Updated: Sat, 06 Sep 2025 05:37 PM (IST)
मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान जवइनिया गांव के कटाव पीड़ितों को जमीन का पर्चा सौंपा गया। सरकार द्वारा आजादी के बाद पहली बार एक नया गांव बसाया जा रहा है। बिलौटी गांव के पास 70 कटाव पीड़ित परिवारों को जमीन आवंटित की गई है। आपदा प्रबंधन विभाग ने पीड़ितों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की। नया जवइनिया टोला बिलौटी पंचायत में बसाया जाएगा जिससे कटाव पीड़ितों का पुनर्वास होगा।
जागरण संवाददाता, शाहपुर (आरा)। मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान जवइनिया गांव के कटाव पीड़ितों को जब जमीन का पर्चा सौंपा गया, तो एक नए जवइनिया गांव का उदय हुआ। पिछले पांच दशकों में किसी भी गांव के इतने बड़े पैमाने पर परिवारों को स्थानांतरित नहीं किया गया है।
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आजादी के बाद यह पहला अवसर है, जब सरकार द्वारा एक नया गांव बसाया जा रहा है। प्रखंड में लगभग दो दर्जन ऐसे गांव हैं, जिनकी आबादी इन पर्चा धारियों की संख्या से कम है।
यह पर्चा प्रखंड के बिलौटी गांव के दक्षिणी हिस्से में 70 कटाव पीड़ित परिवारों को मुख्यमंत्री द्वारा जगदीशपुर की सभा में प्रदान किया गया। इसके साथ ही, आपदा प्रबंधन विभाग ने कुल 187 कटाव पीड़ित परिवारों को प्रति परिवार एक लाख बीस हजार रुपये के हिसाब से 2 करोड़ 24 लाख 40 हजार रुपये का प्रतीकात्मक चेक भी दिया।
वर्तमान जवइनिया गांव से लगभग 20 किलोमीटर दूर बिलौटी पंचायत में नया जवइनिया टोला बसाया जाएगा, जिसमें 70 परिवारों को प्रति परिवार तीन डिसमिल जमीन आवंटित की गई है। यह जमीन उन परिवारों को दी गई है, जिनके घर गंगानदी के कटाव के कारण नदी में विलीन हो गए थे।
जानकारी के अनुसार, प्रखंड मुख्यालय से लगभग तीन किलोमीटर पूर्व स्थित बिलौटी मौजा में 70 कटाव पीड़ितों को पर्चा सौंपा गया। इसके पूर्व, करीब साढ़े पांच एकड़ सरकारी जमीन की पैमाइश कर उसकी प्लाटिंग की गई है।
प्रत्येक परिवार को तीन डिसमिल जमीन का प्लाट दिया गया है, और प्लॉटों के बीच दस फीट का रास्ता भी सुनिश्चित किया गया है।
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