कादरिया सिलसिला को आगे बढ़ाने में खानकाह फरीदिया की अहम भूमिका
कादरिया सिलसिला को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा खानकाह फरीदिया

कादरिया सिलसिला को आगे बढ़ाने में खानकाह फरीदिया की अहम भूमिका
जागरण संवाादाता, आरा : स्थानीय मरीगंज स्थित खानकाह फरीदिया में आयोजित सुल्तानुल मशाएख हाफिज शाह मोहम्मद फरीदुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह का दो दिवसीय सालाना उर्स बुधवार को मुल्क में अमन व शांति, आपसी भाईचारा आदि की दुआ के साथ संपन्न हुआ। इसमें देश के कोने-कोने से अकीतदमंद व मुरीदान शामिल हुए। खानकाह के सज्जादानशीं पीरे तरीकत अल्लामा अलहाज अब्दुस्सलाम फरीदी की सरपरस्ती में उर्स के दूसरे दिन अहले सुबह भलुहीपुर स्थित डिप्टी कलक्टर शाह मो.मसलेहुद्दीन खलीफा और शाह मोइनुद्दीन उर्फ बाबू के मजार पर चादरपोशी की गई। तदोपरांत खानकाह में कुल का कार्यक्रम हुआ। तकरीरी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि दरगाह मोनअमिया, पटना के सज्जादानशीं प्रो. सैयद शाह शमीमुद्दीन मोनअमी ने कहा कि खानकाह फरीदिया खानकाहों में अहम है। कादरिया सिलसिला को आगे बढ़ाने में इस खानकाह का अहम रोल है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रो. कमरूल होदा फरीदी ने कहा कि खानकाहें मोहब्बत का दरिया होती हैं। ये हमें मिल-जुलकर रहने व बेहतर जिंदगी गुजारने का ढंग सिखाती हैं। कोतवाली मस्जिद, पटना के इमाम मौलाना सनाउल मुस्तफा ने सूफी परंपरा पर विस्तार से रौशनी डाली। एदारा-ए-शरिया, पटना के मौलाना अमजद रजा ने परहेज के साथ जिंदगी गुजारने पर जोर दिया। शायरे इस्लाम इश्तेयाक (कोलकाता), शहाब फैजी (कोलकाता), हाफिज शहादत हुसैन (आरा) आदि ने नात व मनकबत से अकीतदमंदों को खूब झूमाया। वहीं महफिले समां में भी अकीदतमंद खूब झूमें। सज्जादानशीं पीरे तरीकत अल्लामा अलहाज अब्दुस्सलाम द्वारा विश्व में अमन व शांति, आपसी भाईचारा आदि की दुवाओं के साथ यह उर्स संपन्न हुआ। मंच संचालन डा. खान शाहिद वहाब(दिल्ली) और हाफिज शहादत फरीदी ने किया। इसके बाद लंगर चला।
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