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    'अब लाल सलाम नहीं, जय श्रीराम का नारा', सीएम योगी ने बिहार में कम्युनिस्टों और विरोधियों पर साधा निशाना

    Updated: Fri, 31 Oct 2025 05:37 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार में एनडीए प्रत्याशी महेश पासवान के लिए जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्षी दलों, खासकर कम्युनिस्टों, आरजेडी और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट दुनिया से खत्म हो गए हैं और बिहार में अब 'जय श्रीराम' का नारा गूंजेगा। योगी ने विपक्ष पर गरीबों के राशन और नौकरी के नाम पर जमीन हड़पने का आरोप लगाया। उन्होंने बिहार के गौरवशाली इतिहास का जिक्र करते हुए एनडीए सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों और सुशासन की सराहना की, जिसमें राम मंदिर और सीतामढ़ी में मंदिर निर्माण भी शामिल है। उन्होंने राम का विरोध करने वालों को राष्ट्रद्रोही बताया और महेश पासवान के लिए समर्थन मांगा।  

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    आरजेडी, माले, कांग्रेस ये सब एक ही थाली के चट्टे बट्टे- योगी

    डिजिटल डेस्क, भोजपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बिहार के अगिआंव विधान सभा क्षेत्र में एनडीए प्रत्याशी महेश पासवान के पक्ष में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए विरोधी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कम्युनिस्टों पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि भारत ही नहीं दुनिया से कम्युनिस्टों का पत्ता साफ हो गया है। जिस बिहार ने देश को 'स्वर्णयुग' दिया वहां अब लाल सलाम नहीं बल्कि जय श्रीराम का नारा गूंजेगा। योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों आरजेडी, कांग्रेस और भाकपा माले पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे सब गरीबों के राशन पर डकैती डालने का प्रयास कर रहे हैं।

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    ये वही बिहार है जिसने भारत को स्वर्णयुग दिया
    उन्होंने कहा कि जैसे गधे के सिर से सींग गायब हो गये वैसे ही भारत ही नहीं दुनिया से कम्युनिस्टों का पत्ता साफ हो गया। ये वही बिहार है जिसने भारत को स्वर्णयुग दिया। महात्मा बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ, जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर का यहां जन्म हुआ, इस धरा ने वीर बाबू कुंवर सिंह को जन्म दिया, जिन्होंने 1857 में अंग्रेजों को नाको चने चबाने पर मजबूर किया। वीर कुंवर सिंह ने आरा से आजमगढ़ तक अंग्रेजों को पीछे ढकेलने का काम किया था। इस क्षेत्र को अंग्रेजों से स्वतंत्र घोषित कर दिया था। यही नहीं इस भूमि से मुगल बादशाह हुमायूं को भी जान बचाकर भागना पड़ा। इस धरती ने भारत के पहले राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद को दिया। देश के दूसरे उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवनराम को दिया, देश की आजादी के बाद जब भारत के लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश की गई तब बिहार के नौजवानों को एकजुट करने वाले जय प्रकाश नारायण और कर्पूरी ठाकुर को जन्म दिया था।

    विकसित बिहार की आधारशिला तैयार, अब होगा मजबूत इमारत का निर्माण
    योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब बिहार विकसित होगा, तभी भारत विकसित होगा। विकसित बिहार के लिए 20 साल में नितीश बाबू के नेतृत्व में सुशासन की आधारशिला रखी गई है। अब इसमें मजबूत इमारत का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि अब ये जनता की अग्निपरीक्षा है, क्योंकि कमल कीचड़ में ही खिलता है। उन्होंने कहा कि आरजेडी का लालटेन यहां पर अंधियारा लेकर आया था। लालटेन बंद करके डकैती डाली जाती थी। गरीबों के हक पर डाका पड़ता था। सड़क नहीं थी, नौकरी नहीं थी, उद्योग-धंधे नहीं थे। मगर, आज अयोध्या की तर्ज पर सीतामढ़ी में सीता मइया का भव्य मंदिर बन रहा है। रेल, मेट्रो, सड़क कनेक्टिविटी, फोर लेन एक्सप्रेसवे बन रहे हैं। इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। तमाम कल्याणकारी योजनाओं का लाभ गरीब जनता उठा रही है। यह एनडीए की मोदी जी के नेतृत्व की सरकार और नितीश बाबू ने किया है।

    नौकरी के नाम पर हड़पी जाती थी गरीबों की जमीन
    योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो इंडी गठबंधन यहां कांग्रेस, माले और आरजेडी के नाम पर आया है, ताकि गरीबों के राशन पर डकैती डाला जा सके। इसमें उनका पुराना अनुभव है। पहले गरीबों को राशन तो मिलता नहीं था, उलटे पशुओं का चारा भी खा लिया जाता था। ये लोग बात गरीबों की करेंगे और गरीबों की गटई को दबाने का काम करेंगे। नौकरी नहीं देंगे, नौकरी के नाम पर जमीनों को हड़पेंगे। किसानों को पलायन के लिए मजबूर करेंगे। बिहार में माफियाराज लाकर व्यापारियों, बहन बेटियों और नौजवानों के सामने पहचान, सुरक्षा और सम्मान का संकट खड़ा कर दिया गया था। आज बिहार में नौकरी है, निवेश है, विकास है, आर्थिक स्वावलंबन का मार्ग भी प्रशस्त हो रहा है।

    आरजेडी, माले, कांग्रेस ये सब एक ही थाली के चट्टे बट्टे
    योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आरजेडी, माले, कांग्रेस ये सब एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं। ये सब भारत की विरासत का विरोध करते हैं। गुलामी की मानसिकता का समर्थन करते हैं। आक्रांताओं को आमंत्रित करते हैं। अयोध्या में राममंदिर का विरोध करते हैं। सीतामढ़ी में सीता मइया के मंदिर का विरोध करते हैं। भारत के नागरिकों को लड़ाने का काम करते हैं। पर्व त्योहार के पहले दंगा कराने की कोशिश करते हैं। मगर, यूपी में आप सबने देखा होगा, वहां अब दंगा नहीं, बल्कि सब चंगा है। माफिया गायब हो चुके हैं, उनका जहन्नुम का टिकट काट दिया गया है।

    जो राम का विरोध कर रहा है वो राष्ट्र का विरोध कर रहा
    मुख्यमंत्री ने काशी की चर्चा करते हुए कहा कि पहले काशी विश्वनाथ मंदिर बहुत संकरा था, मगर अब 50 हजार लोग एक साथ दर्शन कर सकते हैं। 10 लाख श्रद्धालु एक साथ काशी और अयोध्या में दर्शन करते हैं। कांग्रेस कहती थी कि राम हुए ही नहीं। आरजेडी राम मंदिर का रथ रोकते थे। सपा वाले रामभक्तों पर गोलियां चलाते थे और कम्युनिस्ट तो किसी दूसरे लोक के बारे में ही सोचते हैं। उन्होंने कहा कि जो राम का नहीं वो हमारे किसी काम का नहीं। जो राम का विरोध कर रहा है वो राष्ट्र का विरोध कर रहा है। जो राष्ट्र का विरोध कर रहा है वो हमारे किसी काम का नहीं, उसे राष्ट्र से बाहर का रास्ता दिखाना है।

    सुशासन केवल एनडीए ही दे रही है
    योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस चुनाव में अगिआंव से महेश पासवान को एनडीए ने अपना प्रत्याशी बनाया है। इन्हें आपका आशीर्वाद मिलना चाहिए। इस धरती पर कमल खिलाना होगा। घर घर जाना होगा। हर घर में केसरिया लहरा रहा है इसका आशीर्वाद महेश पासवान को मिलना चाहिए। क्योंकि सुशासन केवल एनडीए ही दे रही है, और एनडीए ही देगी।

    बातों से मानोगे तो ठीक, नहीं तो लातों से जरूर मान जाओगे
    योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर उन्हें नमन किया। कहा कि सरदार पटेल ने देसी रियासतों को भारत का हिस्सा बनाने के लिए दूरदर्शी और दृढ़ प्रतिज्ञ भाव से प्रयास किया था। जूनागढ़ और हैदराबाद भारत में शामिल नहीं होना चाहते थे, क्योंकि वो ब्रिटिश साजिश के शिकार थे। ब्रिटिश नहीं चाहते थे कि भारत एक रहे। लेकिन सरदार पटेल ने जूनागढ़ और हैदराबाद के शासकों को कहा कि बातों से मानोगे तो ठीक, नहीं तो लातों से जरूर मान जाओगे। अंतत: जूनागढ़ और हैदराबाद के निजाम और नवाब को पाकिस्तान भागना पड़ा। ऐसे आधुनिक भारत के शिल्पी को मैं कोटि कोटि नमन करता हूं।

    इस अवसर पर यूपी के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा, राज्यसभा सांसद सुरेन्द्र नागर, सूर्यमणि तिवारी, बबलू सिंह, ज्योति प्रकाश कुशवाहा, रामसागर राय, राजेन्द्र तिवारी, अरुण सिंह, चंदन सोनी, सूर्यकांत पांडेय सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।