जिले के पैदा होने वाले धान, मोटा अनाज, जैविक विधि से पैदा किए हुआ सब्जी की सही कीमत मिलेगी
इससे लाखों किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी। प्रधानमंत्री पटना से आरा और सासाराम को जोड़ने वाले ग्रीन फील्ड नेशनल हाईवे 119 ए का शिलान्यास करेंगे। यह भोजपुर के 54 और रोहतास जिले में 35 राजस्व ग्रामों से होकर गुजरेगा।
धान के कटोरे के रूप में प्रसिद्ध शाहाबाद के ग्रामीण इलाकों को राष्ट्रीय कनेक्टिविटी से जुड़ जाने से चावल के निर्यात में भी किसानों को काफी सहूलियत हो जाएगी। जिले में 40 से अधिक उसीन और अरवा मिल है। इनसे निकलने वाले चावल सरलता से दूर के प्रदेशों में जाएंगे।
भोजपुर जिले के आरा सदर, बिहिया, बड़हरा, जगदीशपुर, शाहपुर, उदवंतनगर में काफी सब्जी की खेती हो रही है। बाहर नहीं जाने के कारण औने-पौने दाम मे बिकता है। साधन रहने से सब्जी को रेफ्रीजरेटर से बाहर भेजा जा सकता है।
भोजपुर जिले में मटर की अच्छी फसल है। बड़हरा प्रखंड में नवंबर में काफी मटर निकलने लगता है। इसकी मांग महाराष्ट्र में अधिक होती है। इसे भेजना संभव हो जाएगा। जिले में एक लाख 16 हजार हेक्टेयर में धान और एक लाख 32 हजार हेक्टेयर में गेहूं की खेती होती है। इसके अलावा 50 हजार हेक्टेयर में सब्जी की खेती हो रही है।
भोजपुर में 54 राजस्व गांवों से होकर गुजरेगा ग्रीनफील्ड
पटना-आरा-सासाराम ग्रीनफील्ड हाई-वे जिले के 54 राजस्व गांवों से होकर गुजरेगा। अभी तक जहां -जहां से हाईवे गुजरा है, वहां के स्थानीय लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो गया है। लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होते हैं और स्वरोजगार के अवसर मिलने लगते हैं।
ग्रीन फील्ड हाईवे सबसे ज्यादा तरारी अंचल के 15 राजस्व ग्राम, चरपोखरी में 14, गड़हनी और उदवंतनगर में 10-10 तथा सबसे कम कोईलवर अंचल के पांच राजस्व ग्राम से होकर गुजरेगी। इस हाईवे की कुल लंबाई 120 किलोमीटर है, जिसमें सासाराम से उदवंतनगर तक 74 किलोमीटर और उदवंतनगर से पटना की दूरी 46 किलोमीटर शामिल है।
तरारी के महेशडीह से भोजपुर में प्रवेश करेगा। कुरमुरी राजस्व ग्राम के रास्ते चरपोखरी अंचल में प्रवेश करेगा। चरपोखरी के सोनबरसा राजस्व ग्राम के सहारे प्रवेश कर यह गड़हनी में का उप राजस्व ग्राम के सहारे प्रवेश करते हुए उदवंतनगर के डेम्हा राजस्व ग्राम में निकलेगा।
मटर किसान को मिलेगी सुविधा
ग्रीन फील्ड बनने से प्रोसेसिंग इकाई बनने लगेगा। क्योंकि यहां से प्रोसेसेस सब्जी दूसरे शहर में जाना आसान हो जाएगा। सब्जी किसानों को सबसे अधिक फायदा मिलेगा।
-कौशल सिंह, संचालक, एमकेपी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी।
धान और चावल को दूसरे जगह भेजना होगा सरल
भोजपुर जिले में भारी मात्रा में चावल और गेहूं होता है। माल भाड़ा अधिक लगने के कारण चावल बाहर भेजने में खर्च अधिक आता है। हाईवे बनने से किसान खुशहाल हो जाएंगे।
रास गोबिंद ओझा, किसान व चावल व्यवसायी।
केला और आम जाएगा बाहर, मिलेगी सही कीमत
जिले में 10 हजार से अधिक एकड़ में आम के पैदावार होता है। छह हजार में केला का उत्पादन हो रहा है। पटना-आरा-सासाराम ग्रीनफील्ड हाई-वे के निर्माण से बाहर में उत्पाद कम लागत में जल्द जाएगा।
महावीर प्रसाद सिंह भट्ट, किसान।
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