मां तारा मंदिर से जुड़ी है भक्तों की आस्था
पीरो अनुमंडल मुख्यालय के पुराने स्टेशन रोड स्थित मां तारा मंदिर से पीरो वासियों की आस्था काफी गहरे रूप से जुड़ी हुई है।
भोजपुर। पीरो अनुमंडल मुख्यालय के पुराने स्टेशन रोड स्थित मां तारा मंदिर से पीरो वासियों की आस्था काफी गहरे रूप से जुड़ी हुई है। तभी तो लोग माता के दर्शन के लिए नित्य यहां पहुंचते हैं।
मंदिर का इतिहास : यह मंदिर वैसे तो बहुत पुराना नहीं है पर इसकी प्रसिद्धि दूर-दूर तक है। मंदिर के निर्माणकर्ता बेलाऊर के वैद्य जी के परिवार के लोग बताते हैं कि उनके घर के पास खंडहर में उडहुल का पेड़ था जिसमें प्रतिदिन एक ही फूल खिलता था। एक दिन परिवार के किसी सदस्य ने भूलवश उस पेड़ पर लकड़ी का एक भारी टुकड़ा टीकाकर रख दिया जिससे वह पेड़ रात भर लकडी़ के बोझ तले दबा रहा। अगले दिन परिवार की एक महिला किरण देवी को स्वप्न आया कि माता रानी कह रही हैं कि मैं उड़हुल के जिस पेड़ में मेरा निवास है उस पर तुमलोगों ने लकडी का बोझ रखकर अनर्थ कर दिया। माता की इस बात से सहमे वैद्य जी के परिवार वालों ने देवी के कोप से बचने के लिए वहां मंदिर निर्माण कर पूजा अर्चना शुरू कर दी। जब यह बात लोगों तक पहुंची तो पीरो नगर सहित आसपास के लोग माता के दर्शन को उमड़ने लगे। देखते ही देखते इस मंदिर की चर्चा पूरे इलाके में होने लगी और श्रद्धालु जन नित्य माता के दर्शन के लिए यहां पहुंचने लगे।
मंदिर की विशेषता
यहां प्रत्येक मंगलवार व शनिवार को विशेष पूजा अनुष्ठान होता है। जबकि कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि को उत्सव आयोजित किया जाता है। जिसमें बडी संख्या में माता के भक्तगण यहां शिरकत करने के लिए पहुंचते हैं।
मंदिर का नामकरण
बताया जाता है कि माता ने वैद्य जी के परिवार की जिस महिला को स्वप्न में अपने दर्शन दिए उसका बंगाल स्थित तारा पीठ के प्रति पूरी आस्था थी। परिवार के लोगों का मानना माता तारा रानी ही यहां अवतरित हुई हैं। जिस कारण मंदिर का नामकरण तारा मंदिर के नाम से किया गया।
मंदिर की वास्तुकला
गुंबदनुमा मंदिर का मुख पश्चिम दिशा की ओर है। मंदिर की दीवारें चारों ओर से सफेद संगमरमर से आच्छादित हैं। गर्भगृह में माता की आकर्षक प्रतिमा स्थापित की गई है। मंदिर के आगे छोटा सा चबूतरा बना है। मंदिर के आसपास पेड़ पौधे व फूलों के पेड़ लगाकर आकर्षक रूप प्रदान किया गया है।
मंदिर तक कैसे पहुंचे
तारा मंदिर आरा-सासाराम स्टेट हाइवे पर पीरो नगर के बीचो बीच पुराने स्टेशन रोड में स्थित है। यहां सड़क मार्ग व रेलमार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। पटना, आरा, सासाराम जैसे प्रमुख शहरों से यहां पहुंचने के लिए रेल व बस की सुविधा उपलब्ध है।
माता तारा रानी की महिमा अपरम्पार है। उनकी कृपा से भक्तों के सभी मनोरथ पूरे होते हैं। इस कारण लोगों की माता के प्रति श्रद्धा व भक्ति बढ़ती जा रही है।
- किरण देवी, पुजारन तारा मंदिर
माता तारा रानी की कृपा मेरे पूरे परिवार पर है। उनकी कृपा से मेरा परिवार सुख शांति के साथ जीवन व्यतीत कर रहा है। माता के प्रति मेरे परिवार की गहरी आस्था है।
- किरण केसरी, माता की परम भक्त
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